परिचय
जलवायु और मौसम हमारे दैनिक जीवन को प्रभावित करते हैं। मौसम दिन-प्रतिदिन बदलता है, जबकि जलवायु लंबे समय तक (30-35 वर्ष) की औसत मौसमी स्थिति को दर्शाती है। भारत की जलवायु को मानसूनी जलवायु कहा जाता है, जो मुख्य रूप से मानसूनी हवाओं, वर्षा, और तापमान से प्रभावित होती है।
1. मौसम और ऋतुएँ
परिभाषा:
- मौसम: वायुमंडल में तापमान, वायुदाब, और आर्द्रता के कारण दिन-प्रतिदिन होने वाला परिवर्तन।
- ऋतु: जब एक ही प्रकार का मौसम लगभग 2-3 महीने तक बना रहता है।
- जलवायु: कई वर्षों (30-35 वर्ष) की औसत मौसमी स्थिति।
भारत की चार प्रमुख ऋतुएँ:
- शीत ऋतु (दिसंबर-फरवरी): ठंडा मौसम, उत्तर भारत में तापमान 21°C से कम, हिमालय की निकटता और समुद्र से दूरी के कारण।
- ग्रीष्म ऋतु (मार्च-मई): गर्म मौसम, सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं, लू (गर्म हवाएँ) चलती हैं।
- वर्षा ऋतु (जून-सितंबर): मानसूनी हवाएँ वर्षा लाती हैं, खरीफ फसलों की बुआई।
- शरद ऋतु (अक्टूबर-नवंबर): सामान्य मौसम, दक्षिण भारत में वर्षा, खरीफ फसलों की कटाई।
महत्व:
- ऋतुएँ कृषि, जैसे जायद और खरीफ फसलों, को प्रभावित करती हैं।
- जीवनशैली, जैसे गर्म कपड़े पहनना या ठंडे पेय पीना, ऋतुओं पर निर्भर करती है।
भारत से उदाहरण: ग्रीष्म में पंजाब में लू चलती है।
विश्व से उदाहरण: भारत की मानसूनी जलवायु दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों जैसे थाईलैंड से समानता रखती है।
2. मानसूनी हवाएँ
परिभाषा: मानसूनी हवाएँ दिशा परिवर्तन करने वाली हवाएँ हैं, जो समुद्र और स्थल के तापमान अंतर के कारण चलती हैं।
विशेषताएँ:
- दक्षिण-पश्चिमी मानसून (ग्रीष्मकालीन): जून-सितंबर, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त हवाएँ स्थल की ओर।
- उत्तर-पूर्वी मानसून (शीतकालीन): अक्टूबर-नवंबर, स्थल से समुद्र की ओर, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में वर्षा।
- कर्क रेखा भारत को दो भागों में बाँटती है: उष्णकटिबंधीय (दक्षिण) और उप-उष्णकटिबंधीय (उत्तर)।
महत्व:
- कृषि के लिए वर्षा प्रदान करती हैं।
- जल संसाधनों को पुनर्जनन करती हैं।
भारत से उदाहरण: पश्चिमी घाट पर दक्षिण-पश्चिमी मानसून से भारी वर्षा।
विश्व से उदाहरण: भारत का मानसून ऑस्ट्रेलिया के मानसून से तुलनीय है।
3. वर्षा
परिभाषा: वर्षा वह जल है जो बादलों से बूंदों के रूप में पृथ्वी पर गिरता है।
विशेषताएँ:
- भारत में वर्षा का वितरण असमान है।
- पश्चिमी और पूर्वी तटों पर अधिक वर्षा, अंतर्देशीय क्षेत्रों में कम।
- मेघालय का मॉसिनराम विश्व में सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान है।
- वर्षामापी यंत्र से वर्षा को सेमी या इंच में मापा जाता है।
महत्व:
- कृषि, विशेष रूप से खरीफ फसलों के लिए आवश्यक।
- नदियों और जलाशयों को भरता है।
भारत से उदाहरण: मॉसिनराम में 11,873 मिमी औसत वार्षिक वर्षा।
विश्व से उदाहरण: मॉसिनराम कोलंबिया के टुतुंडो से अधिक वर्षा प्राप्त करता है।
4. तापमान
परिभाषा: तापमान वायु में ऊष्मा या ठंडक की मात्रा है, जिसे तापमापी द्वारा डिग्री सेल्सियस में मापा जाता है।
विशेषताएँ:
- उत्तर भारत में शीत ऋतु में तापमान 21°C से कम, जनवरी-फरवरी में सबसे ठंडा।
- प्रायद्वीपीय भारत में समुद्र की निकटता के कारण तापमान संतुलित।
- हिमालय और समुद्र से दूरी उत्तर भारत में ठंड का कारण।
महत्व:
- कृषि और जीवनशैली को प्रभावित करता है।
- ऊर्जा खपत (जैसे हीटिंग) को निर्धारित करता है।
भारत से उदाहरण: लद्दाख में शीतकाल में तापमान -30°C तक।
विश्व से उदाहरण: लद्दाख की ठंड साइबेरिया की जलवायु से समानता रखती है।