परिभाषाएँ (भौंतिकी )

1. बल (Force)

परिभाषा: बल वह भौतिक राशि है जो किसी वस्तु की गति, दिशा या आकार को बदलने का कारण बनती है।

उदाहरण: गेंद को लात मारने से वह गति में आती है क्योंकि बल लगाया जाता है। मात्रक: न्यूटन (N)

2. कार्य (Work)

परिभाषा: कार्य तब होता है जब कोई बल किसी वस्तु को विस्थापन के साथ गति कराता है।

उदाहरण: भारी बक्से को फर्श पर खींचने से कार्य होता है। मात्रक: जूल (J)

3. ऊर्जा (Energy)

परिभाषा: कार्य करने की क्षमता को ऊर्जा कहते हैं।

उदाहरण: एक चलती कार में गतिज ऊर्जा होती है। मात्रक: जूल (J)

4. गति (Motion)

परिभाषा: गति वह प्रक्रिया है जिसमें कोई वस्तु अपनी स्थिति को समय के साथ बदलती है।

उदाहरण: साइकिल सड़क पर चलते समय गति में होती है। मात्रक: मीटर प्रति सेकंड (m/s)

5. गुरुत्वाकर्षण (Gravity)

परिभाषा: गुरुत्वाकर्षण वह बल है जो दो वस्तुओं को एक-दूसरे की ओर खींचता है।

उदाहरण: सेब पेड़ से जमीन पर गिरता है क्योंकि पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण उसे खींचता है। मात्रक: न्यूटन (N)

6. वेग (Velocity)

परिभाषा: वेग एक सदिश राशि है जो गति की दर और दिशा को दर्शाता है।

उदाहरण: एक कार 60 किमी/घंटा की गति से उत्तर दिशा में चल रही है। मात्रक: मीटर प्रति सेकंड (m/s)

7. त्वरण (Acceleration)

परिभाषा: त्वरण वेग में समय के साथ परिवर्तन की दर है।

उदाहरण: कार ब्रेक लगाने पर उसका त्वरण नकारात्मक होता है। मात्रक: मीटर प्रति सेकंड² (m/s²)

8. द्रव्यमान (Mass)

परिभाषा: द्रव्यमान किसी वस्तु में पदार्थ की मात्रा को दर्शाता है।

उदाहरण: एक लोहे का गोला अधिक द्रव्यमान के कारण भारी होता है। मात्रक: किलोग्राम (kg)

9. घर्षण (Friction)

परिभाषा: घर्षण वह बल है जो दो सतहों के बीच सापेक्ष गति का विरोध करता है।

उदाहरण: स्केटबोर्ड को धक्का देने पर घर्षण के कारण वह धीरे-धीरे रुक जाता है। मात्रक: न्यूटन (N)

10. शक्ति (Power)

परिभाषा: शक्ति वह दर है जिसके साथ कार्य किया जाता है या ऊर्जा स्थानांतरित होती है।

उदाहरण: एक बल्ब अधिक शक्ति का उपयोग करता है यदि वह अधिक चमकता है। मात्रक: वॉट (W)

11. संवेग (Momentum)

परिभाषा: संवेग किसी वस्तु के द्रव्यमान और वेग का गुणनफल है।

उदाहरण: एक भारी ट्रक का संवेग अधिक होता है क्योंकि उसका द्रव्यमान अधिक है। मात्रक: किलोग्राम मीटर प्रति सेकंड (kg·m/s)

12. दाब (Pressure)

परिभाषा: दाब वह बल है जो प्रति इकाई क्षेत्रफल पर कार्य करता है।

उदाहरण: तेज चाकू से फल काटना आसान है क्योंकि वह कम क्षेत्र पर अधिक दाब डालता है। मात्रक: पास्कल (Pa)

13. तरंग (Wave)

परिभाषा: तरंग एक गड़बड़ी है जो माध्यम में ऊर्जा स्थानांतरित करती है।

उदाहरण: पानी में पत्थर फेंकने पर तरंगें बनती हैं। मात्रक: मीटर (m)

14. विद्युत धारा (Electric Current)

परिभाषा: विद्युत धारा इलेक्ट्रॉनों का प्रवाह है जो किसी चालक में होता है।

उदाहरण: स्विच ऑन करने पर बल्ब में विद्युत धारा प्रवाहित होती है। मात्रक: एम्पियर (A)

15. प्रतिरोध (Resistance)

परिभाषा: प्रतिरोध वह गुण है जो विद्युत धारा के प्रवाह को रोकता है।

उदाहरण: पतली तार में अधिक प्रतिरोध होता है, जिससे धारा कम प्रवाहित होती है। मात्रक: ओम (Ω)

16. चुंबकत्व (Magnetism)

परिभाषा: चुंबकत्व वह गुण है जो चुंबकीय पदार्थों को आकर्षित या विकर्षित करता है।

उदाहरण: एक चुंबक लोहे की कील को अपनी ओर खींचता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

17. ताप (Heat)

परिभाषा: ताप ऊर्जा का वह रूप है जो तापमान के कारण स्थानांतरित होता है।

उदाहरण: गर्म चाय का कप ठंडा होने पर ताप हवा में स्थानांतरित होता है। मात्रक: जूल (J)

18. ध्वनि (Sound)

परिभाषा: ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है जो माध्यम में कम्पन के कारण उत्पन्न होती है।

उदाहरण: ताली बजाने पर ध्वनि तरंगें हवा में फैलती हैं। मात्रक: हर्ट्ज (Hz)

19. प्रकाश (Light)

परिभाषा: प्रकाश विद्युत चुम्बकीय विकिरण का वह रूप है जो दृश्यमान होता है।

उदाहरण: सूर्य का प्रकाश पृथ्वी को रोशन करता है। मात्रक: मीटर (m)

20. परावर्तन (Reflection)

परिभाषा: परावर्तन वह प्रक्रिया है जिसमें प्रकाश किसी सतह से टकराकर वापस लौटता है।

उदाहरण: दर्पण में आपका प्रतिबिंब प्रकाश के परावर्तन के कारण दिखता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

21. अपवर्तन (Refraction)

परिभाषा: अपवर्तन वह प्रक्रिया है जिसमें प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करते समय अपनी दिशा बदलता है।

उदाहरण: पानी में डूबी हुई पेंसिल टूटी हुई दिखती है क्योंकि प्रकाश का अपवर्तन होता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

22. विवर्तन (Diffraction)

परिभाषा: विवर्तन वह प्रक्रिया है जिसमें तरंगें किसी रुकावट या छिद्र से गुजरते समय मुड़ती हैं और फैलती हैं।

उदाहरण: दरवाजे के पीछे से ध्वनि सुनाई देती है क्योंकि ध्वनि तरंगें विवर्तन करती हैं। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

23. व्यतिकरण (Interference)

परिभाषा: व्यतिकरण वह घटना है जिसमें दो या अधिक तरंगें मिलकर नई तरंग बनाती हैं।

उदाहरण: तालाब में दो पत्थर फेंकने पर तरंगें आपस में मिलकर विशेष पैटर्न बनाती हैं। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

24. ध्रुवण (Polarization)

परिभाषा: ध्रुवण वह प्रक्रिया है जिसमें प्रकाश तरंगों का कम्पन एक विशिष्ट दिशा में सीमित हो जाता है।

उदाहरण: धूप के चश्मे ध्रुवण का उपयोग करके चमक को कम करते हैं। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

25. गतिज ऊर्जा (Kinetic Energy)

परिभाषा: गतिज ऊर्जा वह ऊर्जा है जो किसी वस्तु की गति के कारण होती है।

उदाहरण: एक दौड़ती गेंद में गतिज ऊर्जा होती है जो उसे गति प्रदान करती है। मात्रक: जूल (J)

26. स्थितिज ऊर्जा (Potential Energy)

परिभाषा: स्थितिज ऊर्जा वह ऊर्जा है जो किसी वस्तु की स्थिति या अवस्था के कारण होती है।

उदाहरण: पहाड़ी पर रखा पत्थर गुरुत्वीय स्थितिज ऊर्जा रखता है। मात्रक: जूल (J)

27. यांत्रिक ऊर्जा (Mechanical Energy)

परिभाषा: यांत्रिक ऊर्जा गतिज और स्थितिज ऊर्जा का योग है।

उदाहरण: एक झूले में झूलता बच्चा यांत्रिक ऊर्जा का प्रदर्शन करता है। मात्रक: जूल (J)

28. तापीय ऊर्जा (Thermal Energy)

परिभाषा: तापीय ऊर्जा वह ऊर्जा है जो किसी वस्तु के कणों की गति के कारण होती है।

उदाहरण: गर्म पानी में अणुओं की गति के कारण तापीय ऊर्जा होती है। मात्रक: जूल (J)

29. विद्युत ऊर्जा (Electrical Energy)

परिभाषा: विद्युत ऊर्जा वह ऊर्जा है जो विद्युत आवेशों के प्रवाह के कारण उत्पन्न होती है।

उदाहरण: एक पंखा चलने के लिए विद्युत ऊर्जा का उपयोग करता है। मात्रक: जूल (J)

30. रासायनिक ऊर्जा (Chemical Energy)

परिभाषा: रासायनिक ऊर्जा वह ऊर्जा है जो रासायनिक बंधनों में संग्रहित होती है।

उदाहरण: बैटरी में संग्रहित रासायनिक ऊर्जा टॉर्च को रोशनी प्रदान करती है। मात्रक: जूल (J)

31. न्यूक्लिय ऊर्जा (Nuclear Energy)

परिभाषा: न्यूक्लिय ऊर्जा वह ऊर्जा है जो परमाणु के नाभिक में संग्रहित होती है।

उदाहरण: परमाणु रिएक्टर न्यूक्लिय ऊर्जा का उपयोग बिजली बनाने के लिए करते हैं। मात्रक: जूल (J)

32. संरक्षण का नियम (Law of Conservation)

परिभाषा: संरक्षण का नियम कहता है कि किसी बंद प्रणाली में ऊर्जा न तो बनती है और न ही नष्ट होती है, केवल रूप बदलती है।

उदाहरण: पेंडुलम की गतिज ऊर्जा स्थितिज ऊर्जा में बदलती है, लेकिन कुल ऊर्जा समान रहती है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

33. न्यूटन का प्रथम नियम (Newton’s First Law)

परिभाषा: न्यूटन का प्रथम नियम कहता है कि कोई वस्तु अपनी स्थिति में तब तक रहती है जब तक उस पर बाहरी बल न लगे।

उदाहरण: टेबल पर रखा किताब स्थिर रहता है जब तक कोई उसे धक्का न दे। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

34. न्यूटन का द्वितीय नियम (Newton’s Second Law)

परिभाषा: न्यूटन का द्वितीय नियम कहता है कि किसी वस्तु का त्वरण बल के समानुपाती और द्रव्यमान के व्युत्क्रमानुपाती होता है।

उदाहरण: एक भारी गाड़ी को तेजी से चलाने के लिए अधिक बल चाहिए। मात्रक: न्यूटन (N)

35. न्यूटन का तृतीय नियम (Newton’s Third Law)

परिभाषा: न्यूटन का तृतीय नियम कहता है कि प्रत्येक क्रिया के लिए एक समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है।

उदाहरण: रॉकेट का प्रक्षेपण गैसों के पीछे की ओर निकलने की प्रतिक्रिया से होता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

36. जड़त्व (Inertia)

परिभाषा: जड़त्व वह गुण है जो किसी वस्तु को उसकी गति या स्थिर अवस्था में परिवर्तन का विरोध करता है।

उदाहरण: बस के अचानक रुकने पर यात्री आगे की ओर झुकते हैं क्योंकि जड़त्व के कारण उनकी गति बनी रहती है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

37. आवेग (Impulse)

परिभाषा: आवेग बल और समय का गुणनफल है जो किसी वस्तु के संवेग में परिवर्तन लाता है।

उदाहरण: बल्ले से गेंद को मारने पर आवेग के कारण गेंद की गति बदलती है। मात्रक: न्यूटन-सेकंड (N·s)

38. कोणीय वेग (Angular Velocity)

परिभाषा: कोणीय वेग वह दर है जिसके साथ कोई वस्तु किसी अक्ष के चारों ओर घूमती है।

उदाहरण: पंखे के ब्लेड का तेजी से घूमना कोणीय वेग का उदाहरण है। मात्रक: रेडियन प्रति सेकंड (rad/s)

39. कोणीय त्वरण (Angular Acceleration)

परिभाषा: कोणीय त्वरण कोणीय वेग में समय के साथ परिवर्तन की दर है।

उदाहरण: जब पंखा शुरू होता है, तो उसका कोणीय त्वरण बढ़ता है। मात्रक: रेडियन प्रति सेकंड² (rad/s²)

40. बल आघूर्ण (Torque)

परिभाषा: बल आघूर्ण वह बल है जो किसी वस्तु को किसी अक्ष के चारों ओर घुमाने का कारण बनता है।

उदाहरण: रिंच से नट को कसने के लिए बल आघूर्ण लगाया जाता है। मात्रक: न्यूटन-मीटर (N·m)

41. संतुलन (Equilibrium)

परिभाषा: संतुलन वह अवस्था है जिसमें किसी वस्तु पर कार्य करने वाले सभी बलों और आघूर्णों का शुद्ध प्रभाव शून्य होता है।

उदाहरण: एक टेबल पर स्थिर रखा गिलास संतुलन में होता है क्योंकि उस पर कोई शुद्ध बल नहीं लगता। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

42. केंद्र संनाद (Center of Mass)

परिभाषा: केंद्र संनाद वह बिंदु है जहां किसी वस्तु का पूरा द्रव्यमान केंद्रित माना जाता है।

उदाहरण: एक छड़ी को बीच से उठाने पर वह संतुलित रहती है क्योंकि केंद्र संनाद पर बल लगता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

43. घूर्णन गति (Rotational Motion)

परिभाषा: घूर्णन गति वह गति है जिसमें कोई वस्तु किसी निश्चित अक्ष के चारों ओर घूमती है।

उदाहरण: पृथ्वी का अपनी धुरी पर घूमना घूर्णन गति का उदाहरण है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

44. सरल रेखीय गति (Linear Motion)

परिभाषा: सरल रेखीय गति वह गति है जिसमें कोई वस्तु एक सीधी रेखा में चलती है।

उदाहरण: ट्रेन का पटरियों पर चलना सरल रेखीय गति है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

45. सरल आवर्त गति (Simple Harmonic Motion)

परिभाषा: सरल आवर्त गति वह दोलन गति है जिसमें वस्तु एक निश्चित बिंदु के चारों ओर दोलन करती है।

उदाहरण: एक स्प्रिंग पर लटका द्रव्यमान ऊपर-नीचे दोलन करता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

46. आवृत्ति (Frequency)

परिभाषा: आवृत्ति वह दर है जिसके साथ कोई घटना प्रति सेकंड दोहराई जाती है।

उदाहरण: एक पेंडुलम प्रति सेकंड दो बार दोलन करता है, तो उसकी आवृत्ति 2 हर्ट्ज है। मात्रक: हर्ट्ज (Hz)

47. आयाम (Amplitude)

परिभाषा: आयाम वह अधिकतम विस्थापन है जो एक दोलन करने वाली वस्तु अपने संतुलन बिंदु से करती है।

उदाहरण: झूले की अधिकतम ऊंचाई उसका आयाम है। मात्रक: मीटर (m)

48. तरंगदैर्घ्य (Wavelength)

परिभाषा: तरंगदैर्घ्य दो लगातार तरंग शिखरों या गर्तों के बीच की दूरी है।

उदाहरण: पानी की तरंगों में दो शिखरों के बीच की दूरी तरंगदैर्घ्य है। मात्रक: मीटर (m)

49. द्रव गतिकी (Fluid Dynamics)

परिभाषा: द्रव गतिकी वह विज्ञान है जो द्रवों (तरल और गैस) की गति का अध्ययन करता है।

उदाहरण: नदी में पानी का प्रवाह द्रव गतिकी का उदाहरण है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

50. उत्प्लावन (Buoyancy)

परिभाषा: उत्प्लावन वह बल है जो किसी द्रव में डूबी वस्तु को ऊपर की ओर धकेलता है।

उदाहरण: पानी में तैरती नाव उत्प्लावन बल के कारण तैरती है। मात्रक: न्यूटन (N)

51. आर्किमिडीज़ का सिद्धांत (Archimedes’ Principle)

परिभाषा: आर्किमिडीज़ का सिद्धांत कहता है कि किसी द्रव में डूबी वस्तु पर लगने वाला उत्प्लावन बल वस्तु द्वारा विस्थापित द्रव के वजन के बराबर होता है।

उदाहरण: एक लकड़ी का टुकड़ा पानी में तैरता है क्योंकि वह पानी को विस्थापित करता है। मात्रक: न्यूटन (N)

52. पास्कल का सिद्धांत (Pascal’s Principle)

परिभाषा: पास्कल का सिद्धांत कहता है कि किसी बंद द्रव में लगाया गया दाब सभी दिशाओं में समान रूप से संचरित होता है।

उदाहरण: हाइड्रोलिक लिफ्ट दाब को संचरित करके भारी वस्तुओं को उठाती है। मात्रक: पास्कल (Pa)

53. बर्नौली का सिद्धांत (Bernoulli’s Principle)

परिभाषा: बर्नौली का सिद्धांत कहता है कि द्रव की गति बढ़ने पर उसका दाब कम हो जाता है।

उदाहरण: हवाई जहाज का पंख तेज हवा से कम दाब बनाकर उड़ान भरता है। मात्रक: पास्कल (Pa)

54. चिपचिपापन (Viscosity)

परिभाषा: चिपचिपापन द्रव का वह गुण है जो उसकी गति का विरोध करता है।

उदाहरण: शहद का धीमा प्रवाह उसकी उच्च चिपचिपाहट के कारण होता है। मात्रक: पास्कल-सेकंड (Pa·s)

55. पृष्ठ तनाव (Surface Tension)

परिभाषा: पृष्ठ तनाव वह बल है जो द्रव की सतह को संकुचित करने की कोशिश करता है।

उदाहरण: पानी की बूंदें गोल आकार में रहती हैं क्योंकि पृष्ठ तनाव के कारण। मात्रक: न्यूटन प्रति मीटर (N/m)

56. तापमान (Temperature)

परिभाषा: तापमान किसी पदार्थ की गर्मी या ठंडक की माप है।

उदाहरण: थर्मामीटर से पानी का तापमान मापा जाता है। मात्रक: डिग्री सेल्सियस (°C) या केल्विन (K)

57. ऊष्मा संचरण (Heat Transfer)

परिभाषा: ऊष्मा संचरण वह प्रक्रिया है जिसमें ऊष्मा एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित होती है।

उदाहरण: गर्म तवे से रोटी तक ऊष्मा संचरण होता है। मात्रक: जूल (J)

58. संवहन (Convection)

परिभाषा: संवहन वह प्रक्रिया है जिसमें द्रव के कणों की गति से ऊष्मा स्थानांतरित होती है।

उदाहरण: पानी को गर्म करने पर गर्म पानी ऊपर उठता है और ठंडा पानी नीचे आता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

59. चालन (Conduction)

परिभाषा: चालन वह प्रक्रिया है जिसमें ऊष्मा ठोस पदार्थ के अणुओं के कम्पन से स्थानांतरित होती है।

उदाहरण: गर्म चम्मच का हैंडल गर्म हो जाता है क्योंकि ऊष्मा चालन से फैलती है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

60. विकिरण (Radiation)

परिभाषा: विकिरण वह प्रक्रिया है जिसमें ऊष्मा विद्युत चुम्बकीय तरंगों के माध्यम से स्थानांतरित होती है।

उदाहरण: सूर्य की गर्मी पृथ्वी तक विकिरण द्वारा पहुंचती है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

61. ऊष्मागतिकी का प्रथम नियम (First Law of Thermodynamics)

परिभाषा: ऊष्मागतिकी का प्रथम नियम कहता है कि किसी बंद प्रणाली की कुल ऊर्जा संरक्षित रहती है; ऊष्मा और कार्य ऊर्जा के रूपांतरण हैं।

उदाहरण: इंजन में ईंधन जलने से उत्पन्न ऊष्मा कार्य में बदलती है। मात्रक: जूल (J)

62. ऊष्मागतिकी का द्वितीय नियम (Second Law of Thermodynamics)

परिभाषा: ऊष्मागतिकी का द्वितीय नियम कहता है कि ऊष्मा स्वतः गर्म से ठंडे पदार्थ की ओर प्रवाहित होती है।

उदाहरण: गर्म कॉफी ठंडी हवा में स्वतः ठंडी हो जाती है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

63. एन्ट्रॉपी (Entropy)

परिभाषा: एन्ट्रॉपी किसी प्रणाली की अव्यवस्था या अनियमितता की माप है।

उदाहरण: बर्फ के पिघलने पर पानी की एन्ट्रॉपी बढ़ती है क्योंकि अणु अधिक अव्यवस्थित हो जाते हैं। मात्रक: जूल प्रति केल्विन (J/K)

64. विद्युत आवेश (Electric Charge)

परिभाषा: विद्युत आवेश वह भौतिक गुण है जो विद्युत क्षेत्र उत्पन्न करता है।

उदाहरण: गुब्बारे को रगड़ने पर वह कागज के टुकड़ों को आकर्षित करता है क्योंकि आवेश उत्पन्न होता है। मात्रक: कूलॉम (C)

65. विद्युत क्षेत्र (Electric Field)

परिभाषा: विद्युत क्षेत्र वह क्षेत्र है जिसमें विद्युत आवेश पर बल कार्य करता है।

उदाहरण: एक आवेशित कण के पास दूसरा कण अनुभव करता है कि उस पर बल लगता है। मात्रक: न्यूटन प्रति कूलॉम (N/C)

66. चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic Field)

परिभाषा: चुंबकीय क्षेत्र वह क्षेत्र है जिसमें चुंबकीय बल कार्य करता है।

उदाहरण: चुंबक के पास रखी लोहे की कील उसकी ओर खींची जाती है। मात्रक: टेस्ला (T)

67. विद्युत चुम्बकीय प्रेरण (Electromagnetic Induction)

परिभाषा: विद्युत चुम्बकीय प्रेरण वह प्रक्रिया है जिसमें चुंबकीय क्षेत्र में परिवर्तन से विद्युत धारा उत्पन्न होती है।

उदाहरण: जनरेटर में चुंबक घुमाने से बिजली उत्पन्न होती है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

68. फैराडे का नियम (Faraday’s Law)

परिभाषा: फैराडे का नियम कहता है कि चुंबकीय फ्लक्स में परिवर्तन से प्रेरित विद्युत वाहक बल उत्पन्न होता है।

उदाहरण: कॉइल में चुंबक को हिलाने पर बल्ब जलने लगता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

69. लेंज़ का नियम (Lenz’s Law)

परिभाषा: लेंज़ का नियम कहता है कि प्रेरित धारा की दिशा ऐसी होती है जो चुंबकीय फ्लक्स के परिवर्तन का विरोध करती है।

उदाहरण: चुंबक को कॉइल में डालने पर धारा ऐसी दिशा में बहती है जो चुंबक को बाहर धकेलती है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

70. ओम का नियम (Ohm’s Law)

परिभाषा: ओम का नियम कहता है कि किसी चालक में धारा उसके सिरों पर वोल्टेज के समानुपाती होती है।

उदाहरण: एक रेसिस्टर में वोल्टेज बढ़ाने पर धारा भी बढ़ती है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

71. किरचॉफ का नियम (Kirchhoff’s Law)

परिभाषा: किरचॉफ का नियम विद्युत परिपथ में धारा और वोल्टेज के संरक्षण को बताता है।

उदाहरण: एक जटिल सर्किट में सभी धाराओं का योग शून्य होता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

72. धारिता (Capacitance)

परिभाषा: धारिता वह गुण है जो किसी संधारित्र की विद्युत आवेश संग्रह करने की क्षमता को दर्शाता है।

उदाहरण: कैमरे का फ्लैश संधारित्र में संग्रहित आवेश का उपयोग करता है। मात्रक: फैराड (F)

73. प्रेरकत्व (Inductance)

परिभाषा: प्रेरकत्व वह गुण है जो किसी कॉइल में धारा परिवर्तन के कारण प्रेरित वोल्टेज उत्पन्न करता है।

उदाहरण: इंडक्टर सर्किट में धारा के अचानक परिवर्तन को रोकता है। मात्रक: हेनरी (H)

74. प्रत्यावर्ती धारा (Alternating Current)

परिभाषा: प्रत्यावर्ती धारा वह विद्युत धारा है जो समय के साथ दिशा और परिमाण बदलती है।

उदाहरण: घरों में बिजली की आपूर्ति प्रत्यावर्ती धारा के रूप में होती है। मात्रक: एम्पियर (A)

75. दिष्ट धारा (Direct Current)

परिभाषा: दिष्ट धारा वह विद्युत धारा है जो एक ही दिशा में स्थिर रहती है।

उदाहरण: बैटरी से चलने वाला टॉर्च दिष्ट धारा का उपयोग करता है। मात्रक: एम्पियर (A)

76. ट्रांसफार्मर (Transformer)

परिभाषा: ट्रांसफार्मर एक उपकरण है जो प्रत्यावर्ती वोल्टेज को बढ़ाता या घटाता है।

उदाहरण: मोबाइल चार्जर में ट्रांसफार्मर वोल्टेज को कम करता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

77. डायोड (Diode)

परिभाषा: डायोड एक अर्धचालक उपकरण है जो धारा को केवल एक दिशा में प्रवाहित होने देता है।

उदाहरण: डायोड का उपयोग सर्किट में धारा को नियंत्रित करने के लिए होता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

78. अर्धचालक (Semiconductor)

परिभाषा: अर्धचालक वह पदार्थ है जिसकी चालकता चालक और कुचालक के बीच होती है।

उदाहरण: सिलिकॉन से बने चिप्स कंप्यूटर में उपयोग होते हैं। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

79. प्रकाश विद्युत प्रभाव (Photoelectric Effect)

परिभाषा: प्रकाश विद्युत प्रभाव वह प्रक्रिया है जिसमें प्रकाश धातु की सतह से इलेक्ट्रॉन निकालता है।

उदाहरण: सौर पैनल प्रकाश विद्युत प्रभाव का उपयोग करके बिजली उत्पन्न करते हैं। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

80. क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics)

परिभाषा: क्वांटम यांत्रिकी वह विज्ञान है जो सूक्ष्म कणों के व्यवहार का अध्ययन करता है।

उदाहरण: परमाणु में इलेक्ट्रॉन की स्थिति क्वांटम यांत्रिकी द्वारा समझी जाती है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

81. अनिश्चितता सिद्धांत (Uncertainty Principle)

परिभाषा: अनिश्चितता सिद्धांत कहता है कि किसी कण की स्थिति और संवेग को एक साथ पूर्ण सटीकता से नहीं मापा जा सकता।

उदाहरण: इलेक्ट्रॉन की स्थिति मापने पर उसका संवेग अनिश्चित हो जाता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

82. परमाणु संरचना (Atomic Structure)

परिभाषा: परमाणु संरचना वह व्यवस्था है जिसमें प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रॉन परमाणु में व्यवस्थित होते हैं।

उदाहरण: हाइड्रोजन परमाणु में एक प्रोटॉन और एक इलेक्ट्रॉन होता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

83. नाभिकीय विखंडन (Nuclear Fission)

परिभाषा: नाभिकीय विखंडन वह प्रक्रिया है जिसमें एक भारी नाभिक दो या अधिक छोटे नाभिकों में टूटता है, जिससे ऊर्जा निकलती है।

उदाहरण: परमाणु बम में यूरेनियम-235 का विखंडन होता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

84. नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion)

परिभाषा: नाभिकीय संलयन वह प्रक्रिया है जिसमें दो हल्के नाभिक मिलकर एक भारी नाभिक बनाते हैं, जिससे ऊर्जा निकलती है।

उदाहरण: सूर्य में हाइड्रोजन के नाभिक संलयन से ऊर्जा उत्पन्न होती है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

85. रेडियोधर्मिता (Radioactivity)

परिभाषा: रेडियोधर्मिता वह प्रक्रिया है जिसमें अस्थिर नाभिक स्वतः कण या विकिरण उत्सर्जित करता है।

उदाहरण: यूरेनियम स्वतः रेडियोधर्मी कण उत्सर्जित करता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

86. अल्फा कण (Alpha Particle)

परिभाषा: अल्फा कण एक रेडियोधर्मी कण है जो दो प्रोटॉन और दो न्यूट्रॉन से बना होता है।

उदाहरण: रेडियम के विघटन से अल्फा कण निकलते हैं। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

87. बीटा कण (Beta Particle)

परिभाषा: बीटा कण एक उच्च ऊर्जा वाला इलेक्ट्रॉन या पॉजिट्रॉन है जो रेडियोधर्मी विघटन में उत्सर्जित होता है।

उदाहरण: कार्बन-14 के विघटन में बीटा कण निकलता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

88. गामा किरण (Gamma Ray)

परिभाषा: गामा किरण उच्च ऊर्जा वाली विद्युत चुम्बकीय तरंगें हैं जो रेडियोधर्मी विघटन में उत्सर्जित होती हैं।

उदाहरण: रेडियोधर्मी तत्वों के विघटन के दौरान गामा किरणें निकलती हैं। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

89. विकिरण (Radiation)

परिभाषा: विकिरण वह ऊर्जा है जो कणों या तरंगों के रूप में स्थानांतरित होती है।

उदाहरण: सूर्य से आने वाली गर्मी विकिरण के रूप में होती है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

90. रेडियोधर्मी तत्व (Radioactive Element)

परिभाषा: रेडियोधर्मी तत्व वे तत्व हैं जो अस्थिर नाभिक के कारण विकिरण उत्सर्जित करते हैं।

उदाहरण: यूरेनियम और थोरियम रेडियोधर्मी तत्व हैं। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

91. आधा जीवन (Half-Life)

परिभाषा: आधा जीवन वह समय है जिसमें किसी रेडियोधर्मी तत्व की आधी मात्रा विघटित हो जाती है।

उदाहरण: कार्बन-14 का आधा जीवन लगभग 5730 वर्ष है। मात्रक: वर्ष (yr)

92. परमाणु बम (Atomic Bomb)

परिभाषा: परमाणु बम एक विस्फोटक उपकरण है जो नाभिकीय विखंडन के सिद्धांत पर कार्य करता है।

उदाहरण: हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए बम परमाणु बम थे। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

93. हाइड्रोजन बम (Hydrogen Bomb)

परिभाषा: हाइड्रोजन बम एक नाभिकीय हथियार है जो नाभिकीय संलयन के सिद्धांत पर कार्य करता है।

उदाहरण: हाइड्रोजन बम का विस्फोट परमाणु बम से अधिक शक्तिशाली होता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

94. विकिरण सुरक्षा (Radiation Protection)

परिभाषा: विकिरण सुरक्षा वह उपाय हैं जो विकिरण के हानिकारक प्रभावों से बचाने के लिए अपनाए जाते हैं।

उदाहरण: विकिरण चिकित्सा में सुरक्षा उपकरणों का उपयोग किया जाता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

95. तापमान मापन (Temperature Measurement)

परिभाषा: तापमान मापन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी वस्तु के तापमान को मापा जाता है।

उदाहरण: थर्मामीटर का उपयोग तापमान मापने के लिए किया जाता है। मात्रक: डिग्री सेल्सियस (°C) या केल्विन (K)

96. ऊष्मा (Heat)

परिभाषा: ऊष्मा ऊर्जा का वह रूप है जो तापमान के अंतर के कारण स्थानांतरित होती है।

उदाहरण: गर्म चाय में ठंडे दूध मिलाने पर ऊष्मा का आदान-प्रदान होता है। मात्रक: जूल (J)

97. विशिष्ट ऊष्मा (Specific Heat)

परिभाषा: विशिष्ट ऊष्मा वह मात्रा है जो एक किलोग्राम पदार्थ के तापमान को एक डिग्री सेल्सियस बढ़ाने के लिए आवश्यक होती है।

उदाहरण: पानी की विशिष्ट ऊष्मा 4.18 जूल/किलोग्राम/डिग्री सेल्सियस है। मात्रक: जूल प्रति किलोग्राम प्रति डिग्री सेल्सियस (J/kg·°C)

98. ऊष्मागतिकी (Thermodynamics)

परिभाषा: ऊष्मागतिकी वह विज्ञान है जो ऊष्मा और ऊर्जा के बीच संबंधों का अध्ययन करता है।

उदाहरण: ऊष्मागतिकी के नियमों का उपयोग इंजन के कार्य में किया जाता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

99. तापीय संतुलन (Thermal Equilibrium)

परिभाषा: तापीय संतुलन वह अवस्था है जब दो या अधिक वस्तुओं के तापमान समान हो जाते हैं और ऊष्मा का आदान-प्रदान बंद हो जाता है।

उदाहरण: गर्म पानी और ठंडे पानी को मिलाने पर दोनों का तापमान समान हो जाता है। मात्रक: कोई विशेष मात्रक नहीं

100. परमाणु ऊर्जा (Nuclear Energy)

परिभाषा: परमाणु ऊर्जा वह ऊर्जा है जो परमाणु के नाभिक में संग्रहित होती है और नाभिकीय विखंडन या संलयन के दौरान मुक्त होती है।

उदाहरण: परमाणु रिएक्टर में ऊर्जा का उत्पादन नाभिकीय विखंडन से होता है। मात्रक: जूल (J)