1. परिचय: भारत की विविधता
विवरण: भारत एक सांस्कृतिक, धार्मिक, और सामाजिक रूप से विविध देश है, जहाँ विभिन्न भाषाएँ, धर्म, त्योहार, नृत्य, और पहनावे एकता को दर्शाते हैं।
विशेषताएँ:
- विविधता के प्रकार: भाषाई, धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, और भौगोलिक।
- प्रतियोगी तथ्य: भारत में 22 संवैधानिक भाषाएँ और 19,500+ बोलियाँ हैं।
- प्रतियोगी तथ्य: विविधता में एकता भारत की पहचान है ।
2. भारत में बोली जाने वाली भाषाएँ
विवरण: भारत में कई भाषाएँ और बोलियाँ बोली जाती हैं, जो इसकी सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाती हैं।
विशेषताएँ:
- संवैधानिक भाषाएँ: संविधान की आठवीं अनुसूची में 22 भाषाएँ (हिन्दी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, बंगाली, गुजराती, मराठी, उड़िया, पंजाबी, असमिया, कश्मीरी, उर्दू, सिन्धी, कोंकणी, मणिपुरी, भोजपुरी, नेपाली, डोगरी, मैथिली, संथाली, बोडो)।
- बोलियाँ: 19,500 से अधिक, जैसे अवधी, भोजपुरी, मगधी।
- प्रतियोगी तथ्य: हिन्दी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है, लेकिन अंग्रेजी संयोजक भाषा है।
- प्रतियोगी तथ्य: भाषाई विविधता के कारण भारत में त्रि-भाषा फॉर्मूला (हिन्दी, अंग्रेजी, क्षेत्रीय भाषा) लागू है।
3. विविध त्योहार
विवरण: भारत में विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के त्योहार मनाए जाते हैं।
विशेषताएँ:
- हिन्दू: दीवाली, होली, दशहरा, रक्षा बंधन।
- मुस्लिम: ईद-उल-फितर, ईद-उल-अधा, मुहर्रम।
- ईसाई: क्रिसमस, गुड फ्राइडे।
- सिख: गुरु नानक जयंती, बैसाखी।
- जैन: महावीर जयंती, पर्युषण।
- बौद्ध: बुद्ध पूर्णिमा।
- क्षेत्रीय: पोंगल (तमिलनाडु), ओणम (केरल), बिहू (असम), लोहड़ी (पंजाब)।
- प्रतियोगी तथ्य: दीवाली भारत का सबसे व्यापक त्योहार है।
- प्रतियोगी तथ्य: त्योहार सामाजिक एकता को बढ़ाते हैं।
4. देश के विविध नृत्य
विवरण: भारत में शास्त्रीय और लोक नृत्य दोनों समृद्ध हैं।
विशेषताएँ:
- शास्त्रीय नृत्य: भरतनाट्यम (तमिलनाडु), कथक (उत्तर भारत), कथकली (केरल), मणिपुरी (मणिपुर), ओडिसी (ओडिशा), कुचिपुड़ी (आंध्र प्रदेश), मोहिनीअट्टम (केरल), सत्रिया (असम)।
- लोक नृत्य: गरबा (गुजरात), भांगड़ा (पंजाब), गिद्दा (पंजाब), लावणी (महाराष्ट्र), डंडिया (गुजरात), छऊ (झारखंड)।
- प्रतियोगी तथ्य: भारत में 8 शास्त्रीय नृत्य हैं, जो संगीत नाटक अकादमी द्वारा मान्यता प्राप्त हैं।
- प्रतियोगी तथ्य: शास्त्रीय नृत्य मंदिर परंपराओं से उत्पन्न हुए।
5. पहनावे में विविधता
विवरण: भारत के विभिन्न क्षेत्रों में पहनावे की विविधता देखी जाती है।
विशेषताएँ:
- महिलाएँ: साड़ी (हिन्दी क्षेत्र, दक्षिण भारत), सलवार-कमीज (पंजाब), मेखला-चदर (असम), फेरन (कश्मीर)।
- पुरुष: धोती-कुर्ता (उत्तर भारत), लुंगी (दक्षिण भारत), कुर्ता-पायजामा (पंजाब), शेरवानी।
- प्रतियोगी तथ्य: साड़ी भारत का सबसे लोकप्रिय पारंपरिक परिधान है।
- प्रतियोगी तथ्य: क्षेत्रीय पहनावे जलवायु और सांस्कृतिक परंपराओं को दर्शाते हैं।
6. विविधता में एकता
विवरण: भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक, और भाषाई विविधता के बावजूद एकता इसकी विशेषता है।
विशेषताएँ:
- उदाहरण: विभिन्न धर्मों के लोग एक साथ त्योहार मनाते हैं।
- प्रतियोगी तथ्य: "विविधता में एकता" भारत का राष्ट्रीय नारा है।
- प्रतियोगी तथ्य: संविधान की प्रस्तावना में "एकता और अखंडता" पर जोर दिया गया है।
7. भारतीय समाज की विविध चिन्ताएँ: जाति व्यवस्था
विवरण: जाति व्यवस्था भारतीय समाज की एक प्राचीन सामाजिक संरचना है।
विशेषताएँ:
- वर्ण: ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र।
- प्रतियोगी तथ्य: संविधान (अनुच्छेद 17) अस्पृश्यता को समाप्त करता है।
- प्रतियोगी तथ्य: डाॅ. बी.आर. आंबेडकर ने जाति व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष किया।
8. बाल श्रम
विवरण: बाल श्रम बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित करता है।
विशेषताएँ:
- परिभाषा: 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों से काम करवाना।
- प्रतियोगी तथ्य: भारत में बाल श्रम निषिद्ध है।
- प्रतियोगी तथ्य: बाल श्रम सामाजिक और आर्थिक गरीबी का परिणाम है।
9. बाल श्रम (निषेध और विनियमन) अधिनियम
विवरण: यह अधिनियम बाल श्रम को नियंत्रित और निषिद्ध करता है।
विशेषताएँ:
- पारित: 1986, संशोधन 2016।
- प्रावधान: 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों का खतरनाक कार्यों में रोजगार निषिद्ध।
- प्रतियोगी तथ्य: 2016 संशोधन में 14-18 वर्ष के बच्चों के लिए गैर-खतरनाक कार्यों की अनुमति है।
- प्रतियोगी तथ्य: यह अधिनियम संविधान के अनुच्छेद 24 से संबंधित है।
10. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ
विवरण: यह योजना बालिकाओं की शिक्षा और सुरक्षा को बढ़ावा देती है।
विशेषताएँ:
- शुभारंभ: 2015, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा।
- उद्देश्य: लिंग अनुपात सुधार, बालिका शिक्षा।
- प्रतियोगी तथ्य: हरियाणा में लिंग अनुपात सुधार के लिए शुरू।
- प्रतियोगी तथ्य: यह योजना सामाजिक जागरूकता और लैंगिक समानता को बढ़ावा देती है।
11. लिंगभेद
विवरण: लिंग के आधार पर भेदभाव सामाजिक असमानता का कारण है।
विशेषताएँ:
- उदाहरण: शिक्षा, रोजगार, और संपत्ति में असमानता।
- प्रतियोगी तथ्य: संविधान का अनुच्छेद 15 लिंग भेदभाव को निषिद्ध करता है।
- प्रतियोगी तथ्य: लिंगभेद सामाजिक और आर्थिक विकास में बाधक है।
12. बालिका सुरक्षा
विवरण: बालिकाओं की सुरक्षा सामाजिक प्रगति के लिए आवश्यक है।
विशेषताएँ:
- योजनाएँ: सुकन्या समृद्धि योजना, निर्भया फंड।
- प्रतियोगी तथ्य: निर्भया फंड 2012 में शुरू हुआ।
- प्रतियोगी तथ्य: बालिका सुरक्षा योजनाएँ लैंगिक अपराधों को कम करती हैं।
13. प्रसिद्ध भारतीय महिलाएँ
विवरण: भारतीय महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
- इंदिरा गांधी: भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री (1966-1977, 1980-1984)।
- सावित्रीबाई फुले: पहली महिला शिक्षिका, सामाजिक सुधारक।
- लता मंगेशकर: भारत रत्न, प्रसिद्ध गायिका।
- मदर टेरेसा: नोबेल शांति पुरस्कार (1979)।
- कल्पना चावला: पहली भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री।
- प्रतियोगी तथ्य: इंदिरा गांधी को लौह महिला कहा जाता था।
- प्रतियोगी तथ्य: सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं की शिक्षा के लिए स्कूल खोला।
14. हमारे राष्ट्रीय प्रतीक
विवरण: राष्ट्रीय प्रतीक भारत की पहचान और गौरव को दर्शाते हैं।
- राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा): भारत का ध्वज 22 जुलाई 1947 को अपनाया गया। इसका डिजाइन पिंगली वेंकैया ने तैयार किया था। केसरिया रंग साहस और बलिदान का, सफेद रंग शांति और सत्य का, हरा रंग जीवन और समृद्धि का प्रतीक है। बीच में गहरे नीले रंग का अशोक चक्र है जिसमें 24 तीलियाँ हैं, जो प्रगति और गति का प्रतीक है।
- राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह: सारनाथ स्थित अशोक स्तंभ के सिंह-शीर्ष को 26 जनवरी 1950 को राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में अपनाया गया। इसमें चार शेर हैं लेकिन केवल तीन दिखाई देते हैं। नीचे 'सत्यमेव जयते' (मुण्डक उपनिषद से) अंकित है। यह शक्ति, साहस और आत्मविश्वास का प्रतीक है।
- राष्ट्रीय गान: “जन गण मन” रवीन्द्रनाथ ठाकुर द्वारा 1911 में रचित है। इसे 24 जनवरी 1950 को आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय गान घोषित किया गया। पूरा गान गाने में लगभग 52 सेकंड लगते हैं।
- राष्ट्रीय गीत: “वंदे मातरम्” बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा 1882 में आनंदमठ उपन्यास में शामिल किया गया। 24 जनवरी 1950 को इसे राष्ट्रीय गीत का दर्जा मिला। यह देशभक्ति और मातृभूमि के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है।
- राष्ट्रीय पशु: बंगाल टाइगर (Panthera tigris tigris) को 1973 में राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया। यह शक्ति, पराक्रम और चपलता का प्रतीक है।
- राष्ट्रीय पक्षी: भारतीय मोर (Pavo cristatus) 1963 में राष्ट्रीय पक्षी घोषित हुआ। इसके सुंदर पंख भारतीय संस्कृति और पौराणिक कथाओं में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।
- राष्ट्रीय पुष्प: कमल (Nelumbo nucifera) पवित्रता, आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक है। कीचड़ में खिलकर भी अपनी शुद्धता बनाए रखना इसका मुख्य संदेश है।
- राष्ट्रीय फल: आम (Mangifera indica) को 'फलों का राजा' कहा जाता है। यह भारत की संस्कृति, कला और साहित्य में विशेष स्थान रखता है।
- राष्ट्रीय वृक्ष: बरगद का पेड़ (Ficus benghalensis) विशाल छत्राकार छाया और लंबे जीवनकाल के कारण अमरत्व और स्थिरता का प्रतीक है।
- राष्ट्रीय खेल: हॉकी को अनौपचारिक रूप से राष्ट्रीय खेल माना जाता है। 1928 से 1956 तक भारत ने लगातार छह ओलंपिक स्वर्ण पदक हॉकी में जीते।
- राष्ट्रीय मुद्रा: भारतीय रुपया (₹) का नया प्रतीक 2010 में अपनाया गया। इसे उदय कुमार धरण ने डिजाइन किया। यह देवनागरी और रोमन अक्षर 'R' का मिश्रण है।
- राष्ट्रीय नदी: गंगा, जिसे 2008 में राष्ट्रीय नदी घोषित किया गया। इसे भारत की जीवनरेखा माना जाता है और इसका धार्मिक तथा सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक है।
- राष्ट्रीय पंचांग: शक संवत, जिसे 22 मार्च 1957 से आधिकारिक रूप से अपनाया गया। यह भारतीय ज्योतिष और खगोलशास्त्र पर आधारित है।
- राष्ट्रीय जलीय जीव: गंगा डॉल्फ़िन (Platanista gangetica) को 2009 में राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया गया। यह स्वच्छता और पारिस्थितिक संतुलन का प्रतीक है।