परिचय
दक्षिण भारत में 14वीं से 16वीं सदी तक बहमनी राज्य और विजयनगर साम्राज्य प्रमुख शक्तियाँ थीं। ये दोनों साम्राज्य अपनी समृद्ध संस्कृति, स्थापत्य कला, और प्रशासनिक व्यवस्था के लिए प्रसिद्ध थे।
प्रतियोगी तथ्य: बहमनी और विजयनगर के बीच तुंगभद्रा नदी के लिए संघर्ष प्रमुख था।
1. बहमनी राज्य
विवरण: बहमनी राज्य की स्थापना 1347 ई. में हसन गंगू ने की थी।
विशेषताएँ:
- राजधानी: गुलबर्गा (1347-1425), बाद में बीदर (1425-1538)।
- 18 सुल्तानों ने शासन किया।
- महमूद गवाँ: प्रसिद्ध वजीर, प्रशासनिक और शैक्षिक सुधार।
- प्रतियोगी तथ्य: बहमनी राज्य पाँच छोटे राज्यों (बीजापुर, गोलकुण्डा, अहमदनगर, बरार, बीदर) में विभाजित हुआ।
2. हसन गंगू
विवरण: हसन गंगू (अलाउद्दीन बहमन शाह) ने बहमनी राज्य की स्थापना की।
विशेषताएँ:
- 1347 ई. में दिल्ली सल्तनत से स्वतंत्रता प्राप्त की।
- गुलबर्गा को राजधानी बनाया।
- विजयनगर के साथ संघर्ष शुरू हुआ।
- प्रतियोगी तथ्य: हसन गंगू ने तेलंगाना और वारंगल पर विजय प्राप्त की।
3. फिरोज शाह
विवरण: फिरोज शाह बहमनी (1397-1422) एक विद्वान और कुशल शासक था।
विशेषताएँ:
- खगोलशास्त्र और इस्लामी अध्ययन में रुचि।
- विजयनगर के साथ युद्ध और संधियाँ।
- फारसी और अरबी साहित्य को प्रोत्साहन।
- प्रतियोगी तथ्य: फिरोज शाह ने बरार पर विजय प्राप्त की।
4. गोलकुण्डा का किला
विवरण: गोलकुण्डा किला कुतबशाही वंश का प्रमुख गढ़ था।
विशेषताएँ:
- 1518 ई. में कुतबशाही वंश द्वारा स्थापित।
- हीरे (कोहिनूर) के लिए प्रसिद्ध।
- ध्वनिक प्रभाव के लिए जाना जाता है।
- प्रतियोगी तथ्य: गोलकुण्डा किला 1687 ई. में औरंगजेब ने जीता।
5. दौलताबाद का किला
विवरण: दौलताबाद किला बहमनी और दिल्ली सल्तनत दोनों के लिए महत्वपूर्ण था।
विशेषताएँ:
- मुहम्मद बिन तुगलक ने इसे राजधानी बनाया (1327 ई.)।
- बहमनी शासन में रणनीतिक महत्व।
- तीन मंजिला चाँद मीनार प्रसिद्ध।
- प्रतियोगी तथ्य: दौलताबाद को पहले देवगिरी कहा जाता था।
6. गोल गुम्बद बीजापुर
विवरण: गोल गुम्बद बीजापुर में आदिलशाही वंश द्वारा निर्मित एक मकबरा है।
विशेषताएँ:
- 1656 ई. में मुहम्मद आदिल शाह के लिए बनाया गया।
- विश्व का दूसरा सबसे बड़ा गुम्बद।
- व्हिस्परिंग गैलरी के लिए प्रसिद्ध।
- प्रतियोगी तथ्य: गोल गुम्बद का निर्माण याकूत दबुली ने किया।
7. बहमनी प्रशासन
विवरण: बहमनी प्रशासन केंद्रीकृत और दिल्ली सल्तनत से प्रेरित था।
विशेषताएँ:
- वजीर और आमिल-ए-मजलिस जैसे पद।
- प्रान्तों को तरफ कहा जाता था।
- महमूद गवाँ ने प्रशासनिक सुधार किए।
- प्रतियोगी तथ्य: महमूद गवाँ ने मदरसा-ए-महमूद गवाँ स्थापित किया।
8. बहमनी स्थापत्य कला
विवरण: बहमनी स्थापत्य में फारसी और भारतीय शैलियों का मिश्रण था।
विशेषताएँ:
- जामा मस्जिद, गुलबर्गा।
- गोल गुम्बद और बीदर का किला।
- महमूद गवाँ का मदरसा।
- प्रतियोगी तथ्य: बहमनी स्थापत्य में मेहराब और मीनारें प्रमुख थीं।
9. विजयनगर साम्राज्य
विवरण: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ई. में हरिहर और बुक्का ने की।
विशेषताएँ:
- राजधानी: हम्पी।
- चार वंश: संगम, सालuva, तुलुव, अराविदु।
- कृष्णदेव राय (1509-1529) सबसे प्रसिद्ध शासक।
- प्रतियोगी तथ्य: कृष्णदेव राय ने तेलुगु साहित्य को प्रोत्साहन दिया।
10. बीदर का किला
विवरण: बीदर का किला बहमनी और बाद में बारिदशाही वंश का केंद्र था।
विशेषताएँ:
- 1425 ई. में राजधानी स्थानांतरित।
- रंगीन टाइल्स और मेहराबें प्रसिद्ध।
- सोलह खम्भा मस्जिद शामिल।
- प्रतियोगी तथ्य: बीदर का किला बारिदशाही वंश का आधार बना।
11. हम्पी के मंदिर
विवरण: हम्पी विजयनगर की राजधानी और मंदिरों का केंद्र था।
विशेषताएँ:
- विरुपाक्ष मंदिर और विठ्ठल मंदिर प्रमुख।
- द्रविड़ शैली की स्थापत्य कला।
- यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल।
- प्रतियोगी तथ्य: विठ्ठल मंदिर में 56 संगीतमय खंभे हैं।
12. बहमनी और विजयनगर के पतन के कारण
विवरण: दोनों साम्राज्यों का पतन आंतरिक और बाहरी कारणों से हुआ।
विशेषताएँ:
- बहमनी: आंतरिक झगड़े, महमूद गवाँ की हत्या (1481)।
- विजयनगर: तालिकोटा युद्ध (1565) में हार।
- कमजोर उत्तराधिकारी और विद्रोह।
- प्रतियोगी तथ्य: तालिकोटा युद्ध में विजयनगर की हार ने साम्राज्य को समाप्त किया।
13. समय रेखा
विवरण: दक्षिण के राज्यों की प्रमुख घटनाओं की समय रेखा।
विशेषताएँ:
- 1336 ई.: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना।
- 1347 ई.: बहमनी राज्य की स्थापना।
- 1425 ई.: बहमनी राजधानी गुलबर्गा से बीदर।
- 1509-1529 ई.: कृष्णदेव राय का शासन।
- 1565 ई.: तालिकोटा युद्ध।
- प्रतियोगी तथ्य: बहमनी राज्य 1538 ई. तक चला।