परिचय
इस्लाम का भारत में आगमन सातवीं शताब्दी में अरब व्यापारियों के माध्यम से शुरू हुआ और बाद में तुर्क आक्रमणों ने इसे और विस्तार दिया। इस्लाम के प्रसार ने भारत की संस्कृति, विज्ञान, और शासन व्यवस्था पर गहरा प्रभाव डाला।
प्रतियोगी तथ्य: इस्लाम का भारत में प्रारंभिक प्रसार 712 ई. में मुहम्मद बिन कासिम के सिंध आक्रमण से हुआ।
1. इस्लाम धर्म की शुरुआत
विवरण: इस्लाम धर्म की स्थापना सातवीं शताब्दी में अरब में पैगंबर मोहम्मद साहब द्वारा हुई।
विशेषताएँ:
- इस्लाम एकेश्वरवाद पर आधारित है।
- कुरान इस्लाम का पवित्र ग्रंथ है।
- पाँच आधारभूत सिद्धांत: कलमा, नमाज, रोजा, जकात, हज।
- प्रतियोगी तथ्य: मोहम्मद साहब का जन्म 570 ई. में मक्का में हुआ।
2. मोहम्मद साहब की शिक्षाएँ
विवरण: मोहम्मद साहब ने समानता, भाईचारा, और नैतिकता पर जोर दिया।
विशेषताएँ:
- सभी मनुष्यों को एक अल्लाह की इबादत करने की शिक्षा।
- सामाजिक न्याय और दान की प्रेरणा।
- मद्यपान और जुआ निषिद्ध।
- इस्लाम के पाँच सिद्धांत:
- कलमा: अल्लाह एक है और मोहम्मद साहब उसके पैगंबर हैं।
- नमाज: प्रतिदिन पाँच बार नमाज पढ़ना।
- रोजा: रमजान के पवित्र महीने में रोजा (व्रत) रखना।
- जकात: अपनी उपार्जित आय का चालीसवाँ हिस्सा गरीबों को सहायतार्थ देना।
- हज: पूरे जीवन में एक बार मक्का की तीर्थयात्रा करना।
- प्रतियोगी तथ्य: हिजरी संवत 622 ई. में मोहम्मद साहब के मक्का से मदीना प्रवास से शुरू हुआ।
3. भारत में इस्लाम धर्म
विवरण: इस्लाम भारत में सातवीं शताब्दी में अरब व्यापारियों के माध्यम से पहुँचा।
विशेषताएँ:
- केरल और मालाबार तट पर प्रारंभिक प्रसार।
- 712 ई. में मुहम्मद बिन कासिम ने सिंध पर आक्रमण किया।
- सूफी संतों ने इस्लाम के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- प्रतियोगी तथ्य: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती ने 12वीं शताब्दी में अजमेर में सूफी मत का प्रसार किया।
4. भारतीयों ने अरबों से सीखा
विवरण: भारतीयों ने अरबों से गणित, खगोलशास्त्र, और विभिन्न शिल्प सीखे।
विशेषताएँ:
- कागज बनाना।
- चरखे से सूत कातना।
- सिले हुए कपड़े: सलवार, कमीज।
- खान-पान: कचौड़ी, समोसा बनाना।
- शून्य और दशमलव प्रणाली अरबों के माध्यम से विश्व में फैली।
- खगोलशास्त्र में अल-ख्वारिज्मी का प्रभाव।
- यूनानी चिकित्सा (उनानी) का प्रसार।
- प्रतियोगी तथ्य: अरबों ने भारतीय अंकों को "हिंदसा" कहा।
5. अरबों ने भारतीयों से सीखा
विवरण: अरबों ने भारतीय गणित, ज्योतिष, और साहित्य से बहुत कुछ सीखा।
विशेषताएँ:
- हिन्दी संख्या से अरबी संख्या बनाना।
- संख्याओं की गणना करना।
- ज्योतिष।
- गणित।
- शतरंज का खेल।
- भारतीय संगीत।
- चिकित्सा शास्त्र (आयुर्वेद का ज्ञान)।
- पंचतंत्र की कहानियों का अरबी में अनुवाद (कलिला व दिमना)।
- प्रतियोगी तथ्य: अरबों ने 8वीं शताब्दी में बगदाद में भारतीय ग्रंथों का अनुवाद शुरू किया।
6. तुर्क आक्रमण के समय भारत
विवरण: 10वीं-12वीं शताब्दी में भारत छोटे-छोटे राज्यों में बँटा था।
विशेषताएँ:
- राजपूत राजवंशों (चौहान, परमार, चालुक्य) का शासन।
- आर्थिक समृद्धि लेकिन राजनीतिक एकता का अभाव।
- प्रतियोगी तथ्य: कन्नौज त्रिकोणीय संघर्ष (गुर्जर-प्रतिहार, पाल, राष्ट्रकूट) ने भारत को कमजोर किया।
7. तुर्क आक्रमण
विवरण: तुर्कों ने 10वीं शताब्दी से भारत पर आक्रमण शुरू किए।
विशेषताएँ:
- तुर्क तेज घोड़ों और उन्नत सैन्य रणनीति के लिए प्रसिद्ध थे।
- महमूद गजनवी और मुहम्मद गोरी प्रमुख आक्रमणकारी।
- प्रतियोगी तथ्य: तुर्कों ने 11वीं शताब्दी में गजनी और गौर से आक्रमण शुरू किए।
8. महमूद गजनवी का भारत पर आक्रमण
विवरण: महमूद गजनवी ने 1001-1027 ई. के बीच भारत पर 17 बार आक्रमण किया।
विशेषताएँ:
- उद्देश्य: धन लूट और इस्लाम का प्रसार।
- प्रमुख आक्रमण: सोमनाथ मंदिर (1025 ई.)।
- शाहनामा के लेखक फिरदौसी उनके दरबार में थे।
- प्रतियोगी तथ्य: महमूद ने 1001 ई. में जयपाल को हराया।
9. सोमनाथ मंदिर
विवरण: सोमनाथ मंदिर पर महमूद गजनवी ने 1025 ई. में आक्रमण किया।
विशेषताएँ:
- गुजरात में स्थित यह मंदिर धन और वैभव के लिए प्रसिद्ध था।
- महमूद ने मंदिर को लूटा और शिवलिंग को तोड़ा।
- प्रतियोगी तथ्य: सोमनाथ मंदिर को बाद में 1951 में पुनर्निर्मित किया गया।
10. अलबरूनी की दृष्टि में भारत
विवरण: अलबरूनी, मध्य एशिया का प्रसिद्ध विद्वान, महमूद गजनवी के साथ भारत आया और भारत का अध्ययन किया।
विशेषताएँ:
- उसका मूल नाम अबुरैहान मोहम्मद बिन अहमद था।
- जन्म: 973 ई. में खींवा (मध्य एशिया)।
- उसने संस्कृत, भारतीय दर्शन, और ज्योतिष शास्त्र का अध्ययन किया।
- पुराणों का अध्ययन करने वाला पहला मुसलमान।
- पुस्तक "किताब-उल-हिंद" (तहकीक-ए-हिंद) में 80 अध्यायों में 11वीं शताब्दी के भारत का वर्णन।
- मुख्य अंश:
- विदेशियों के प्रति भारतीयों के विचार संकुचित थे, उन्हें म्लेच्छ कहा जाता था।
- भारतीय अपने पारंपरिक व्यवसाय अपनाते थे।
- भोजन अलग-अलग थाल में परोसा जाता था।
- दैनिक कार्यों में शगुन को महत्व दिया जाता था।
- हिंदुओं का मानना: ईश्वर एक, अनादि, अनंत, स्वतंत्र, सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ, बुद्धिमान, जीवंत, जीवनदाता, और शासक है।
- भारतीय खगोल विज्ञान में पृथ्वी, ग्रहों का आकार, सूर्यग्रहण, चन्द्रग्रहण, और अक्षांश-देशांतर की अवधारणाएँ थीं।
- भारतीय गणितज्ञ और खगोलशास्त्री योग्य थे।
- प्रतियोगी तथ्य: अलबरूनी ने भारतीय जाति व्यवस्था की आलोचना की।
11. मुहम्मद गोरी
विवरण: मुहम्मद गोरी ने 12वीं शताब्दी के अंत में भारत पर आक्रमण किए।
विशेषताएँ:
- उद्देश्य: भारत में स्थायी शासन स्थापित करना।
- तराइन के युद्धों में पृथ्वीराज चौहान से मुकाबला।
- प्रतियोगी तथ्य: गोरी ने 1192 ई. में दिल्ली पर कब्जा किया।
12. पृथ्वीराज चौहान
विवरण: पृथ्वीराज चौहान दिल्ली और अजमेर के चौहान राजपूत शासक थे।
विशेषताएँ:
- उन्होंने 1191 ई. में तराइन के प्रथम युद्ध में गोरी को हराया।
- 1192 ई. में हार के बाद उनकी मृत्यु हुई।
- प्रतियोगी तथ्य: पृथ्वीराज रासो चंदबरदाई द्वारा लिखा गया।
13. तराइन का प्रथम युद्ध
विवरण: तराइन का प्रथम युद्ध 1191 ई. में लड़ा गया।
विशेषताएँ:
- पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गोरी को हराया।
- गोरी घायल होकर भाग गया।
- प्रतियोगी तथ्य: यह युद्ध हरियाणा के तरावड़ी में लड़ा गया।
14. तुर्कों की जीत के कारण
विवरण: तुर्कों की जीत (विशेष रूप से 1192 में तराइन के द्वितीय युद्ध में) के कई कारण थे।
विशेषताएँ:
- उन्नत सैन्य रणनीति और तेज घुड़सवार।
- भारतीय राज्यों में एकता का अभाव।
- गोरी की बेहतर संगठनात्मक क्षमता।
- प्रतियोगी तथ्य: तराइन का द्वितीय युद्ध 1192 ई. में तुर्कों की जीत का आधार बना।