समुद्र की गतियाँ

विस्तृत नोट्स

परिचय

समुद्र की गतियाँ समुद्री जल के विभिन्न प्रकार के प्रवाह हैं, जो पृथ्वी की जलवायु, मौसम, और पारिस्थितिकी तंत्र को प्रभावित करती हैं। ये गतियाँ तरंगों, ज्वार-भाटा, और महासागरीय जलधाराओं के रूप में होती हैं। इसके अतिरिक्त, हिमखण्ड, प्लेंकटन, और सुनामी भी समुद्री गतियों और उनके प्रभावों से संबंधित हैं।

1. तरंग

परिभाषा: तरंगें समुद्र की सतह पर हवा के कारण उत्पन्न होने वाली जल की लहरें हैं।

विशेषताएँ:

  • हवा की गति और दिशा तरंगों को प्रभावित करती है।
  • ये ऊर्जा स्थानांतरित करती हैं, न कि जल को।
  • तरंगों की ऊँचाई और गति हवा की तीव्रता पर निर्भर करती है।
  • तटीय कटाव और निक्षेपण में भूमिका निभाती हैं।

भारत से उदाहरण: गोवा के समुद्र तट पर तरंगें पर्यटन को आकर्षित करती हैं।

विश्व से उदाहरण: हवाई (USA) में सर्फिंग के लिए प्रसिद्ध तरंगें।

2. ज्वार-भाटा

परिभाषा: ज्वार-भाटा समुद्र के जल स्तर में चंद्रमा और सूर्य के गुरुत्वाकर्षण के कारण होने वाला उतार-चढ़ाव है।

विशेषताएँ:

  • ज्वार: जल स्तर का बढ़ना।
  • भाटा: जल स्तर का घटना।
  • चंद्रमा का प्रभाव सूर्य से अधिक होता है।
  • ये दैनिक और मासिक चक्रों में होते हैं।

भारत से उदाहरण: खंभात की खाड़ी में उच्च ज्वार।

विश्व से उदाहरण: कनाडा में बे ऑफ फंडी में विश्व की सबसे ऊँची ज्वार।

3. ज्वार-भाटा से लाभ

परिभाषा: ज्वार-भाटा से लाभ वे उपयोग हैं जो समुद्री जल स्तर के उतार-चढ़ाव से प्राप्त किए जाते हैं।

लाभ:

  • ज्वारीय ऊर्जा उत्पादन।
  • नौकायन और मछली पकड़ने में सहायता।
  • बंदरगाहों में जहाजों की आवाजाही।
  • तटीय पारिस्थितिकी तंत्र का संतुलन।

भारत से उदाहरण: गुजरात में ज्वारीय ऊर्जा परियोजनाएँ।

विश्व से उदाहरण: फ्रांस में लारेंस ज्वारीय ऊर्जा संयंत्र।

4. महासागरीय जलधाराएँ

परिभाषा: महासागरीय जलधाराएँ समुद्र में जल के बड़े पैमाने पर प्रवाह हैं, जो पवन, तापमान, और लवणता के अंतर से संचालित होती हैं।

विशेषताएँ:

  • ये गर्म और ठंडी होती हैं।
  • जलवायु और मौसम को प्रभावित करती हैं।
  • कोरोलियस बल उनकी दिशा को प्रभावित करता है।
  • ये समुद्री परिवहन और मछली पकड़ने में सहायक हैं।

भारत से उदाहरण: हिंद महासागर में मॉनसून जलधारा।

विश्व से उदाहरण: अटलांटिक में गल्फ स्ट्रीम।

5. गर्म जलधारा

परिभाषा: गर्म जलधाराएँ वे जलधाराएँ हैं जो विषुवत से ध्रुवों की ओर गर्म जल ले जाती हैं।

विशेषताएँ:

  • ये तटीय क्षेत्रों को गर्म करती हैं।
  • वर्षा को बढ़ावा देती हैं।
  • मछली पकड़ने और नौकायन में सहायक।

भारत से उदाहरण: हिंद महासागर में अगुलहास जलधारा।

विश्व से उदाहरण: गल्फ स्ट्रीम और क्युरोसियो जलधारा।

6. ठंडी जलधारा

परिभाषा: ठंडी जलधाराएँ ध्रुवों से विषुवत की ओर ठंडा जल ले जाने वाली जलधाराएँ हैं।

विशेषताएँ:

  • ये तटीय क्षेत्रों को ठंडा करती हैं।
  • कोहरा और शुष्क मौसम का कारण बनती हैं।
  • प्लेंकटन की बहुतायत बढ़ाती हैं।

भारत से उदाहरण: अरब सागर में ठंडी जलधाराएँ।

विश्व से उदाहरण: लेब्रेडोर और क्यूराइल जलधारा।

7. गल्फ स्ट्रीम जलधारा

परिभाषा: गल्फ स्ट्रीम एक शक्तिशाली गर्म जलधारा है जो मेक्सिको की खाड़ी से उत्तरी अटलांटिक की ओर बहती है।

विशेषताएँ:

  • यह पश्चिमी यूरोप को गर्म रखती है।
  • नौकायन में सहायता करती है।
  • मौसम और जलवायु को प्रभावित करती है।

भारत से उदाहरण: अप्रत्यक्ष रूप से मॉनसून को प्रभावित करती है।

विश्व से उदाहरण: ब्रिटेन में हल्की सर्दियाँ।

8. लेब्रेडोर की धारा

परिभाषा: लेब्रेडोर जलधारा एक ठंडी जलधारा है जो आर्कटिक महासागर से उत्तरी अटलांटिक की ओर बहती है।

विशेषताएँ:

  • यह कनाडा और ग्रीनलैंड के तटों को ठंडा करती है।
  • कोहरा और ठंडी जलवायु का कारण बनती है।
  • मछली पकड़ने में सहायक।

भारत से उदाहरण: अप्रत्यक्ष प्रभाव मॉनसून पर।

विश्व से उदाहरण: न्यूफाउंडलैंड में कोहरा।

9. क्युरोसियो जलधारा

परिभाषा: क्युरोसियो जलधारा एक गर्म जलधारा है जो प्रशांत महासागर में जापान के तटों के साथ बहती है।

विशेषताएँ:

  • जापान के तटों को गर्म रखती है।
  • भारी वर्षा का कारण बनती है।
  • मछली पकड़ने और नौकायन में सहायक।

भारत से उदाहरण: अप्रत्यक्ष रूप से मॉनसून को प्रभावित करती है।

विश्व से उदाहरण: जापान में हल्की सर्दियाँ।

10. क्यूराइल जलधारा

परिभाषा: क्यूराइल जलधारा एक ठंडी जलधारा है जो बेरिंग सागर से प्रशांत महासागर की ओर बहती है।

विशेषताएँ:

  • जापान के उत्तरी तटों को ठंडा करती है।
  • कोहरा और ठंडी जलवायु का कारण बनती है।
  • प्लेंकटन की बहुतायत बढ़ाती है।

भारत से उदाहरण: अप्रत्यक्ष प्रभाव मॉनसून पर।

विश्व से उदाहरण: रूस के तटों पर ठंडी जलवायु।

11. जलधाराओं का तटीय क्षेत्र पर प्रभाव

परिभाषा: जलधाराएँ तटीय क्षेत्रों की जलवायु, मौसम, और पारिस्थितिकी तंत्र को प्रभावित करती हैं।

प्रभाव:

  • गर्म जलधाराएँ तटों को गर्म और आर्द्र बनाती हैं।
  • ठंडी जलधाराएँ कोहरा और शुष्क मौसम लाती हैं।
  • मछली पकड़ने और नौकायन को प्रभावित करती हैं।
  • प्लेंकटन की उपलब्धता बढ़ाती हैं।

भारत से उदाहरण: केरल में मॉनसून जलधारा से गर्म और आर्द्र जलवायु।

विश्व से उदाहरण: पेरू में हम्बोल्ट जलधारा से ठंडी जलवायु।

12. प्लेंकटन

परिभाषा: प्लेंकटन सूक्ष्म जीव हैं जो समुद्र में तैरते हैं और समुद्री खाद्य श्रृंखला का आधार हैं।

विशेषताएँ:

  • फाइटोप्लेंकटन: प्रकाश संश्लेषण करते हैं।
  • जूप्लेंकटन: छोटे जीवों को खाते हैं।
  • ठंडी जलधाराओं में अधिक पाए जाते हैं।
  • मछलियों के लिए भोजन।

भारत से उदाहरण: अरब सागर में प्लेंकटन मछली पकड़ने को बढ़ाते हैं।

विश्व से उदाहरण: पेरू तट पर हम्बोल्ट जलधारा में प्लेंकटन।

13. हिमखण्ड

परिभाषा: हिमखण्ड हिमनदों से टूटकर समुद्र में तैरने वाली बर्फ की बड़ी चट्टानें हैं।

विशेषताएँ:

  • ये ध्रुवीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
  • नौकायन के लिए खतरा।
  • जलवायु परिवर्तन से अधिक टूट रहे हैं।

भारत से उदाहरण: अप्रत्यक्ष प्रभाव हिमालयी हिमनदों पर।

विश्व से उदाहरण: अंटार्कटिका में हिमखण्ड।

14. सुनामी

परिभाषा: सुनामी समुद्र के तल में भूकंप, ज्वालामुखी, या भूस्खलन के कारण उत्पन्न होने वाली विशाल तरंगें हैं।

विशेषताएँ:

  • ये तटीय क्षेत्रों में विनाशकारी होती हैं।
  • तेज गति से लंबी दूरी तय करती हैं।
  • चेतावनी प्रणालियाँ बचाव में सहायक।

भारत से उदाहरण: 2004 में हिंद महासागर सुनामी।

विश्व से उदाहरण: 2011 में जापान सुनामी।

सारांश (एक पंक्ति के तथ्य)

  1. समुद्र की गतियाँ जलवायु और पारिस्थितिकी को प्रभावित करती हैं।
  2. तरंगें हवा के कारण समुद्र की सतह पर बनती हैं।
  3. ज्वार-भाटा चंद्रमा और सूर्य के गुरुत्वाकर्षण से होता है।
  4. ज्वार जल स्तर का बढ़ना है।
  5. भाटा जल स्तर का घटना है।
  6. ज्वारीय ऊर्जा ज्वार-भाटा से उत्पन्न होती है।
  7. महासागरीय जलधाराएँ जलवायु को प्रभावित करती हैं।
  8. गर्म जलधाराएँ तटों को गर्म और आर्द्र बनाती हैं।
  9. ठंडी जलधाराएँ कोहरा और शुष्क मौसम लाती हैं।
  10. गल्फ स्ट्रीम पश्चिमी यूरोप को गर्म रखती है।
  11. लेब्रेडोर जलधारा कनाडा के तटों को ठंडा करती है।
  12. क्युरोसियो जलधारा जापान को गर्म रखती है।
  13. क्यूराइल जलधारा जापान के उत्तरी तटों को ठंडा करती है।
  14. जलधाराएँ मछली पकड़ने में सहायक हैं।
  15. प्लेंकटन समुद्री खाद्य श्रृंखला का आधार हैं।
  16. हिमखण्ड ध्रुवीय क्षेत्रों में तैरते हैं।
  17. सुनामी भूकंप से उत्पन्न विशाल तरंगें हैं।
  18. तरंगें तटीय कटाव का कारण बनती हैं।
  19. गोवा में तरंगें पर्यटन को आकर्षित करती हैं।
  20. खंभात की खाड़ी में उच्च ज्वार होता है।
  21. बे ऑफ फंडी में विश्व की सबसे ऊँची ज्वार है।
  22. गुजरात में ज्वारीय ऊर्जा परियोजनाएँ हैं।
  23. फ्रांस में ला रांस ज्वारीय संयंत्र है।
  24. हिंद महासागर में मॉनसून जलधारा प्रभावी है।
  25. अगुलहास जलधारा हिंद महासागर में गर्म है।
  26. अरब सागर में ठंडी जलधाराएँ हैं।
  27. गल्फ स्ट्रीम ब्रिटेन में हल्की सर्दियाँ लाती है।
  28. लेब्रेडोर जलधारा न्यूफाउंडलैंड में कोहरा लाती है।
  29. क्युरोसियो जलधारा जापान में वर्षा बढ़ाती है।
  30. क्यूराइल जलधारा रूस के तटों को ठंडा करती है।
  31. केरल में मॉनसून जलधारा से आर्द्र जलवायु है।
  32. पेरू में हम्बोल्ट जलधारा ठंडी जलवायु लाती है।
  33. अरब सागर में प्लेंकटन मछली पकड़ने को बढ़ाते हैं।
  34. पेरू तट पर प्लेंकटन की बहुतायत है।
  35. अंटार्कटिका में हिमखण्ड नौकायन के लिए खतरा हैं।
  36. 2004 में हिंद महासागर में सुनामी आई थी।
  37. 2011 में जापान में सुनामी विनाशकारी थी।
  38. जलधाराएँ नौकायन में सहायता करती हैं।
  39. ठंडी जलधाराएँ प्लेंकटन की बहुतायत बढ़ाती हैं।
  40. गर्म जलधाराएँ वर्षा को बढ़ावा देती हैं।
  41. ज्वार-भाटा बंदरगाहों में जहाजों की आवाजाही में सहायक है।
  42. तरंगें ऊर्जा स्थानांतरित करती हैं।
  43. चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण ज्वार-भाटा का मुख्य कारण है।
  44. जलधाराएँ कोरोलियस बल से प्रभावित होती हैं।
  45. प्लेंकटन फाइटोप्लेंकटन और जूप्लेंकटन में विभाजित हैं।
  46. हिमखण्ड जलवायु परिवर्तन से अधिक टूट रहे हैं।
  47. सुनामी चेतावनी प्रणालियाँ बचाव में सहायक हैं।
  48. मॉनसून जलधारा भारत की जलवायु को प्रभावित करती है।
  49. गल्फ स्ट्रीम मॉनसून को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करती है।
  50. प्लेंकटन समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं।

बहुविकल्पीय प्रश्न

1. तरंगें किसके कारण बनती हैं?





2. भारत में तरंगों का उदाहरण क्या है?





3. विश्व में तरंगों का उदाहरण क्या है?





4. ज्वार-भाटा का मुख्य कारण क्या है?





5. भारत में ज्वार-भाटा का उदाहरण क्या है?





6. विश्व में ज्वार-भाटा का उदाहरण क्या है?





7. ज्वार-भाटा से क्या लाभ है?





8. भारत में ज्वारीय ऊर्जा का उदाहरण क्या है?





9. विश्व में ज्वारीय ऊर्जा का उदाहरण क्या है?





10. महासागरीय जलधाराएँ किसके कारण बहती हैं?





11. भारत में महासागरीय जलधारा का उदाहरण क्या है?





12. विश्व में गर्म जलधारा का उदाहरण क्या है?





13. ठंडी जलधारा का प्रभाव क्या है?





14. भारत में गर्म जलधारा का उदाहरण क्या है?





15. विश्व में ठंडी जलधारा का उदाहरण क्या है?





16. गल्फ स्ट्रीम का प्रभाव क्या है?





17. भारत में गल्फ स्ट्रीम का प्रभाव क्या है?





18. विश्व में लेब्रेडोर जलधारा का प्रभाव क्या है?





19. क्युरोसियो जलधारा का प्रभाव क्या है?





20. क्यूराइल जलधारा का प्रभाव क्या है?





21. जलधाराओं का तटीय क्षेत्र पर प्रभाव क्या है?





22. भारत में जलधारा का प्रभाव क्या है?





23. विश्व में जलधारा का प्रभाव क्या है?





24. प्लेंकटन क्या हैं?





25. भारत में प्लेंकटन का उदाहरण क्या है?





26. विश्व में प्लेंकटन का उदाहरण क्या है?





27. हिमखण्ड क्या हैं?





28. विश्व में हिमखण्ड का उदाहरण क्या है?





29. सुनामी का कारण क्या है?





30. भारत में सुनामी का उदाहरण क्या है?