1. मराठा राज्य का उदय
विवरण: मराठा राज्य का उदय 17वीं शताब्दी में हुआ, जब शिवाजी ने स्वराज्य की स्थापना की।
विशेषताएँ:
- मराठा स्वराज्य: स्वतंत्र मराठा राज्य की स्थापना शिवाजी ने की।
- क्षेत्र: पश्चिमी भारत, विशेष रूप से महाराष्ट्र।
- प्रतियोगी तथ्य: मराठा शक्ति ने मुगल साम्राज्य को गंभीर चुनौती दी।
2. शिवाजी: जीवन परिचय
विवरण: शिवाजी भोसले मराठा साम्राज्य के संस्थापक और एक कुशल योद्धा थे।
विशेषताएँ:
- जन्म: 19 फरवरी 1630, शिवनेरी का दुर्ग।
- पिता: शाहजी भोसले; माता: जीजाबाई।
- शिक्षा: सैन्य प्रशिक्षण और छापामार युद्ध में निपुण।
- प्रतियोगी तथ्य: शिवाजी ने 1659 में अफजल खाँ को प्रतापगढ़ में हराया।
3. शिवाजी का राज्याभिषेक
विवरण: शिवाजी ने औपचारिक रूप से स्वराज्य के छत्रपति के रूप में राज्याभिषेक किया।
विशेषताएँ:
- राज्याभिषेक: 6 जून 1674, रायगढ़ किला।
- उपाधि: छत्रपति।
- प्रतियोगी तथ्य: शिवाजी ने ‘हिंदवी स्वराज’ की अवधारणा को बढ़ावा दिया।
4. शिवाजी का शासन प्रबन्ध
विवरण: शिवाजी का प्रशासन संगठित और कुशल था।
विशेषताएँ:
- केंद्रीकृत प्रशासन: शिवाजी ने स्वयं शासन की निगरानी की।
- सैन्य संगठन: मजबूत सेना और नौसेना।
- किलों का महत्व: रायगढ़, तोरणा, और प्रतापगढ़ जैसे किलों का उपयोग।
- प्रतियोगी तथ्य: शिवाजी ने सैन्य अनुशासन पर जोर दिया।
5. अष्ट प्रधान
विवरण: शिवाजी ने आठ मंत्रियों की परिषद् (अष्ट प्रधान) बनाई।
विशेषताएँ:
- पेशवा: प्रधानमंत्री।
- अमात्य: वित्त मंत्री।
- मंत्री: गृह मंत्र।
- सचिव: पत्राचार।
- सुमंत: विदेश मामलें।
- सेनापति: सेनाध्यक्ष।
- पंडितराव: धार्मिक मामलें।
- न्यायाधीश: न्याय मंत्री।
- प्रतियोगी तथ्य: अष्ट प्रधान ने प्रशासन को सुचारू बनाया।
6. राज्य की आय के मुख्य स्रोत
विवरण: शिवाजी ने आय के विविध स्रोत स्थापित किए।
विशेषताएँ:
- लगान: कृषि पर आधारित कर।
- चौथ: पराजित क्षेत्रों से 25% कर।
- सरदेशमुखी: अतिरिक्त 10% कर।
- लूट का माल: युद्धों से प्राप्त धन।
- प्रतियोगी तथ्य: चौथ और सरदेशमुखी मराठा अर्थव्यवस्था की रीढ़ थे।
7. छापामार युद्ध प्रणाली
विवरण: शिवाजी ने छापामार युद्ध (गुरिल्ला युद्ध) में महारत हासिल की।
विशेषताएँ:
- तकनीक: आश्चर्यजनक हमले और तेज वापसी।
- क्षेत्र: पश्चिमी घाट के जंगल और पहाड़।
- उदाहरण: 1659 में अफजल खाँ पर हमला।
- प्रतियोगी तथ्य: छापामार युद्ध ने मराठों को मुगलों के खिलाफ प्रभावी बनाया।
8. मराठा संगठन
विवरण: मराठा संगठन सैन्य और प्रशासनिक दृष्टि से मजबूत था।
विशेषताएँ:
- सेना: घुड़सवार और पैदल सैनिक।
- नौसेना: कोंकण तट पर नौसैनिक अड्डे।
- किलेबंदी: रणनीतिक किलों का उपयोग।
- प्रतियोगी तथ्य: मराठा नौसेना ने पुर्तगालियों को चुनौती दी।
9. पानीपत का तृतीय युद्ध
विवरण: पानीपत का तृतीय युद्ध (1761) मराठा शक्ति का टर्निंग पॉइंट था।
विशेषताएँ:
- तारीख: 14 जनवरी 1761।
- पक्ष: मराठा बनाम अहमद शाह अब्दाली।
- परिणाम: मराठों की हार, भारी जनहानि।
- प्रतियोगी तथ्य: इस युद्ध ने मराठा शक्ति को कमजोर किया।
10. अठारहवीं शताब्दी में भारत की स्थिति
विवरण: 18वीं शताब्दी में मुगल साम्राज्य का पतन और क्षेत्रीय शक्तियों का उदय हुआ।
विशेषताएँ:
- मुगल पतन: कमजोर सम्राट और प्रांतीय स्वतंत्रता।
- क्षेत्रीय शक्तियाँ: मराठा, सिख, और जाट।
- यूरोपीय प्रभाव: अंग्रेज और फ्रांसीसी उपनिवेशवाद।
- प्रतियोगी तथ्य: 18वीं शताब्दी में भारत में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ी।
11. नादिर शाह के आक्रमण का प्रभाव
विवरण: नादिर शाह ने 1739 में दिल्ली पर आक्रमण किया।
विशेषताएँ:
- आक्रमण: 1739, दिल्ली लूट।
- लूट: कोहिनूर हीरा और तख्त-ए-ताउस ले गया।
- प्रभाव: मुगल साम्राज्य की कमजोरी उजागर।
- प्रतियोगी तथ्य: नादिर शाह को ‘ईरान का नेपोलियन’ कहा जाता है।
12. अहमद शाह अब्दाली के आक्रमण का प्रभाव
विवरण: अहमद शाह अब्दाली ने 1748-1767 तक भारत पर कई आक्रमण किए।
विशेषताएँ:
- प्रमुख युद्ध: पानीपत का तृतीय युद्ध (1761)।
- प्रभाव: मराठा शक्ति कमजोर, अंग्रेजों को लाभ।
- प्रतियोगी तथ्य: अब्दाली के आक्रमणों ने मुगल साम्राज्य को और कमजोर किया।
13. भारत में यूरोपियों का आगमन
विवरण: 16वीं और 17वीं शताब्दी में यूरोपीय शक्तियों का भारत में आगमन हुआ।
विशेषताएँ:
- पुर्तगाली: 1498 में वास्को डी गामा भारत पहुँचा।
- डच: 1602 में डच ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना।
- अंग्रेज: 1600 में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना।
- फ्रांसीसी: 1664 में फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी।
- प्रतियोगी तथ्य: अंग्रेजों ने 1757 के प्लासी युद्ध के बाद प्रभुत्व बढ़ाया।
14. समय रेखा
विवरण: मराठा राज्य और यूरोपियों के आगमन की प्रमुख घटनाएँ।
विशेषताएँ:
- 1498: वास्को डी गामा भारत पहुँचा।
- 1600: अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना।
- 1630: शिवाजी का जन्म।
- 1659: अफजल खाँ पर विजय।
- 1674: शिवाजी का राज्याभिषेक।
- 1680: शिवाजी की मृत्यु।
- 1689: संबाजी की हत्या।
- 1739: नादिर शाह का आक्रमण।
- 1761: पानीपत का तृतीय युद्ध।
- प्रतियोगी तथ्य: पानीपत का युद्ध मराठा इतिहास का महत्वपूर्ण मोड़ था।