परिचय
अंग्रेज भारत छोड़ने को विवश भारत के स्वतंत्रता संग्राम का अंतिम चरण था, जिसमें विभिन्न आंदोलनों, क्रांतिकारी गतिविधियों, और वैश्विक दबाव ने अंग्रेजों को 1947 में भारत छोड़ने के लिए मजबूर किया। इस अवधि में भारत छोड़ो आंदोलन, आजाद हिंद फौज, और सैनिक विद्रोह जैसे घटनाक्रम निर्णायक साबित हुए।
प्रतियोगी तथ्य: भारत को 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली, और यह द्वितीय विश्व युद्ध (1939-1945) के बाद ब्रिटिश साम्राज्य के कमजोर होने का परिणाम था।
1. सन् 1935 ई. का अधिनियम
विवरण: भारत सरकार अधिनियम 1935 ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत में सीमित स्वशासन प्रदान करने के लिए लागू किया गया।
विशेषताएँ:
- प्रांतीय स्वायत्तता प्रदान की गई, जिसके तहत प्रांतों में निर्वाचित सरकारें बनीं।
- केंद्र में द्विसदनीय व्यवस्था प्रस्तावित की गई।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और मुस्लिम लीग ने इसे अपर्याप्त माना।
- प्रतियोगी तथ्य: 1937 में हुए प्रांतीय चुनावों में कांग्रेस ने 8 प्रांतों में सरकार बनाई।
2. व्यक्तिगत सत्याग्रह
विवरण: व्यक्तिगत सत्याग्रह 1940 में महात्मा गांधी द्वारा शुरू किया गया, जिसमें व्यक्तियों ने अंग्रेजों के युद्ध प्रयासों का विरोध किया।
विशेषताएँ:
- यह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान शुरू हुआ।
- विनोबा भावे पहले सत्याग्रही थे।
- उद्देश्य: युद्ध में भारत की भागीदारी का विरोध और स्वतंत्रता की मांग।
- प्रतियोगी तथ्य: जवाहरलाल नेहरू दूसरे सत्याग्रही थे, और 1940-41 में हजारों लोग गिरफ्तार हुए।
3. भारत छोड़ो आंदोलन
विवरण: भारत छोड़ो आंदोलन 8 अगस्त 1942 को शुरू हुआ, जिसमें गांधीजी ने "करो या मरो" का नारा दिया।
विशेषताएँ:
- यह सबसे व्यापक जन आंदोलन था।
- कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी के बाद जनता ने हिंसक और अहिंसक विरोध किया।
- छात्रों, महिलाओं, और मजदूरों की सक्रिय भागीदारी।
- प्रतियोगी तथ्य: आंदोलन के दौरान बिहार में जयप्रकाश नारायण ने भूमिगत नेतृत्व किया।
4. क्रांतिकारी गतिविधियाँ
विवरण: क्रांतिकारी गतिविधियों में सशस्त्र विद्रोह और ब्रिटिश शासन के खिलाफ हिंसक कार्रवाइयाँ शामिल थीं।
विशेषताएँ:
- प्रमुख क्रांतिकारी: भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सूर्या सेन।
- उल्लेखनीय घटनाएँ: काकोरी कांड (1925), चटगांव शस्त्रागार लूट (1930)।
- प्रतियोगी तथ्य: भगत सिंह को 1931 में लाहौर षड्यंत्र मामले में फाँसी दी गई।
5. भूमिगत गतिविधियाँ
विवरण: भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान कई नेताओं ने भूमिगत रहकर आंदोलन का नेतृत्व किया।
विशेषताएँ:
- जयप्रकाश नारायण, अरुणा आसफ अली, और राम मनोहर लोहिया प्रमुख थे।
- रेडियो प्रसारण और गुप्त पत्रक वितरण।
- प्रतियोगी तथ्य: अरुणा आसफ अली ने 1942 में मुंबई में कांग्रेस ध्वज फहराया।
6. आजाद हिंद फौज
विवरण: आजाद हिंद फौज (INA) की स्थापना नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 1942 में की थी।
विशेषताएँ:
- मूल रूप से रास बिहारी बोस ने 1941 में गठन शुरू किया।
- नारा: "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा।"
- महिला रेजिमेंट: झाँसी रानी रेजिमेंट (कप्तान लक्ष्मी सहगल)।
- प्रतियोगी तथ्य: INA ने 1944 में इम्फाल और कोहिमा में लड़ाई लड़ी।
7. सैनिकों का विद्रोह
विवरण: 1946 में रॉयल इंडियन नेवी (RIN) और अन्य सैनिकों ने विद्रोह किया।
विशेषताएँ:
- RIN विद्रोह 18 फरवरी 1946 को मुंबई में शुरू हुआ।
- कारण: नस्लीय भेदभाव और खराब स्थिति।
- प्रतियोगी तथ्य: विद्रोह में 78 जहाजों और 20,000 नाविकों ने हिस्सा लिया।
8. कैबिनेट मिशन और आंतरिक सरकार
विवरण: कैबिनेट मिशन 1946 में भारत में संवैधानिक समाधान के लिए आया।
विशेषताएँ:
- सदस्य: पैथिक लॉरेंस, स्टैफोर्ड क्रिप्स, ए.वी. अलेक्जेंडर।
- आंतरिक सरकार 2 सितंबर 1946 को जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में बनी।
- प्रतियोगी तथ्य: मिशन ने संविधान सभा और प्रांतीय स्वायत्तता का प्रस्ताव रखा।
9. भारतीय स्वाधीनता अधिनियम (1947)
विवरण: भारतीय स्वाधीनता अधिनियम 1947 ने भारत को स्वतंत्रता और विभाजन का आधार प्रदान किया।
विशेषताएँ:
- 18 जुलाई 1947 को ब्रिटिश संसद में पारित।
- भारत और पाकिस्तान दो स्वतंत्र डोमिनियन बनाए गए।
- प्रतियोगी तथ्य: लॉर्ड माउंटबेटन भारत के अंतिम वायसराय थे।
10. भारत का विभाजन
विवरण: भारत का विभाजन 1947 में हुआ, जिसके परिणामस्वरूप भारत और पाकिस्तान बने।
विशेषताएँ:
- माउंटबेटन योजना (3 जून 1947) ने विभाजन की रूपरेखा प्रस्तुत की।
- सीमा रेखा: रेडक्लिफ रेखा।
- प्रभाव: लाखों लोगों का विस्थापन, सांप्रदायिक दंगे।
- प्रतियोगी तथ्य: विभाजन के दौरान लगभग 1.5 करोड़ लोग विस्थापित हुए।