15. क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत

अति विस्तृत नोट्स

1. क्षेत्र पंचायत

विवरण: क्षेत्र पंचायत, जिसे पंचायत समिति या ब्लॉक पंचायत भी कहा जाता है, पंचायती राज व्यवस्था का मध्य स्तर है जो कई गाँवों के समूह (ब्लॉक) को कवर करता है।

विशेषताएँ:

  • परिभाषा: ब्लॉक स्तर पर ग्रामीण विकास के लिए कार्य करने वाली निर्वाचित संस्था।
  • महत्व: ग्राम पंचायतों और जिला पंचायत के बीच समन्वय स्थापित करता है।
  • प्रतियोगी तथ्य: क्षेत्र पंचायत की स्थापना 73वें संविधान संशोधन (1992) के तहत हुई।
  • प्रतियोगी तथ्य: क्षेत्र पंचायत ग्रामीण विकास योजनाओं के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

2. क्षेत्र पंचायत की चुनाव प्रक्रिया

विवरण: क्षेत्र पंचायत के सदस्यों का चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया के माध्यम से होता है।

विशेषताएँ:

  • प्रक्रिया: गुप्त मतदान द्वारा प्रत्यक्ष चुनाव।
  • पात्रता: न्यूनतम आयु 21 वर्ष, स्थानीय निवासी।
  • प्रतियोगी तथ्य: राज्य निर्वाचन आयोग क्षेत्र पंचायत के चुनाव आयोजित करता है।
  • प्रतियोगी तथ्य: उत्तर प्रदेश में, क्षेत्र पंचायत (Block Panchayat) के चुनाव में, महिलाओं के लिए 33% आरक्षण अनिवार्य है, लेकिन इसे 50% तक बढ़ाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, SC/ST के लिए उनकी जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण दिया जाता है।

3. क्षेत्र पंचायत कैसे बनी

विवरण: क्षेत्र पंचायत का गठन ब्लॉक स्तर पर ग्राम पंचायतों के समन्वय के लिए किया जाता है।

विशेषताएँ:

  • गठन: निर्वाचित सदस्यों और ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों द्वारा।
  • संरचना: ब्लॉक के सभी गाँवों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं।
  • प्रतियोगी तथ्य: क्षेत्र पंचायत का कार्यकाल 5 वर्ष होता है।
  • प्रतियोगी तथ्य: क्षेत्र पंचायत का गठन 73वें संशोधन के तहत संवैधानिक है।

4. क्षेत्र पंचायत समितियाँ

विवरण: क्षेत्र पंचायत विभिन्न कार्यों के लिए समितियों का गठन करती है।

विशेषताएँ:

  • प्रकार: शिक्षा समिति, स्वास्थ्य समिति, कृषि समिति, आदि।
  • उद्देश्य: विशिष्ट क्षेत्रों में विकास कार्यों की निगरानी।
  • प्रतियोगी तथ्य: समितियाँ ग्राम पंचायतों के साथ समन्वय करती हैं।
  • प्रतियोगी तथ्य: समितियाँ योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए बनाई जाती हैं।

5. क्षेत्र पंचायत के कार्य

विवरण: क्षेत्र पंचायत ब्लॉक स्तर पर विकास कार्यों को लागू करती है।

विशेषताएँ:

  • कार्य: कृषि, सिंचाई, शिक्षा, स्वास्थ्य, और सड़क निर्माण।
  • निगरानी: ग्राम पंचायतों के कार्यों की समीक्षा।
  • प्रतियोगी तथ्य: क्षेत्र पंचायत सरकारी योजनाओं को लागू करती है।
  • प्रतियोगी तथ्य: क्षेत्र पंचायत को 11वीं अनुसूची के तहत कार्य सौंपे गए हैं।

6. खण्ड विकास अधिकारी (BDO)

विवरण: खण्ड विकास अधिकारी (BDO) क्षेत्र पंचायत का प्रशासनिक प्रमुख होता है।

विशेषताएँ:

  • भूमिका: योजनाओं का कार्यान्वयन, समन्वय, और निगरानी।
  • नियुक्ति: सरकार द्वारा नियुक्त।
  • प्रतियोगी तथ्य: BDO ग्राम पंचायत और जिला पंचायत के बीच कड़ी है।
  • प्रतियोगी तथ्य: BDO ब्लॉक स्तर पर विकास योजनाओं का मुख्य प्रबंधक है।

7. जिला पंचायत

विवरण: जिला पंचायत पंचायती राज व्यवस्था का उच्चतम स्तर है, जो पूरे जिले के लिए कार्य करती है।

विशेषताएँ:

  • परिभाषा: जिला स्तर पर ग्रामीण विकास और नीति निर्माण की संस्था।
  • महत्व: सभी क्षेत्र पंचायतों का समन्वय और नीति निर्माण।
  • प्रतियोगी तथ्य: जिला पंचायत को 73वें संशोधन ने संवैधानिक दर्जा दिया।
  • प्रतियोगी तथ्य: जिला कलेक्टर जिला पंचायत का सलाहकार होता है।

8. जिला पंचायत का चुनाव

विवरण: जिला पंचायत के सदस्यों का चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया से होता है।

विशेषताएँ:

  • प्रक्रिया: गुप्त मतदान, प्रत्यक्ष चुनाव।
  • पात्रता: न्यूनतम आयु 21 वर्ष।
  • प्रतियोगी तथ्य: राज्य निर्वाचन आयोग जिला पंचायत के चुनाव आयोजित करता है।
  • प्रतियोगी तथ्य: महिलाओं और SC/ST के लिए आरक्षण लागू है।

9. जिला पंचायत के सदस्य

विवरण: जिला पंचायत में निर्वाचित और नामित सदस्य शामिल होते हैं।

विशेषताएँ:

  • संख्या: जिले की जनसंख्या के आधार पर 10-35 सदस्य।
  • प्रतियोगी तथ्य: 33% सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित।
  • प्रतियोगी तथ्य: SC/ST के लिए जनसंख्या अनुपात में आरक्षण।

10. जिला पंचायत के कार्य

विवरण: जिला पंचायत जिले के समग्र विकास के लिए नीतियाँ बनाती और लागू करती है।

विशेषताएँ:

  • कार्य: शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, कृषि, और स्वच्छता योजनाएँ।
  • समन्वय: क्षेत्र पंचायतों और ग्राम पंचायतों के साथ।
  • प्रतियोगी तथ्य: जिला पंचायत कर संग्रह और बजट आवंटन कर सकती है।
  • प्रतियोगी तथ्य: जिला पंचायत 11वीं अनुसूची के तहत कार्य करती है।

पंचायती राज व्यवस्था के स्तर (सारणी):

स्तर विवरण प्रमुख कार्य
क्षेत्र पंचायत ब्लॉक स्तर कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्राम पंचायतों का समन्वय
जिला पंचायत जिला स्तर नीति निर्माण, समग्र विकास, समन्वय

सारांश (एक पंक्ति के तथ्य)

  1. क्षेत्र पंचायत ब्लॉक स्तर पर ग्रामीण विकास के लिए कार्य करती है।
  2. जिला पंचायत पंचायती राज का उच्चतम स्तर है।
  3. 73वाँ संविधान संशोधन 1992 में लागू हुआ।
  4. क्षेत्र पंचायत को पंचायत समिति भी कहा जाता है।
  5. क्षेत्र पंचायत का कार्यकाल 5 वर्ष होता है।
  6. जिला पंचायत का कार्यकाल भी 5 वर्ष होता है।
  7. क्षेत्र पंचायत के चुनाव गुप्त मतदान से होते हैं।
  8. जिला पंचायत के चुनाव भी गुप्त मतदान से होते हैं।
  9. राज्य निर्वाचन आयोग क्षेत्र पंचायत चुनाव आयोजित करता है।
  10. जिला पंचायत के चुनाव भी राज्य निर्वाचन आयोग आयोजित करता है।
  11. क्षेत्र पंचायत में 33% सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं।
  12. जिला पंचायत में भी 33% सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं।
  13. SC/ST के लिए क्षेत्र पंचायत में जनसंख्या अनुपात में आरक्षण है।
  14. जिला पंचायत में SC/ST के लिए जनसंख्या अनुपात में आरक्षण है।
  15. क्षेत्र पंचायत की स्थापना 73वें संशोधन के तहत हुई।
  16. जिला पंचायत को भी 73वें संशोधन ने संवैधानिक दर्जा दिया।
  17. क्षेत्र पंचायत ग्राम पंचायतों और जिला पंचायत के बीच समन्वय करती है।
  18. जिला पंचायत जिले के समग्र विकास के लिए नीतियाँ बनाती है।
  19. खण्ड विकास अधिकारी (BDO) क्षेत्र पंचायत का प्रशासनिक प्रमुख है।
  20. BDO सरकार द्वारा नियुक्त होता है।
  21. जिला कलेक्टर जिला पंचायत का सलाहकार होता है।
  22. क्षेत्र पंचायत कृषि और सिंचाई योजनाओं को लागू करती है।
  23. जिला पंचायत शिक्षा और स्वास्थ्य योजनाओं पर ध्यान देती है।
  24. क्षेत्र पंचायत विभिन्न समितियों का गठन करती है।
  25. क्षेत्र पंचायत की समितियाँ शिक्षा, स्वास्थ्य, और कृषि पर कार्य करती हैं।
  26. जिला पंचायत कर संग्रह और बजट आवंटन कर सकती है।
  27. क्षेत्र पंचायत 11वीं अनुसूची के तहत कार्य करती है।
  28. जिला पंचायत भी 11वीं अनुसूची के तहत कार्य करती है।
  29. क्षेत्र पंचायत के सदस्यों की न्यूनतम आयु 21 वर्ष है।
  30. जिला पंचayat के सदस्यों की न्यूनतम आयु 21 वर्ष है।
  31. क्षेत्र पंचायत ग्राम पंचायतों के कार्यों की निगरानी करती है।
  32. जिला पंचायत क्षेत्र पंचायतों के साथ समन्वय करती है।
  33. BDO ब्लॉक स्तर पर विकास योजनाओं का प्रबंधन करता है।
  34. क्षेत्र पंचायत सरकारी योजनाओं का कार्यान्वयन करती है।
  35. जिला पंचायत जिले में स्वच्छता योजनाओं को बढ़ावा देती है।
  36. क्षेत्र पंचायत में निर्वाचित और नामित सदस्य शामिल होते हैं।
  37. जिला पंचायत में 10-35 सदस्य हो सकते हैं।
  38. क्षेत्र पंचायत ग्रामीण विकास की रीढ़ है।
  39. जिला पंचायत नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
  40. 73वाँ संशोधन पंचायती राज को मजबूत करता है।

बहु-विकल्पीय प्रश्न

1. क्षेत्र पंचायत को और क्या कहा जाता है?





2. क्षेत्र पंचायत का कार्यकाल कितने वर्ष का होता है?





3. क्षेत्र पंचायत के चुनाव कौन आयोजित करता है?





4. क्षेत्र पंचायत में महिलाओं के लिए कितना आरक्षण है?





5. क्षेत्र पंचायत का गठन कैसे होता है?





6. क्षेत्र पंचायत की समितियों का उद्देश्य क्या है?





7. क्षेत्र पंचायत के कार्य किस अनुसूची में हैं?





8. खण्ड विकास अधिकारी (BDO) कौन नियुक्त करता है?





9. जिला पंचायत का सलाहकार कौन होता है?





10. जिला पंचायत में कितने सदस्य हो सकते हैं?





11. क्षेत्र पंचायत का प्रमुख कार्य क्या है?





12. जिला पंचायत का कार्यकाल कितने वर्ष का होता है?





13. क्षेत्र पंचायत की स्थापना किस संशोधन के तहत हुई?





14. जिला पंचायत में महिलाओं के लिए कितना आरक्षण है?





15. BDO की भूमिका क्या है?





16. क्षेत्र पंचायत किसके बीच समन्वय करती है?





17. जिला पंचायत के कार्यों में क्या शामिल है?





18. क्षेत्र पंचायत की समितियाँ किस पर कार्य करती हैं?





19. जिला पंचायत को संवैधानिक दर्जा किसने दिया?





20. क्षेत्र पंचायत के सदस्यों की न्यूनतम आयु क्या है?





21. जिला पंचायत के चुनाव में कौन पात्र है?





22. क्षेत्र पंचायत की समितियों में क्या शामिल है?





23. जिला पंचायत का प्रमुख कार्य क्या है?





24. क्षेत्र पंचायत में SC/ST के लिए आरक्षण कैसा है?





25. जिला पंचायत में SC/ST के लिए आरक्षण कैसा है?





26. क्षेत्र पंचायत का प्रशासनिक प्रमुख कौन है?





27. जिला पंचायत किस स्तर पर कार्य करती है?





28. क्षेत्र पंचायत किसके साथ समन्वय करती है?





29. जिला पंचायत क्या कर सकती है?





30. क्षेत्र पंचायत की समितियाँ किसके साथ समन्वय करती हैं?