परिचय
ग्लोब पृथ्वी का एक छोटा, त्रिविम मॉडल है जो इसके आकार, गति, और भौगोलिक निर्देशांक (अक्षांश और देशांतर) को समझने में मदद करता है। अक्षांश और देशांतर रेखाएँ पृथ्वी पर स्थान और समय निर्धारित करने के लिए उपयोगी हैं।
1. ग्लोब
परिभाषा: ग्लोब पृथ्वी का एक त्रिविम मॉडल है जो इसके भौगोलिक और भौतिक लक्षणों को दर्शाता है।
विशेषताएँ:
- यह पृथ्वी का सटीक प्रतिनिधित्व करता है।
- महाद्वीप, महासागर, और निर्देशांक रेखाएँ दर्शाता है।
- पृथ्वी का 71% भाग पानी और 29% भाग स्थल है।
उदाहरण: ग्लोब का उपयोग स्कूलों में पृथ्वी की सतह और स्थानों को समझने के लिए किया जाता है।
2. भू–आभ (Geoid)
परिभाषा: पृथ्वी का आकार, जो पूर्ण गोला न होकर चपटा गोला (oblate spheroid) है।
विशेषताएँ:
- पृथ्वी के ध्रुवों पर चपटापन और विषुवत पर उभार।
- घूर्णन के कारण यह आकार बनता है।
- पृथ्वी का व्यास: 12,742 किमी (विषुवत), 12,714 किमी (ध्रुवीय)।
उदाहरण: भू–आभ के कारण पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र असमान है।
3. सापेक्षिक गति
परिभाषा: किसी वस्तु की गति का अवलोकन किसी अन्य वस्तु के सापेक्ष।
विशेषताएँ:
- पृथ्वी सूर्य के सापेक्ष 365.25 दिनों में चक्कर लगाती है।
- चंद्रमा पृथ्वी के सापेक्ष 27.3 दिनों में परिक्रमा करता है।
उदाहरण: ट्रेन में बैठा व्यक्ति दूसरी ट्रेन को तेजी से गुजरता हुआ देखता है।
4. वास्तविक गति
परिभाषा: किसी वस्तु की गति का वास्तविक माप, जैसे पृथ्वी का घूर्णन या परिक्रमा।
विशेषताएँ:
- पृथ्वी अपनी धुरी पर 24 घंटे में (1670 किमी/घंटा) घूमती है।
- पृथ्वी सूर्य के चारों ओर 365.25 दिन में (107,000 किमी/घंटा) चक्कर लगाती है।
उदाहरण: पृथ्वी की वास्तविक गति दिन-रात और मौसमों का कारण है।
5. रेखा जाल
परिभाषा: अक्षांश और देशांतर रेखाओं का जाल जो पृथ्वी पर स्थानों को निर्धारित करता है।
विशेषताएँ:
- अक्षांश: पूर्व-पश्चिम समानांतर रेखाएँ।
- देशांतर: उत्तर-दक्षिण अर्धवृत्त रेखाएँ।
- यह स्थान और दिशा निर्धारण में मदद करता है।
उदाहरण: दिल्ली का निर्देशांक: 28.7°N, 77.1°E।
6. अक्षांश
परिभाषा: भूमध्य रेखा से उत्तर या दक्षिण की कोणीय दूरी, डिग्री में मापी जाती है।
विशेषताएँ:
- 0° (भूमध्य रेखा) से 90° (उत्तर/दक्षिण ध्रुव) तक।
- समानांतर रेखाएँ जो एक-दूसरे को कभी नहीं काटतीं।
- पृथ्वी को उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में बाँटता है।
उदाहरण: कर्क रेखा 23.5°N पर है।
7. उत्तरी गोलार्ध
परिभाषा: पृथ्वी का वह भाग जो भूमध्य रेखा से उत्तर में है (0° से 90°N)।
विशेषताएँ:
- इसमें अधिकांश स्थल (महाद्वीप) हैं।
- आर्कटिक वृत्त (66.5°N) इसमें शामिल है।
उदाहरण: भारत उत्तरी गोलार्ध में है।
8. दक्षिणी गोलार्ध
परिभाषा: पृथ्वी का वह भाग जो भूमध्य रेखा से दक्षिण में है (0° से 90°S)।
विशेषताएँ:
- इसमें अधिकांश महासागर हैं।
- अंटार्कटिक वृत्त (66.5°S) इसमें शामिल है।
उदाहरण: ऑस्ट्रेलिया दक्षिणी गोलार्ध में है।
9. समानांतर रेखाएँ
परिभाषा: अक्षांश रेखाएँ जो एक-दूसरे के समानांतर चलती हैं।
विशेषताएँ:
- भूमध्य रेखा सबसे बड़ी समानांतर रेखा है।
- ध्रुवों की ओर छोटी होती जाती हैं।
उदाहरण: कर्क रेखा और मकर रेखा समानांतर रेखाएँ हैं।
10. भूमध्य रेखा (विषुवत वृत्त)
परिभाषा: 0° अक्षांश रेखा जो पृथ्वी को दो बराबर गोलार्धों में बाँटती है।
विशेषताएँ:
- सूर्य वर्ष में दो बार (21 मार्च, 23 सितंबर) सीधे ऊपर होता है।
- यह सबसे गर्म क्षेत्र (उष्ण कटिबंध) बनाता है।
उदाहरण: इक्वाडोर भूमध्य रेखा पर स्थित है।
11. कर्क रेखा (कर्क वृत्त)
परिभाषा: 23.5°N अक्षांश रेखा, जहाँ सूर्य 21 जून को सीधे ऊपर होता है।
विशेषताएँ:
- उत्तरी उष्ण कटिबंध की सीमा।
- भारत में कर्क रेखा गुजरती है।
उदाहरण: राजस्थान में कर्क रेखा से सूर्य की किरणें लंबवत पड़ती हैं।
12. मकर रेखा (मकर वृत्त)
परिभाषा: 23.5°S अक्षांश रेखा, जहाँ सूर्य 22 दिसंबर को सीधे ऊपर होता है।
विशेषताएँ:
- दक्षिणी उष्ण कटिबंध की सीमा।
- ऑस्ट्रेलिया में मकर रेखा गुजरती है।
उदाहरण: चिली में मकर रेखा से सूर्य की किरणें लंबवत पड़ती हैं।
13. आर्कटिक रेखा (आर्कटिक वृत्त)
परिभाषा: 66.5°N अक्षांश रेखा, जहाँ सूर्य 6 महीने तक दिखाई देता या गायब रहता है।
विशेषताएँ:
- उत्तरी शीत कटिबंध की सीमा।
- ध्रुवीय दिन और रात का कारण।
उदाहरण: नॉर्वे में आर्कटिक रेखा पर मध्यरात्रि सूर्य दिखाई देता है।
14. अंटार्कटिक रेखा (अंटार्कटिक वृत्त)
परिभाषा: 66.5°S अक्षांश रेखा, जहाँ सूर्य 6 महीने तक दिखाई देता या गायब रहता है।
विशेषताएँ:
- दक्षिणी शीत कटिबंध की सीमा।
- अंटार्कटिका में यह रेखा मौजूद है।
उदाहरण: अंटार्कटिका में ध्रुवीय रात 6 महीने तक रहती है।
15. देशांतर
परिभाषा: ग्रीनविच मध्याह्न रेखा से पूर्व या पश्चिम की कोणीय दूरी, डिग्री में मापी जाती है।
विशेषताएँ:
- 0° से 180° तक।
- पूर्वी (E) और पश्चिमी (W) देशांतर।
- ध्रुवों पर मिलती हैं, विषुवत पर सबसे दूर।
उदाहरण: दिल्ली 77.1°E पर है।
16. देशांतर रेखाएँ
परिभाषा: उत्तर से दक्षिण तक चलने वाली काल्पनिक अर्धवृत्त रेखाएँ।
विशेषताएँ:
- सभी देशांतर रेखाएँ समान लंबाई की होती हैं।
- इन्हें मध्याह्न रेखाएँ भी कहते हैं।
उदाहरण: 0° देशांतर ग्रीनविच मध्याह्न रेखा है।
17. महत्वपूर्ण देशांतर रेखाएँ
परिभाषा: विशेष देशांतर रेखाएँ जो समय और स्थान निर्धारण में महत्वपूर्ण हैं।
विशेषताएँ:
- 0° (ग्रीनविच मध्याह्न रेखा): विश्व समय का आधार।
- 180°: अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा।
उदाहरण: ग्रीनविच समय (GMT) 0° पर आधारित है।
18. देशांतर और समय
परिभाषा: देशांतर रेखाएँ पृथ्वी पर समय अंतर निर्धारित करती हैं।
विशेषताएँ:
- पृथ्वी 360° को 24 घंटे में घूमती है (15° प्रति घंटा)।
- पूर्व की ओर: समय बढ़ता है।
- पश्चिम की ओर: समय घटता है।
उदाहरण: 15°E पर समय 1 घंटा आगे है।
19. मानक समय
परिभाषा: किसी देश या क्षेत्र में एकसमान समय, जो एक देशांतर रेखा पर आधारित होता है।
विशेषताएँ:
- यह स्थानीय समय के अंतर को कम करता है।
- उदाहरण: भारतीय मानक समय (IST)।
उदाहरण: भारत में समय एकसमान करने के लिए IST का उपयोग।
20. समय कटिबंध
परिभाषा: पृथ्वी को 24 समय क्षेत्रों में बाँटने वाली रेखाएँ, प्रत्येक 15° देशांतर चौड़ाई का।
विशेषताएँ:
- प्रत्येक समय कटिबंध में 1 घंटे का अंतर।
- ग्रीनविच मध्याह्न रेखा (0°) केंद्र है।
उदाहरण: भारत 82.5°E पर आधारित समय कटिबंध में है।
21. भारतीय मानक रेखा
परिभाषा: 82.5°E देशांतर रेखा, जिस पर भारतीय मानक समय (IST) आधारित है।
विशेषताएँ:
- यह मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश) से गुजरती है।
- IST = GMT + 5:30 घंटे।
उदाहरण: भारत में सभी घड़ियाँ IST के अनुसार चलती हैं।
22. अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा
परिभाषा: 180° देशांतर रेखा, जहाँ तारीख बदलती है।
विशेषताएँ:
- पूर्व की ओर: तारीख एक दिन पीछे।
- पश्चिम की ओर: तारीख एक दिन आगे।
- यह प्रशांत महासागर से गुजरती है।
उदाहरण: 180° पर तारीख बदलने से यात्रियों को समय समायोजन करना पड़ता है।