परिचय
तुगलक वंश (1320-1412) दिल्ली सल्तनत का तीसरा वंश था, जिसने सल्तनत को दक्षिण भारत तक विस्तारित किया और प्रशासनिक सुधारों के लिए जाना जाता है। इस काल में गयासुद्दीन तुगलक, मुहम्मद बिन तुगलक, और फिरोजशाह तुगलक प्रमुख शासक थे।
प्रतियोगी तथ्य: तुगलक वंश ने खिलजी वंश को समाप्त कर 1320 ई. में शासन शुरू किया।
1. गयासुद्दीन तुगलक (1320-1325)
विवरण: गयासुद्दीन तुगलक ने तुगलक वंश की स्थापना की और खिलजी वंश का अंत किया।
विशेषताएँ:
- उपाधि: गाजी (धर्म योद्धा)।
- तुगलकाबाद शहर और किला बनवाया।
- बंगाल और वारंगल में अभियान चलाए।
- प्रशासन को मजबूत करने के लिए सुधार किए।
- प्रतियोगी तथ्य: गयासुद्दीन की मृत्यु 1325 ई. में मंडप ढहने से हुई।
2. मुहम्मद बिन तुगलक (1325-1351)
विवरण: मुहम्मद बिन तुगलक एक विद्वान और महत्वाकांक्षी शासक था, लेकिन उनकी योजनाएँ विवादास्पद थीं।
विशेषताएँ:
- उपाधि: अल-हाकिम (बुद्धिमान शासक)।
- दक्षिण भारत में अभियान: देवगिरी और वारंगल पर कब्जा।
- निर्माण कार्य: जहाँपनाह शहर की स्थापना।
- विदेशी यात्रियों (इब्न बतूता) का स्वागत।
- प्रतियोगी तथ्य: मुहम्मद बिन तुगलक को "पागल सुल्तान" भी कहा जाता है।
3. मुहम्मद बिन तुगलक की योजनाएँ
विवरण: मुहम्मद बिन तुगलक की योजनाएँ नवाचारी थीं, लेकिन अधिकांश असफल रहीं।
विशेषताएँ:
- दोआब में कर वृद्धि: गंगा-यमुना दोआब में कर बढ़ाया, जिससे किसानों में असंतोष फैला।
- राजधानी परिवर्तन (दिल्ली से दौलताबाद): 1327 ई. में राजधानी दिल्ली से दौलताबाद (देवगिरी) स्थानांतरित की।
- सांकेतिक मुद्रा: 1329-30 ई. में ताँबे और पीतल की सांकेतिक मुद्रा चलाई, जो नकली सिक्कों के कारण विफल हुई।
- प्रतियोगी तथ्य: सांकेतिक मुद्रा भारत में पहली बार तुगलक काल में शुरू हुई।
4. फिरोजशाह तुगलक (1351-1388)
विवरण: फिरोजशाह तुगलक ने लोकहित कार्यों और स्थिर शासन पर ध्यान दिया।
विशेषताएँ:
- उपाधि: सुल्तान-ए-खैरात (दानशील सुल्तान)।
- शरिया कानून लागू किए, गैर-मुस्लिमों पर जजिया कर लगाया।
- निर्माण कार्य: फिरोजाबाद, हिसार, जौनपुर, फिरोजशाह कोटला।
- कृषि सुधार: नहरों का निर्माण (यमुना नहर)।
- प्रतियोगी तथ्य: फिरोजशाह ने पहली बार गुलामों को वेतन देना शुरू किया।
5. लोकहित के कार्य
विवरण: फिरोजशाह ने कई लोकहित कार्य किए, जो जनता के कल्याण के लिए थे।
विशेषताएँ:
- नहरों का निर्माण: यमुना और सतलज से नहरें।
- दर-उल-शफा (अस्पत
- दीवान-ए-खैरात: गरीबों के लिए विवाह सहायता।
- शिक्षा: मदरसों और पुस्तकालयों की स्थापना।
- प्रतियोगी तथ्य: फिरोजशाह ने 1200 बागों की स्थापना की।
6. नासिरुद्दीन महमूद (1394-1412)
विवरण: नासिरुद्दीन महमूद तुगलक वंश का अंतिम शासक था।
विशेषताएँ:
- कमजोर शासक, सल्तनत का पतन शुरू।
- 1398 ई. में तैमूर के आक्रमण का सामना।
- कोई बड़ा निर्माण कार्य नहीं।
- प्रतियोगी तथ्य: तैमूर के आक्रमण ने तुगलक वंश को कमजोर किया।
7. समय रेखा
विवरण: तुगलक वंश की प्रमुख घटनाओं की समय रेखा।
विशेषताएँ:
- 1320 ई.: गयासुद्दीन तुगलक ने खिलजी वंश समाप्त किया।
- 1325 ई.: गयासुद्दीन की मृत्यु, मुहम्मद बिन तुगलक गद्दी पर।
- 1327 ई.: राजधानी दिल्ली से दौलताबाद स्थानांतरित।
- 1329-30 ई.: सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन।
- 1351 ई.: मुहम्मद बिन तुगलक की मृत्यु, फिरोजशाह गद्दी पर।
- 1388 ई.: फिरोजशाह की मृत्यु।
- 1398 ई.: तैमूर का आक्रमण।
- 1412 ई.: नासिरुद्दीन महमूद की मृत्यु, तुगलक वंश का अंत।
- प्रतियोगी तथ्य: तुगलक वंश का शासन 92 वर्षों तक चला।