परिचय
दिल्ली सल्तनत का विघटन तैमूर के आक्रमण (1398 ई.) के बाद शुरू हुआ, जिसके बाद सैयद और लोदी वंशों का शासन रहा। लोदी वंश के अंत में प्रथम पानीपत युद्ध (1526 ई.) ने सल्तनत को समाप्त कर दिया।
प्रतियोगी तथ्य: दिल्ली सल्तनत का अंत बाबर की विजय के साथ 1526 ई. में हुआ।
1. तैमूर का भारत-आक्रमण
विवरण: तैमूर, एक मंगोल-तुर्क शासक, ने 1398 ई. में भारत पर आक्रमण किया।
विशेषताएँ:
- दिल्ली पर कब्जा किया और भारी लूटपाट की।
- नासिरुद्दीन महमूद के शासनकाल में आक्रमण हुआ।
- दिल्ली को भारी नुकसान, हजारों लोग मारे गए।
- प्रतियोगी तथ्य: तैमूर ने दिल्ली में एक मस्जिद में नमाज अदा की।
2. सैयद वंश (1414-1451)
विवरण: सैयद वंश की स्थापना खिज्र खाँ ने की, जो तैमूर का प्रतिनिधि था।
विशेषताएँ:
- खिज्र खाँ (1414-1421): दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों पर शासन।
- मुबारक शाह (1421-1434): प्रशासन को मजबूत किया।
- मुहम्मद शाह (1434-1445): कमजोर शासक।
- आलम शाह (1445-1451): अंतिम सैयद शासक।
- प्रतियोगी तथ्य: सैयद वंश ने तैमूर के नाम पर शासन किया।
3. लोदी वंश (1451-1526)
विवरण: लोदी वंश दिल्ली सल्तनत का अंतिम वंश था, जिसे अफगानों ने स्थापित किया।
विशेषताएँ:
- पहला अफगान वंश, जिसने सल्तनत को पुनर्जनन दिया।
- तीन प्रमुख शासक: बहलोल, सिकन्दर, और इब्राहिम लोदी।
- प्रशासन में अफगान सरदारों को महत्व दिया।
- प्रतियोगी तथ्य: लोदी वंश का अंत प्रथम पानीपत युद्ध में हुआ।
4. बहलोल लोदी (1451-1489)
विवरण: बहलोल लोदी ने लोदी वंश की स्थापना की और सल्तनत को स्थिर किया।
विशेषताएँ:
- जौनपुर पर विजय प्राप्त की।
- अफगान सरदारों के साथ सहयोग बनाए रखा।
- प्रशासन में सरलता और सैन्य शक्ति पर जोर।
- प्रतियोगी तथ्य: बहलोल ने सल्तनत को पुनर्जनन प्रदान किया।
5. सिकन्दर लोदी (1489-1517)
विवरण: सिकन्दर लोदी लोदी वंश का सबसे योग्य शासक था।
विशेषताएँ:
- आगरा शहर की स्थापना 1504 ई. में की।
- प्रशासनिक सुधार: कर प्रणाली को व्यवस्थित किया।
- साहित्य और कला को प्रोत्साहन: फारसी और संस्कृत साहित्य।
- प्रतियोगी तथ्य: सिकन्दर ने ग्वालियर और बिहार पर विजय प्राप्त की।
6. इब्राहिम लोदी (1517-1526)
विवरण: इब्राहिम लोदी लोदी वंश का अंतिम शासक था।
विशेषताएँ:
- अफगान सरदारों से विवाद, जिसने सल्तनत को कमजोर किया।
- प्रथम पानीपत युद्ध (1526 ई.) में बाबर से हार।
- कोई बड़ा निर्माण कार्य नहीं।
- प्रतियोगी तथ्य: इब्राहिम लोदी की हार ने मुगल साम्राज्य की नींव रखी।
7. दिल्ली सल्तनत के पतन के कारण
विवरण: दिल्ली सल्तनत का पतन कई आंतरिक और बाहरी कारणों से हुआ।
विशेषताएँ:
- कमजोर उत्तराधिकारी: नासिरुद्दीन महमूद, आलम शाह।
- आंतरिक विद्रोह: जागीरदारों और अमीरों का विद्रोह।
- तैमूर का आक्रमण (1398 ई.): सल्तनत को भारी नुकसान।
- प्रथम पानीपत युद्ध (1526 ई.): बाबर की विजय।
- प्रतियोगी तथ्य: सल्तनत की केंद्रीकृत शक्ति का अभाव पतन का मुख्य कारण था।
8. समय रेखा
विवरण: सल्तनत के विघटन की प्रमुख घटनाओं की समय रेखा।
विशेषताएँ:
- 1398 ई.: तैमूर का दिल्ली पर आक्रमण।
- 1414 ई.: खिज्र खाँ ने सैयद वंश की स्थापना की।
- 1451 ई.: बहलोल लोदी ने लोदी वंश की स्थापना की।
- 1489 ई.: सिकन्दर लोदी गद्दी पर।
- 1504 ई.: सिकन्दर लोदी ने आगरा की स्थापना की।
- 1517 ई.: इब्राहिम लोदी गद्दी पर।
- 1526 ई.: प्रथम पानीपत युद्ध, दिल्ली सल्तनत का अंत।
- प्रतियोगी तथ्य: दिल्ली सल्तनत 320 वर्षों (1206-1526 ई.) तक चली।