1. इतिहास जानने के साधन

विस्तृत नोट्स

परिचय

इतिहास की परिभाषा: इतिहास अतीत में घटी घटनाओं, मानव जीवन, और समाज के विकास का व्यवस्थित और तथ्यात्मक अध्ययन है, जो हमें वर्तमान को समझने और भविष्य की योजना बनाने में सहायता करता है।

इतिहास के स्रोत: इतिहास की जानकारी के लिए साहित्यिक और पुरातात्विक स्रोतों का उपयोग किया जाता है, जो प्राचीन काल की घटनाओं, संस्कृति, और जीवनशैली को उजागर करते हैं।

1. इतिहास एवं इतिहास के भाग

परिभाषा: इतिहास मानव अतीत का क्रमबद्ध अध्ययन है, जो समय के साथ सामाजिक, सांस्कृतिक, और राजनीतिक परिवर्तनों को दर्शाता है।

इतिहास के भाग:

  • प्राचीन इतिहास (3000 ईसा पूर्व-600 ईस्वी): हड़प्पा सभ्यता, वैदिक युग, मौर्य, और गुप्त काल।
  • मध्यकालीन इतिहास (600-1857 ईस्वी): दिल्ली सल्तनत, मुगल काल, और क्षेत्रीय साम्राज्य।
  • आधुनिक इतिहास (1857 ईस्वी से वर्तमान): औपनिवेशिक काल, स्वतंत्रता संग्राम, और स्वतंत्र भारत।

प्रतियोगी तथ्य:

  • प्राचीन इतिहास में हड़प्पा सभ्यता (2600-1900 ईसा पूर्व) भारत की पहली शहरी सभ्यता थी।
  • मध्यकालीन इतिहास में मुगल साम्राज्य (1526-1857) ने भारत की कला और वास्तुकला को समृद्ध किया।
  • आधुनिक इतिहास में 1857 का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम एक महत्वपूर्ण घटना थी।

2. साहित्यिक स्रोत

परिभाषा: साहित्यिक स्रोत वे लिखित दस्तावेज़ हैं जो प्राचीन काल की सामाजिक, धार्मिक, और शासकीय जानकारी प्रदान करते हैं।

प्रकार:

  • धार्मिक साहित्य:
    • परिभाषा: धार्मिक साहित्य में धर्म, दर्शन, और नैतिकता से संबंधित ग्रंथ शामिल हैं।
    • उदाहरण:
      • वेद: ऋग्वेद (1500-1200 ईसा पूर्व, सबसे प्राचीन), सामवेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद।
      • उपनिषद: दार्शनिक विचार, जैसे बृहदारण्यक और छांदोग्य।
      • रामायण: वाल्मीकि द्वारा, मर्यादा पुरुषोत्तम राम की कथा।
      • महाभारत: व्यास द्वारा, धर्म और युद्ध का महाकाव्य।
      • जातक कथाएँ: बौद्ध धर्म की नैतिक कहानियाँ।
      • पुराण: 18 प्रमुख पुराण, जैसे भागवत पुराण।
    • महत्व: ये ग्रंथ प्राचीन भारत की धार्मिक मान्यताओं, सामाजिक संरचना, और दर्शन को दर्शाते हैं।
    • प्रतियोगी तथ्य:
      • ऋग्वेद में 1,028 सूक्त और 10 मंडल हैं।
      • महाभारत विश्व का सबसे लंबा महाकाव्य है, जिसमें 100,000 श्लोक हैं।
      • उपनिषदों को वेदांत भी कहा जाता है।
  • धर्मेत्तर साहित्य:
    • परिभाषा: धर्मेत्तर साहित्य में शासन, अर्थशास्त्र, साहित्य, और विज्ञान से संबंधित गैर-धार्मिक ग्रंथ शामिल हैं।
    • उदाहरण:
      • अर्थशास्त्र: कौटिल्य (चाणक्य) द्वारा, मौर्य काल की शासन व्यवस्था।
      • मुद्राराक्षस: विशाखदत्त द्वारा, चंद्रगुप्त मौर्य का नाटक।
      • मेघदूत: कालिदास द्वारा, गुप्त काल की काव्य कृति।
      • पंचतंत्र: विष्णु शर्मा द्वारा, नीति कथाएँ।
      • चरक संहिता: आयुर्वेद चिकित्सा ग्रंथ।
    • महत्व: ये ग्रंथ प्रशासन, व्यापार, और सांस्कृतिक जीवन की जानकारी देते हैं।
    • प्रतियोगी तथ्य:
      • अर्थशास्त्र को विश्व का पहला अर्थशास्त्र ग्रंथ माना जाता है।
      • कालिदास को भारत का शेक्सपियर कहा जाता है।
      • पंचतंत्र की कहानियाँ विश्व भर में अनुदित हुईं।
  • विदेशी यात्रियों के विवरण:
    • परिभाषा: विदेशी यात्रियों के लेख प्राचीन भारत की यात्रा करने वाले विदेशियों के अनुभवों और अवलोकनों का वर्णन हैं।
    • उदाहरण:
      • मेगस्थनीज: इंडिका (300 ईसा पूर्व), मौर्य काल की राजधानी पाटलिपुत्र का वर्णन।
      • फाहियान: गुप्त काल (399-414 ईस्वी), बौद्ध स्थलों का विवरण।
      • ह्वेनसांग: सियु-की (629-645 ईस्वी), हर्षवर्धन और नालंदा विश्वविद्यालय।
      • अल बरूनी: किताब-उल-हिंद (11वीं सदी), भारत की संस्कृति और विज्ञान।
      • मार्को पोलो: 13वीं सदी में दक्षिण भारत का वर्णन।
    • महत्व: ये विवरण बाहरी दृष्टिकोण से भारत के इतिहास, संस्कृति, और शिक्षा को समझने में मदद करते हैं।
    • प्रतियोगी तथ्य:
      • मेगस्थनीज चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में यूनानी राजदूत था।
      • ह्वेनसांग ने नालंदा विश्वविद्यालय को विश्व का प्राचीनतम विश्वविद्यालय बताया।
      • अल बरूनी ने भारत में गणित और खगोलशास्त्र का अध्ययन किया।

3. पुरातात्विक स्रोत

परिभाषा: पुरातात्विक स्रोत वे भौतिक अवशेष हैं जो खुदाई, अन्वेषण, या संरक्षण के माध्यम से प्राप्त होते हैं और अतीत की जानकारी देते हैं।

प्रकार:

  • सिक्के:
    • परिभाषा: सिक्के प्राचीन काल में मुद्रा के रूप में उपयोग होने वाले धातु के टुकड़े हैं।
    • उदाहरण: पंचमार्क सिक्के (मौर्य), गुप्त काल के स्वर्ण सिक्के, कुषाण सिक्के।
    • महत्व: सिक्कों पर चित्र, लेख, और प्रतीक शासकों, व्यापार, और कला की जानकारी देते हैं।
    • प्रतियोगी तथ्य:
      • पंचमार्क सिक्के भारत के प्राचीनतम सिक्के हैं (6ठी शताब्दी ईसा पूर्व)।
      • गुप्त काल के सिक्कों पर समुद्रगुप्त का वीणा वादन चित्रित है।
      • कुषाण सिक्कों पर बौद्ध और यूनानी प्रभाव दिखता है।
  • अभिलेख:
    • परिभाषा: अभिलेख पत्थर, धातु, या मिट्टी पर उत्कीर्ण लेख हैं।
    • उदाहरण: अशोक के शिलालेख (ब्राह्मी लिपि), समुद्रगुप्त का प्रयाग प्रशस्ति, हथिगुम्फा अभिलेख।
    • महत्व: ये शासकों की नीतियों, विजयों, और प्रशासन की जानकारी देते हैं।
    • प्रतियोगी तथ्य:
      • अशोक के शिलालेख 14 प्रमुख और 7 स्तंभ लेखों में हैं।
      • प्रयाग प्रशस्ति में समुद्रगुप्त की 33 विजयों का उल्लेख है।
      • हथिगुम्फा अभिलेख खारवेल (जैन शासक) का है।
  • स्तूप:
    • परिभाषा: स्तूप बौद्ध धर्म से संबंधित गोलाकार संरचनाएँ हैं, जो बुद्ध के अवशेष या स्मृति को संरक्षित करती हैं।
    • उदाहरण: साँची का स्तूप (मध्य प्रदेश), अमरावती का स्तूप (आंध्र प्रदेश)।
    • महत्व: ये बौद्ध धर्म के प्रसार, कला, और वास्तुकला की जानकारी देते हैं।
    • प्रतियोगी तथ्य:
      • साँची का स्तूप UNESCO विश्व धरोहर स्थल है।
      • अमरावती स्तूप में बौद्ध कला की उत्कृष्ट मूर्तियाँ हैं।
      • स्तूपों का निर्माण अशोक ने शुरू किया।
  • स्मारक:
    • परिभाषा: स्मारक प्राचीन भवन, मंदिर, या महल हैं जो ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखते हैं।
    • उदाहरण: खजुराहो के मंदिर (मध्य प्रदेश), अजंता-एलोरा की गुफाएँ (महाराष्ट्र)।
    • महत्व: ये वास्तुकला, कला, और धार्मिक प्रथाओं की जानकारी देते हैं।
    • प्रतियोगी तथ्य:
      • खजुराहो के मंदिर चंदेल वंश (10वीं सदी) द्वारा बनाए गए।
      • अजंता की गुफाएँ बौद्ध और हिंदू कला को दर्शाती हैं।
      • एलोरा में कैलाश मंदिर राष्ट्रकूट वंश का है।
  • पुरास्थल:
    • परिभाषा: पुरास्थल वे स्थान हैं जहाँ प्राचीन सभ्यताओं के अवशेष खुदाई से प्राप्त होते हैं।
    • उदाहरण: हड़प्पा (पंजाब), मोहनजोदड़ो (सिंध), लोथल (गुजरात), धोलावीरा (गुजरात)।
    • महत्व: ये प्राचीन सभ्यताओं के जीवन, व्यापार, और नगर नियोजन की जानकारी देते हैं।
    • प्रतियोगी तथ्य:
      • हड़प्पा सभ्यता में उन्नत जल निकासी व्यवस्था थी।
      • लोथल विश्व का प्राचीनतम बंदरगाह है।
      • धोलावीरा में जल संरक्षण की अनूठी व्यवस्था थी।

4. इतिहास में तिथियाँ

परिभाषा: इतिहास में तिथियाँ घटनाओं को क्रमबद्ध करने और समयरेखा बनाने में मदद करती हैं।

विशेषताएँ:

  • प्राचीन भारत में तिथियाँ अभिलेखों और सिक्कों पर अंकित मिलती हैं।
  • आधुनिक काल में ईसवी सन् (AD) और ईसा पूर्व (BC) का उपयोग होता है।
  • तिथियाँ घटनाओं के समय और संदर्भ को समझने में सहायक हैं।

प्रतियोगी तथ्य:

  • भारत में शक संवत (78 ईस्वी) और विक्रम संवत (57 ईसा पूर्व) का उपयोग हुआ।
  • अशोक के शिलालेखों में तिथियों का उल्लेख ब्राह्मी लिपि में है।
  • हड़प्पा सभ्यता की तिथियाँ रेडियोकार्बन डेटिंग से निर्धारित की गईं।

सारांश (एक पंक्ति के तथ्य)

  1. इतिहास अतीत की घटनाओं का क्रमबद्ध अध्ययन है।
  2. इतिहास के स्रोत साहित्यिक और पुरातात्विक हैं।
  3. इतिहास तीन भागों में बँटा है: प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक।
  4. प्राचीन इतिहास में हड़प्पा सभ्यता शामिल है।
  5. मध्यकालीन इतिहास में मुगल काल शामिल है।
  6. आधुनिक इतिहास में 1857 का स्वतंत्रता संग्राम शामिल है।
  7. साहित्यिक स्रोत लिखित दस्तावेज़ हैं।
  8. धार्मिक साहित्य में वेद शामिल हैं।
  9. ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है।
  10. ऋग्वेद में 1,028 सूक्त हैं।
  11. उपनिषद दार्शनिक विचार देते हैं।
  12. रामायण वाल्मीकि द्वारा रचित है।
  13. महाभारत विश्व का सबसे लंबा महाकाव्य है।
  14. जातक कथाएँ बौद्ध धर्म से संबंधित हैं।
  15. पुराण 18 प्रमुख हैं।
  16. धर्मेत्तर साहित्य में अर्थशास्त्र शामिल है।
  17. कौटिल्य ने अर्थशास्त्र लिखा।
  18. मुद्राराक्षस विशाखदत्त द्वारा रचित है।
  19. कालिदास ने मेघदूत लिखा।
  20. पंचतंत्र नीति कथाएँ हैं।
  21. चरक संहिता आयुर्वेद ग्रंथ है।
  22. विदेशी यात्रियों में मेगस्थनीज शामिल हैं।
  23. मेगस्थनीज ने इंडिका लिखा।
  24. फाहियान ने गुप्त काल का वर्णन किया।
  25. ह्वेनसांग ने नालंदा विश्वविद्यालय का उल्लेख किया।
  26. अल बरूनी ने किताब-उल-हिंद लिखा।
  27. पुरातात्विक स्रोत भौतिक अवशेष हैं।
  28. पंचमार्क सिक्के प्राचीनतम हैं।
  29. गुप्त काल के सिक्कों पर समुद्रगुप्त का चित्र है।
  30. अभिलेख पत्थर या धातु पर उत्कीर्ण हैं।
  31. अशोक के शिलालेख ब्राह्मी लिपि में हैं।
  32. प्रयाग प्रशस्ति समुद्रगुप्त का अभिलेख है।
  33. हथिगुम्फा अभिलेख खारवेल का है।
  34. स्तूप बौद्ध धर्म से संबंधित हैं।
  35. साँची का स्तूप UNESCO विश्व धरोहर है।
  36. अमरावती स्तूप में बौद्ध कला है।
  37. स्मारक प्राचीन मंदिर और गुफाएँ हैं।
  38. खजुराहो के मंदिर चंदेल वंश के हैं।
  39. अजंता की गुफाएँ बौद्ध कला को दर्शाती हैं।
  40. एलोरा का कैलाश मंदिर राष्ट्रकूट वंश का है।
  41. पुरास्थल प्राचीन सभ्यताओं के अवशेष हैं।
  42. हड़प्पा सभ्यता में जल निकासी व्यवस्था थी।
  43. लोथल विश्व का प्राचीनतम बंदरगाह है।
  44. धोलावीरा में जल संरक्षण व्यवस्था थी।
  45. तिथियाँ घटनाओं को क्रमबद्ध करती हैं।
  46. शक संवत 78 ईस्वी से शुरू हुआ।
  47. विक्रम संवत 57 ईसा पूर्व से शुरू हुआ।
  48. अशोक के शिलालेखों में तिथियाँ हैं।
  49. हड़प्पा की तिथियाँ रेडियोकार्बन डेटिंग से मिलीं।
  50. साहित्यिक और पुरातात्विक स्रोत पूरक हैं।

बहुविकल्पीय प्रश्न

1. इतिहास की परिभाषा क्या है?





2. इतिहास के कितने भाग हैं?





3. प्राचीन इतिहास में कौन सी सभ्यता शामिल है?





4. साहित्यिक स्रोत क्या हैं?





5. धार्मिक साहित्य का उदाहरण क्या है?





6. सबसे प्राचीन वेद कौन सा है?





7. उपनिषद क्या प्रदान करते हैं?





8. जातक कथाएँ किस धर्म से संबंधित हैं?





9. धर्मेत्तर साहित्य का उदाहरण क्या है?





10. अर्थशास्त्र के लेखक कौन हैं?





11. मेगस्थनीज ने कौन सी पुस्तक लिखी?





12. फाहियान ने किस काल का वर्णन किया?





13. ह्वेनसांग ने किसके काल की जानकारी दी?





14. पुरातात्विक स्रोत क्या हैं?





15. पंचमार्क सिक्के कब के हैं?





16. अशोक के शिलालेख किस लिपि में हैं?





17. प्रयाग प्रशस्ति किसका अभिलेख है?





18. साँची का स्तूप किससे संबंधित है?





19. खजुराहो के मंदिर किस वंश के हैं?





20. लोथल किसके लिए प्रसिद्ध है?





21. हथिगुम्फा अभिलेख किसका है?





22. तिथियाँ इतिहास में क्या करती हैं?





23. शक संवत कब शुरू हुआ?





24. किताब-उल-हिंद के लेखक कौन हैं?





25. मेघदूत के लेखक कौन हैं?





26. साँची का स्तूप किसके द्वारा शुरू किया गया?





27. एलोरा का कैलाश मंदिर किस वंश का है?





28. धोलावीरा कहाँ स्थित है?





29. सिक्कों पर क्या होता है?





30. इतिहास में तिथियों का उपयोग क्यों होता है?