1. शब्द की परिभाषा और भेद
विवरण: शब्द भाषा की अर्थपूर्ण इकाई है, जो विचारों को व्यक्त करता है।
भेद:
- रूढ़: जिन शब्दों के सार्थक खंड न हों और जो अन्य शब्दों के मेल से न बने हों, जैसे चावल, दिन, घर, मुँह।
- यौगिक: दो या अधिक शब्दों के मेल से बने शब्द, जैसे विज्ञान, सामाजिक, विद्यालय, राजपुत्र।
- योगरूढ़: यौगिक शब्द जो विशेष अर्थ व्यक्त करते हैं, जैसे पीताम्बर (वस्त्र), जलज (कमल), लंबोदर (गणेश)।
- प्रतियोगी तथ्य: योगरूढ़ शब्द UPSC में भाषा परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- प्रतियोगी तथ्य: रूढ़ शब्दों का अर्थ स्थिर होता है।
2. शब्द निर्माण की प्रक्रिया
विवरण: शब्द निर्माण उपसर्ग, प्रत्यय, और समास के माध्यम से होता है।
विशेषताएँ:
- उपसर्ग: शब्द के पहले जोड़ा जाता है, जैसे अनु+ज्ञा=अनुज्ञा।
- प्रत्यय: शब्द के अंत में जोड़ा जाता है, जैसे विद्या+आलय=विद्यालय।
- समास: दो शब्दों का संक्षिप्तीकरण, जैसे राज+पुत्र=राजपुत्र।
- प्रतियोगी तथ्य: शब्द निर्माण SSC और PCS में व्याकरण प्रश्नों का आधार है।
- प्रतियोगी तथ्य: उपसर्ग और प्रत्यय हिंदी शब्दावली को समृद्ध करते हैं।
3. शब्दों का वर्गीकरण: विकारी और अविकारी शब्द
विवरण: शब्दों को उनके रूप परिवर्तन के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
विशेषताएँ:
- विकारी: जिन शब्दों का रूप बदलता है, जैसे संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया।
- अविकारी: जिनका रूप नहीं बदलता, जैसे क्रिया-विशेषण, संबंधबोधक, समुच्चयबोधक, विस्मयादिबोधक।
- प्रतियोगी तथ्य: विकारी शब्द वाक्य रचना में लिंग, वचन, कारक से प्रभावित होते हैं।
- प्रतियोगी तथ्य: अविकारी शब्द वाक्य में स्थिरता प्रदान करते हैं।
4. तत्सम, तद्भव, देशज, और विदेशी शब्द
विवरण: शब्दों को उनके स्रोत के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
विशेषताएँ:
- तत्सम: संस्कृत से ज्यों-के-त्यों लिए गए शब्द, जैसे अग्नि, वायु, माता, सूर्य।
- तद्भव: संस्कृत से परिवर्तित होकर आए शब्द, जैसे उज्ज्वल→उजला, हस्त→हाथ।
- देशज: क्षेत्रीय प्रभाव से बने शब्द, जैसे थैला, पगड़ी, लोटा।
- विदेशी: विदेशी भाषाओं से आए शब्द, जैसे पुर्तगाली (अलमारी, चाबी), अंग्रेजी (रेल, स्कूल), फारसी (गुंडा, तहस-नहस)।
- प्रतियोगी तथ्य: तत्सम और तद्भव शब्द UPSC हिंदी परीक्षा में अक्सर पूछे जाते हैं।
- प्रतियोगी तथ्य: विदेशी शब्द हिंदी की समृद्धि को दर्शाते हैं।
5. समानार्थी और विलोम शब्द
विवरण: समान अर्थ वाले शब्द समानार्थी और विपरीत अर्थ वाले शब्द विलोम कहलाते हैं।
विशेषताएँ:
- समानार्थी: उदाहरण- सूर्य (भानु, रवि), जल (नीर, पानी)।
- विलोम: उदाहरण- बड़ा×छोटा, दिन×रात।
- प्रतियोगी तथ्य: समानार्थी और विलोम SSC और PCS में शब्दावली प्रश्नों का आधार हैं।
- प्रतियोगी तथ्य: समानार्थी शब्द लेखन में विविधता लाते हैं।
6. शब्द भेद (Kinds of Words)
विवरण: शब्दों का वर्गीकरण चार आधारों पर किया जाता है: उत्पत्ति, रचना, प्रयोग, और अर्थ।
विशेषताएँ:
- उत्पत्ति/स्रोत: तत्सम (अग्नि), तद्भव (हाथ), देशज (थैला), विदेशी (चाबी)।
- रचना/बनावट: रूढ़ (घर), यौगिक (विद्यालय), योगरूढ़ (पीताम्बर)।
- रूप/प्रयोग: विकारी (संज्ञा, क्रिया), अविकारी (क्रिया-विशेषण, समुच्चयबोधक)।
- अर्थ: समानार्थी (सूर्य-भानु), विलोम (बड़ा-छोटा)।
- प्रतियोगी तथ्य: शब्द भेद का ज्ञान हिंदी व्याकरण में आधारभूत है।
- प्रतियोगी तथ्य: शब्द भेद UPSC में अनुवाद और निबंध लेखन में सहायक है।
शब्द विचार का अवलोकन (सारणी):
वर्गीकरण का आधार | प्रकार | उदाहरण |
---|---|---|
उत्पत्ति | तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी | अग्नि, हाथ, थैला, चाबी |
रचना | रूढ़, यौगिक, योगरूढ़ | घर, विद्यालय, पीताम्बर |
रूप/प्रयोग | विकारी, अविकारी | संज्ञा, क्रिया-विशेषण |
अर्थ | समानार्थी, विलोम | सूर्य-भानु, बड़ा-छोटा |