राजपूत काल (7वीं से 11वीं शताब्दी)

अति विस्तृत नोट्स

1. परिचय: राजपूत काल

विवरण: राजपूत काल (7वीं से 11वीं शताब्दी) भारत में क्षेत्रीय शक्तियों और सांस्कृतिक विकास का युग था।

विशेषताएँ:

  • विस्तार: उत्तर, मध्य, और पश्चिमी भारत।
  • प्रमुख वंश: प्रतिहार, गहड़वाल, चौहान, चन्देल, परमार, पाल, सेन।
  • प्रतियोगी तथ्य: राजपूत काल में मंदिर निर्माण और साहित्य में प्रगति हुई।

2. राजपूतों की उत्पत्ति

विवरण: राजपूतों की उत्पत्ति के बारे में कई मत हैं, जैसे सूर्यवंशी, चंद्रवंशी, और अग्निकुल सिद्धांत।

विशेषताएँ:

  • सिद्धांत: अग्निकुल सिद्धांत के अनुसार, चार राजपूत वंश (चौहान, परमार, सोलंकी, प्रतिहार) अग्नि से उत्पन्न हुए।
  • प्रतियोगी तथ्य: राजपूत योद्धा वर्ग के रूप में प्रसिद्ध थे।

3. प्रतिहार वंश

विवरण: प्रतिहार वंश ने उत्तर और पश्चिमी भारत में शासन किया।

विशेषताएँ:

  • शासन: 8वीं-11वीं शताब्दी, कन्नौज केंद्र।
  • प्रमुख शासक: मिहिर भोज।
  • प्रतियोगी तथ्य: प्रतिहारों ने अरब आक्रमणों को रोका।

4. गहड़वाल वंश

विवरण: गहड़वाल वंश ने कन्नौज और पूर्वी उत्तर प्रदेश में शासन किया।

विशेषताएँ:

  • शासन: 11वीं-12वीं शताब्दी।
  • प्रमुख शासक: गोविंदचंद्र।
  • प्रतियोगी तथ्य: गहड़वालों ने कन्नौज को सांस्कृतिक केंद्र बनाया।

5. चौहान (चाहमान) वंश

विवरण: चौहान वंश राजस्थान और दिल्ली क्षेत्र में शक्तिशाली था।

विशेषताएँ:

  • शासन: 7वीं-12वीं शताब्दी।
  • प्रमुख शासक: पृथ्वीराज चौहान।
  • प्रतियोगी तथ्य: पृथ्वीराज रासो चौहान वंश का महत्वपूर्ण ग्रंथ है।

6. चन्देल वंश

विवरण: चन्देल वंश मध्य भारत में प्रसिद्ध था, विशेष रूप से खजुराहो मंदिरों के लिए।

विशेषताएँ:

  • शासन: 9वीं-13वीं शताब्दी।
  • प्रमुख शासक: यशोवर्मन।
  • प्रतियोगी तथ्य: चन्देलों ने खजुराहो मंदिरों का निर्माण करवाया।

7. परमार वंश

विवरण: परमार वंश मालवा क्षेत्र में शक्तिशाली था।

विशेषताएँ:

  • शासन: 9वीं-13वीं शताब्दी।
  • प्रमुख शासक: राजा भोज।
  • प्रतियोगी तथ्य: राजा भोज ने भोजपुर मंदिर और सरस्वती मंदिर बनवाया।

8. पाल वंश

विवरण: पाल वंश ने बंगाल और बिहार में शासन किया।

विशेषताएँ:

  • शासन: 8वीं-12वीं शताब्दी।
  • प्रमुख शासक: धर्मपाल।
  • प्रतियोगी तथ्य: पालों ने बौद्ध धर्म को संरक्षण दिया।

9. सेन वंश

विवरण: सेन वंश ने बंगाल में शासन किया।

विशेषताएँ:

  • शासन: 11वीं-13वीं शताब्दी।
  • प्रमुख शासक: विजयसेन।
  • प्रतियोगी तथ्य: सेन वंश ने हिंदू धर्म को प्रोत्साहन दिया।

10. राजपूत कालीन समाज

विवरण: राजपूत समाज योद्धा संस्कृति और सामंती व्यवस्था पर आधारित था।

विशेषताएँ:

  • शासन व्यवस्था: सामंती व्यवस्था, राजा केंद्र में।
  • सामाजिक व्यवस्था: चार वर्णों और जागीरदारी प्रथा।
  • प्रतियोगी तथ्य: राजपूत समाज में वीरता और सम्मान पर जोर था।

शासन व्यवस्था (सारणी):

स्तर जिम्मेदार व्यक्ति कर्तव्य
केंद्र राजा नीति निर्माण, युद्ध और प्रशासन।
प्रांत सामंत प्रांतीय प्रशासन, कर संग्रह।
ग्राम ग्राम प्रमुख स्थानीय प्रबंधन, विवाद निपटारा।

11. कला

विवरण: राजपूत काल में मंदिर निर्माण और मूर्तिकला में प्रगति हुई।

विशेषताएँ:

  • मंदिर: खजुराहो, लिंगराज, कोणार्क।
  • प्रतियोगी तथ्य: राजपूत काल में नागर शैली का विकास हुआ।

12. लिंगराज मंदिर

विवरण: लिंगराज मंदिर भुवनेश्वर में एक प्रमुख हिंदू मंदिर है।

विशेषताएँ:

  • निर्माण: 11वीं शताब्दी, गंग वंश।
  • प्रतियोगी तथ्य: लिंगराज मंदिर नागर शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है।

13. चन्देल वंश: कला और साहित्य में योगदान

विवरण: चन्देल वंश ने खजुराहो मंदिरों और साहित्य को प्रोत्साहन दिया।

विशेषताएँ:

  • कला: खजुराहो मंदिरों की मूर्तिकला।
  • साहित्य: संस्कृत साहित्य को संरक्षण।
  • प्रतियोगी तथ्य: खजुराहो मंदिर यूनेस्को विश्व धरोहर हैं।

14. गंगवंश: कला और साहित्य में योगदान

विवरण: गंग वंश ने ओडिशा में कला और साहित्य को बढ़ावा दिया।

विशेषताएँ:

  • कला: लिंगराज और कोणार्क सूर्य मंदिर।
  • साहित्य: जयदेव का गीत गोविंद।
  • प्रतियोगी तथ्य: कोणार्क सूर्य मंदिर गंग वंश की कृति है।

15. भरतनाट्य नृत्य करती नर्तकी

विवरण: भरतनाट्य एक शास्त्रीय नृत्य था, जो मंदिरों में प्रस्तुत किया जाता था।

विशेषताएँ:

  • महत्व: धार्मिक और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति।
  • प्रतियोगी तथ्य: भरतनाट्य दक्षिण भारत में प्रचलित था।

16. शिक्षा और साहित्य

विवरण: राजपूत काल में शिक्षा और साहित्य का विकास हुआ।

विशेषताएँ:

  • शिक्षा केंद्र: नालंदा, विक्रमशिला, तक्षशिला।
  • प्रमुख रचनाएँ: बाल रामायण, किरातार्जुनीयम, शिशुपाल वध, राजतरांगणी, गीत गोविंद, पृथ्वीराज रासो।
  • प्रतियोगी तथ्य: संस्कृत साहित्य इस काल में चरम पर था।

17. राजशेखर की बाल रामायण

विवरण: राजशेखर 9वीं शताब्दी के संस्कृत कवि थे।

विशेषताएँ:

  • रचना: बाल रामायण, रामायण का संक्षिप्त रूप।
  • प्रतियोगी तथ्य: राजशेखर प्रतिहार दरबार में थे।

18. भारवि का किरातार्जुनीयम

विवरण: किरातार्जुनीयम एक महाकाव्य है।

विशेषताएँ:

  • विषय: अर्जुन और शिव (किरात) का युद्ध।
  • प्रतियोगी तथ्य: किरातार्जुनीयम संस्कृत साहित्य की उत्कृष्ट रचना है।

19. माघ का शिशुपाल वध

विवरण: शिशुपाल वध एक संस्कृत महाकाव्य है।

विशेषताएँ:

  • विषय: श्रीकृष्ण द्वारा शिशुपाल का वध।
  • प्रतियोगी तथ्य: माघ की रचना में शब्दालंकार प्रसिद्ध हैं।

20. कल्हण की राजतरांगणी

विवरण: राजतरांगणी कश्मीर का ऐतिहासिक ग्रंथ है।

विशेषताएँ:

  • लेखक: कल्हण (12वीं शताब्दी)।
  • प्रतियोगी तथ्य: राजतरांगणी भारत का पहला ऐतिहासिक ग्रंथ है।

21. जयदेव का गीत गोविंद

विवरण: गीत गोविंद राधा-कृष्ण के प्रेम का काव्य है।

विशेषताएँ:

  • लेखक: जयदेव, गंग वंश के दरबार में।
  • प्रतियोगी तथ्य: गीत गोविंद भक्ति साहित्य की उत्कृष्ट रचना है।

22. चन्दबरदाई की पृथ्वीराज रासो

विवरण: पृथ्वीराज रासो चौहान वंश के शासक पृथ्वीराज की वीरता का वर्णन करता है।

विशेषताएँ:

  • लेखक: चन्दबरदाई।
  • प्रतियोगी तथ्य: पृथ्वीराज रासो हिंदी साहित्य का प्रारंभिक ग्रंथ है।

23. मंदिर निर्माण शैली

विवरण: राजपूत काल में नागर, द्रविड़, और वेसर शैली में मंदिर बने।

विशेषताएँ:

  • नागर शैली: उत्तर भारत (खजुराहो, लिंगराज)।
  • द्रविड़ शैली: दक्षिण भारत।
  • प्रतियोगी तथ्य: खजुराहो मंदिर नागर शैली के हैं।

24. समय रेखा

विवरण: राजपूत काल की प्रमुख घटनाएँ।

विशेषताएँ:

  • 7वीं शताब्दी: प्रतिहार वंश का उदय।
  • 9वीं शताब्दी: चन्देल और परमार वंश का उदय।
  • 11वीं शताब्दी: लिंगराज मंदिर का निर्माण।
  • 12वीं शताब्दी: पृथ्वीराज चौहान का शासन।
  • प्रतियोगी तथ्य: राजपूत काल में क्षेत्रीय शक्तियों का उदय हुआ।

सारांश (एक पंक्ति के तथ्य)

  1. राजपूत काल 7वीं से 11वीं शताब्दी तक था।
  2. राजपूतों की उत्पत्ति अग्निकुल सिद्धांत से मानी जाती है।
  3. प्रतिहार वंश ने कन्नौज को केंद्र बनाया।
  4. मिहिर भोज प्रतिहार वंश का प्रमुख शासक था।
  5. प्रतिहारों ने अरब आक्रमणों को रोका।
  6. गहड़वाल वंश ने कन्नौज को सांस्कृतिक केंद्र बनाया।
  7. गोविंदचंद्र गहड़वाल वंश का प्रसिद्ध शासक था।
  8. चौहान वंश का प्रमुख शासक पृथ्वीराज चौहान था।
  9. पृथ्वीराज रासो चौहान वंश का महत्वपूर्ण ग्रंथ है।
  10. चन्देल वंश ने खजुराहो मंदिर बनवाए।
  11. यशोवर्मन चन्देल वंश का प्रमुख शासक था।
  12. खजुराहो मंदिर यूनेस्को विश्व धरोहर हैं।
  13. परमार वंश का शासन मालवा में था।
  14. राजा भोज परमार वंश का प्रसिद्ध शासक था।
  15. पाल वंश ने बौद्ध धर्म को संरक्षण दिया।
  16. धर्मपाल पाल वंश का प्रमुख शासक था।
  17. सेन वंश ने बंगाल में हिंदू धर्म को प्रोत्साहन दिया।
  18. विजयसेन सेन वंश का प्रसिद्ध शासक था।
  19. राजपूत समाज सामंती व्यवस्था पर आधारित था।
  20. राजपूत समाज में वीरता और सम्मान पर जोर था।
  21. राजपूत शासन में सामंत प्रांतीय प्रशासन संभालते थे।
  22. लिंगराज मंदिर गंग वंश ने बनवाया।
  23. लिंगराज मंदिर नागर शैली का उदाहरण है।
  24. चन्देल वंश ने खजुराहो की मूर्तिकला को बढ़ावा दिया।
  25. गंग वंश ने कोणार्क सूर्य मंदिर बनवाया।
  26. भरतनाट्य दक्षिण भारत का शास्त्रीय नृत्य था।
  27. नालंदा और विक्रमशिला शिक्षा के प्रमुख केंद्र थे।
  28. राजशेखर ने बाल रामायण लिखा।
  29. भारवि ने किरातार्जुनीयम महाकाव्य लिखा।
  30. माघ ने शिशुपाल वध की रचना की।
  31. कल्हण ने राजतरांगणी लिखी।
  32. राजतरांगणी भारत का पहला ऐतिहासिक ग्रंथ है।
  33. जयदेव ने गीत गोविंद लिखा।
  34. गीत गोविंद भक्ति साहित्य की उत्कृष्ट रचना है।
  35. चन्दबरदाई ने पृथ्वीराज रासो लिखा।
  36. पृथ्वीराज रासो हिंदी साहित्य का प्रारंभिक ग्रंथ है।
  37. नागर शैली राजपूत काल की प्रमुख मंदिर निर्माण शैली थी।
  38. खजुराहो मंदिर नागर शैली के हैं।
  39. कोणार्क सूर्य मंदिर गंग वंश की कृति है।
  40. राजपूत काल में संस्कृत साहित्य चरम पर था।
  41. राजपूत समाज में जागीरदारी प्रथा प्रचलित थी।
  42. प्रतिहार वंश 8वीं शताब्दी में उभरा।
  43. चन्देल वंश ने 9वीं शताब्दी में शासन शुरू किया।
  44. लिंगराज मंदिर 11वीं शताब्दी में बना।
  45. पृथ्वीराज चौहान 12वीं शताब्दी में शासक था।
  46. राजपूत काल में क्षेत्रीय शक्तियों का उदय हुआ।
  47. चन्देल वंश ने संस्कृत साहित्य को प्रोत्साहन दिया।
  48. गंग वंश ने ओडिशा में कला को बढ़ावा दिया।
  49. भरतनाट्य मंदिरों में धार्मिक नृत्य था।
  50. राजपूत काल में मूर्तिकला और स्थापत्य कला फली-फूली।

बहुविकल्पीय प्रश्न

1. राजपूत काल कब था?





2. राजपूतों की उत्पत्ति का प्रमुख सिद्धांत क्या है?





3. प्रतिहार वंश का प्रमुख शासक कौन था?





4. प्रतिहार वंश ने किसे रोका?





5. गहड़वाल वंश का प्रमुख शासक कौन था?





6. चौहान वंश का प्रसिद्ध शासक कौन था?





7. चन्देल वंश ने क्या बनवाया?





8. परमार वंश का प्रसिद्ध शासक कौन था?





9. पाल वंश ने किस धर्म को संरक्षण दिया?





10. सेन वंश ने किस धर्म को प्रोत्साहन दिया?





11. राजपूत समाज की शासन व्यवस्था क्या थी?





12. लिंगराज मंदिर किस वंश ने बनवाया?





13. खजुराहो मंदिर किस शैली में बने हैं?





14. कोणार्क सूर्य मंदिर किस वंश की कृति है?





15. भरतनाट्य नृत्य कहाँ प्रचलित था?





16. राजशेखर ने कौन सा ग्रंथ लिखा?





17. किरातार्जुनीयम के लेखक कौन थे?





18. शिशुपाल वध के लेखक कौन थे?





19. राजतरांगणी के लेखक कौन थे?





20. गीत गोविंद के लेखक कौन थे?





21. पृथ्वीराज रासो के लेखक कौन थे?





22. राजतरांगणी किसका ऐतिहासिक ग्रंथ है?





23. गीत गोविंद का विषय क्या है?





24. खजुराहो मंदिर किस वंश ने बनवाए?





25. राजपूत काल की प्रमुख मंदिर निर्माण शैली क्या थी?





26. पृथ्वीराज रासो किस साहित्य का प्रारंभिक ग्रंथ है?





27. राजपूत समाज में क्या प्रचलित थी?





28. लिंगराज मंदिर कब बना?





29. किरातार्जुनीयम का विषय क्या है?





30. राजपूत काल में कौन सा साहित्य च reached its peak?