पुष्यभूति वंश

अति विस्तृत नोट्स

1. परिचय: पुष्यभूति वंश

विवरण: पुष्यभूति वंश (लगभग 6वीं-7वीं शताब्दी ई.) उत्तर भारत में एक प्रमुख शक्ति था, जिसका सबसे प्रसिद्ध शासक हर्षवर्धन था।

विशेषताएँ:

  • शासन क्षेत्र: थानेश्वर और कन्नौज।
  • प्रमुख शासक: हर्षवर्धन (606-647 ई.)।
  • प्रतियोगी तथ्य: पुष्यभूति वंश ने बौद्ध धर्म और शिक्षा को बढ़ावा दिया।

2. हर्षवर्धन

विवरण: हर्षवर्धन पुष्यभूति वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक था, जिसने कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया।

विशेषताएँ:

  • शासन: 606-647 ई.।
  • उपलब्धियाँ: उत्तर भारत को एकीकृत किया, बौद्ध धर्म को संरक्षण।
  • प्रतियोगी तथ्य: हर्षवर्धन ने 'हर्षचरित' और 'प्रियदर्शिका' जैसे ग्रंथ लिखे।

हर्षवर्धन का प्रशासन (सारणी):

स्तर जिम्मेदार व्यक्ति कर्तव्य
केंद्र सम्राट और मंत्रिपरिषद नीति निर्माण, कर संग्रह।
प्रांत प्रांतीय गवर्नर प्रांतीय प्रशासन, कानून व्यवस्था।
जिला स्थानीय अधिकारी स्थानीय प्रशासन, कर संग्रह।
ग्राम ग्राम प्रमुख गाँव का प्रबंधन, विवाद निपटारा।

3. वर्धनकाल वैन त्सांग (ह्वेनसांग) की नजर से

विवरण: ह्वेनसांग, एक चीनी यात्री, ने हर्षवर्धन के शासनकाल का विस्तृत वर्णन किया।

विशेषताएँ:

  • यात्रा: 630-645 ई. में भारत आया।
  • वर्णन: समृद्ध समाज, उन्नत शिक्षा, और बौद्ध धर्म का प्रभाव।
  • प्रतियोगी तथ्य: ह्वेनसांग ने नालंदा विश्वविद्यालय की प्रशंसा की।

4. नालंदा विश्वविद्यालय

विवरण: नालंदा विश्वविद्यालय गुप्तकाल से लेकर हर्षवर्धन के समय तक शिक्षा का प्रमुख केंद्र था।

विशेषताएँ:

  • स्थान: बिहार।
  • विशेषताएँ: बौद्ध और अन्य विषयों की शिक्षा, विदेशी छात्र।
  • प्रतियोगी तथ्य: नालंदा विश्व का पहला आवासीय विश्वविद्यालय था।

5. हर्ष और बौद्ध धर्म

विवरण: हर्षवर्धन ने बौद्ध धर्म को संरक्षण दिया, यद्यपि वह स्वयं वैष्णव था।

विशेषताएँ:

  • योगदान: बौद्ध संगीतियों का आयोजन, नालंदा को संरक्षण।
  • प्रतियोगी तथ्य: हर्ष ने कन्नौज में बौद्ध सभा आयोजित की।

6. हर्षवर्धन की मृत्यु

विवरण: हर्षवर्धन की मृत्यु 647 ई. में हुई।

विशेषताएँ:

  • परिणाम: कोई उत्तराधिकारी नहीं, साम्राज्य कमजोर हुआ।
  • प्रतियोगी तथ्य: हर्ष की मृत्यु के बाद कन्नौज का महत्व कम हुआ।

7. मृत्यु के बाद केन्द्र सत्ता

विवरण: हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद केंद्रीय सत्ता कमजोर हो गई।

विशेषताएँ:

  • स्थिति: क्षेत्रीय शक्तियों का उदय, जैसे चालुक्य और पल्लव।
  • प्रतियोगी तथ्य: हर्ष के बाद उत्तर भारत में कोई शक्तिशाली साम्राज्य नहीं रहा।

8. समय रेखा

विवरण: पुष्यभूति वंश की प्रमुख घटनाएँ।

विशेषताएँ:

  • 606 ई.: हर्षवर्धन का राज्याभिषेक।
  • 630-645 ई.: ह्वेनसांग की भारत यात्रा।
  • 647 ई.: हर्षवर्धन की मृत्यु।
  • प्रतियोगी तथ्य: हर्षवर्धन ने 41 वर्ष तक शासन किया।

सारांश (एक पंक्ति के तथ्य)

  1. पुष्यभूति वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक हर्षवर्धन था।
  2. हर्षवर्धन ने 606-647 ई. तक शासन किया।
  3. हर्षवर्धन ने कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया।
  4. हर्षवर्धन ने उत्तर भारत को एकीकृत किया।
  5. हर्षवर्धन ने बौद्ध धर्म को संरक्षण दिया।
  6. हर्षवर्धन स्वयं वैष्णव धर्म का अनुयायी था।
  7. हर्षवर्धन ने हर्षचरित की रचना की।
  8. हर्ष ने प्रियदर्शिका और रत्नावली नाटक लिखे।
  9. ह्वेनसांग ने हर्षवर्धन के शासनकाल का वर्णन किया।
  10. ह्वेनसांग 630-645 ई. में भारत आया।
  11. ह्वेनसांग ने नालंदा विश्वविद्यालय की प्रशंसा की।
  12. नालंदा विश्व का पहला आवासीय विश्वविद्यालय था।
  13. नालंदा में बौद्ध और अन्य विषयों की शिक्षा दी जाती थी।
  14. हर्ष ने कन्नौज में बौद्ध सभा आयोजित की।
  15. हर्ष ने प्रयाग में हर छठे वर्ष दान दिया।
  16. हर्षवर्धन की मृत्यु 647 ई. में हुई।
  17. हर्ष की मृत्यु के बाद कोई उत्तराधिकारी नहीं था।
  18. हर्ष की मृत्यु के बाद केंद्रीय सत्ता कमजोर हुई।
  19. हर्ष के बाद कन्नौज का महत्व कम हुआ।
  20. हर्षवर्धन ने 41 वर्ष तक शासन किया।
  21. हर्षवर्धन का प्रशासन केंद्रीकृत था।
  22. हर्ष के समय ग्राम प्रमुख गाँव का प्रबंधन करते थे।
  23. ह्वेनसांग ने हर्ष के समाज को समृद्ध बताया।
  24. नालंदा में विदेशी छात्र भी पढ़ते थे।
  25. हर्ष ने बौद्ध संगीतियों को प्रोत्साहन दिया।
  26. हर्ष ने नालंदा विश्वविद्यालय को आर्थिक सहायता दी।
  27. ह्वेनसांग ने हर्ष के शासन को संगठित बताया।
  28. हर्षवर्धन ने साहित्य और कला को बढ़ावा दिया।
  29. हर्ष के समय बौद्ध धर्म का प्रभाव बढ़ा।
  30. हर्ष ने वैष्णव और शैव धर्म को भी संरक्षण दिया।
  31. हर्षवर्धन का शासन थानेश्वर से शुरू हुआ।
  32. हर्ष ने शशांक को हराकर बंगाल पर कब्जा किया।
  33. हर्ष ने दक्षिण भारत पर आक्रमण नहीं किया।
  34. हर्ष के समय व्यापार और अर्थव्यवस्था समृद्ध थी।
  35. ह्वेनसांग ने भारतीय संस्कृति का अध्ययन किया।
  36. नालंदा में विशाल पुस्तकालय था।
  37. हर्ष ने शिक्षा और विद्वानों को प्रोत्साहन दिया।
  38. हर्ष के समय कन्नौज उत्तर भारत का केंद्र था।
  39. हर्ष की मृत्यु के बाद क्षेत्रीय शक्तियाँ उभरीं।
  40. हर्ष के बाद चालुक्य और पल्लव शक्तिशाली हुए।
  41. हर्षवर्धन ने काव्य और नाटक में योगदान दिया।
  42. ह्वेनसांग ने बौद्ध ग्रंथों को चीन ले जाया।
  43. हर्ष के शासन में कर प्रणाली संगठित थी।
  44. हर्ष ने गरीबों और जरूरतमंदों को दान दिया।
  45. हर्ष के समय मंदिर और मठों का निर्माण हुआ।
  46. नालंदा में खगोल विज्ञान और गणित पढ़ाया जाता था।
  47. हर्ष ने विदेशी यात्रियों का स्वागत किया।
  48. ह्वेनसांग ने हर्ष के शासन को शांतिपूर्ण बताया।
  49. हर्ष के समय संस्कृत साहित्य फला-फूला।
  50. हर्षवर्धन ने कला और संस्कृति को संरक्षण दिया।

बहुविकल्पीय प्रश्न

1. पुष्यभूति वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक कौन था?





2. हर्षवर्धन ने किसे अपनी राजधानी बनाया?





3. हर्षवर्धन का शासनकाल कब था?





4. हर्षवर्धन ने किस धर्म को संरक्षण दिया?





5. हर्षवर्धन ने कौन सा ग्रंथ लिखा?





6. ह्वेनसांग भारत कब आया?





7. ह्वेनसांग ने किस विश्वविद्यालय की प्रशंसा की?





8. नालंदा विश्वविद्यालय की विशेषता क्या थी?





9. हर्षवर्धन ने किस सभा का आयोजन किया?





10. हर्षवर्धन की मृत्यु कब हुई?





11. हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद क्या हुआ?





12. हर्षवर्धन ने किस नाटक की रचना की?





13. ह्वेनसांग ने हर्ष के समाज को कैसा बताया?





14. नालंदा में कौन से विषय पढ़ाए जाते थे?





15. हर्षवर्धन ने कहाँ बौद्ध सभा आयोजित की?





16. हर्षवर्धन ने हर छठे वर्ष कहाँ दान दिया?





17. हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद कन्नौज का क्या हुआ?





18. हर्ष के बाद कौन सी शक्तियाँ उभरीं?





19. हर्षवर्धन ने किस धर्म का भी संरक्षण किया?





20. ह्वेनसांग ने हर्ष के शासन को कैसा बताया?





21. हर्षवर्धन ने किसे हराया?





22. नालंदा में क्या था?





23. हर्षवर्धन ने कितने वर्ष शासन किया?





24. हर्षवर्धन का शासन कहाँ से शुरू हुआ?





25. हर्षवर्धन ने किस क्षेत्र पर आक्रमण नहीं किया?





26. ह्वेनसांग ने क्या ले जाया?





27. हर्ष के समय कौन सा साहित्य फला-फूला?





28. हर्षवर्धन ने किसे आर्थिक सहायता दी?





29. हर्ष के समय अर्थव्यवस्था कैसी थी?





30. हर्षवर्धन ने किसे प्रोत्साहन दिया?