परिचय
1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बाद भारत में ब्रिटिश क्राउन का प्रत्यक्ष शासन शुरू हुआ, जिसने प्रशासन, शिक्षा, और जन सुविधाओं में महत्वपूर्ण बदलाव किए।
महत्व: इस काल ने आधुनिक प्रशासन, शिक्षा, और विज्ञान को बढ़ावा दिया, लेकिन भारतीयों की सहभागिता सीमित रही।
प्रतियोगी तथ्य: ब्रिटिश नीतियों ने राष्ट्रीय आंदोलन की नींव रखी।
1. महारानी विक्टोरिया का घोषणापत्र
विवरण: 1 नवंबर 1858 को लॉर्ड कैनिंग ने इलाहबाद में घोषणा की, जिसने कंपनी शासन को समाप्त किया।
विशेषताएँ:
- भारत ब्रिटिश क्राउन के अधीन।
- विलय नीति समाप्त, रियासतों को संरक्षण।
- धार्मिक स्वतंत्रता और सरकारी नौकरियों में समानता का वादा।
- प्रतियोगी तथ्य: इसे भारत का मैग्ना कार्टा कहा गया।
2. राजनैतिक एवं प्रशासनिक पुनर्गठन
विवरण: 1858 के बाद ब्रिटिश सरकार ने प्रशासन को केंद्रीकृत और सुव्यवस्थित किया।
विशेषताएँ:
- गवर्नर-जनरल को वायसराय कहा गया।
- इंडिया ऑफिस और सचिव का पद लंदन में स्थापित।
- लेजिस्लेटिव काउंसिल का विस्तार।
- प्रतियोगी तथ्य: लॉर्ड कैनिंग पहले वायसराय बने।
3. इण्डिया काउंसिल एक्ट, 1892
विवरण: स्थानीय स्वशासन और विधायी सुधारों को बढ़ावा देने वाला कानून।
विशेषताएँ:
- लेजिस्लेटिव काउंसिल में गैर-सरकारी सदस्यों की संख्या बढ़ाई गई।
- बजट पर चर्चा और प्रश्न पूछने का अधिकार।
- प्रतियोगी तथ्य: यह भारतीयों की सीमित राजनीतिक भागीदारी का पहला कदम था।
4. स्थानीय स्वशासन आधिनियम
विवरण: लॉर्ड रिपन द्वारा 1882 में शुरू, स्थानीय स्तर पर स्वशासन को बढ़ावा।
विशेषताएँ:
- नगरपालिकाओं और जिला बोर्डों की स्थापना।
- चुनाव के माध्यम से स्थानीय नेतृत्व।
- प्रतियोगी तथ्य: इसे स्थानीय स्वशासन का प्रथम कदम माना जाता है।
5. सिविल सर्विसेज का पुनर्गठन
विवरण: ब्रिटिश प्रशासन को मजबूत करने के लिए सिविल सेवाओं का आधुनिकीकरण।
विशेषताएँ:
- प्रतियोगी परीक्षा (ICS) द्वारा भर्ती।
- हैलीबरी कॉलेज में प्रशिक्षण।
- प्रतियोगी तथ्य: भारतीयों की भागीदारी सीमित, सत्येंद्रनाथ टैगोर पहले ICS (1863)।
6. सेना और पुलिस का पुनर्गठन
विवरण: 1857 के विद्रोह के बाद सैन्य और पुलिस व्यवस्था में सुधार।
विशेषताएँ:
- भारतीय सिपाहियों की संख्या कम, अंग्रेज सैनिकों की बढ़ोतरी।
- पुलिस अधिनियम 1861: केंद्रीकृत पुलिस व्यवस्था।
- प्रतियोगी तथ्य: सैन्य नियंत्रण के लिए तोपखाने पर अंग्रेजों का एकाधिकार।
7. न्यायिक संगठन
विवरण: ब्रिटिश सरकार ने आधुनिक न्यायिक व्यवस्था लागू की।
विशेषताएँ:
- उच्च न्यायालयों की स्थापना (1862): कलकत्ता, बम्बई, मद्रास।
- भारतीय दंड संहिता (IPC, 1860) और दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC, 1861) लागू।
- प्रतियोगी तथ्य: लॉर्ड मैकाले ने IPC का मसौदा तैयार किया।
8. वित्तीय प्रशासन
विवरण: केंद्रीकृत वित्तीय व्यवस्था लागू की गई।
विशेषताएँ:
- आयकर की शुरुआत (1860)।
- केंद्रीय और प्रांतीय बजट प्रणाली।
- प्रतियोगी तथ्य: जेम्स विल्सन ने पहला बजट पेश किया।
9. पाश्चात्य शिक्षा
विवरण: ब्रिटिशों ने पश्चिमी शिक्षा को बढ़ावा दिया।
विशेषताएँ:
- वुड्स डिस्पैच (1854): शिक्षा का विस्तार।
- विश्वविद्यालयों की स्थापना (1857): कलकत्ता, बम्बई, मद्रास।
- प्रतियोगी तथ्य: मैकाले के मिनट (1835) ने अंग्रेजी शिक्षा को प्राथमिकता दी।
10. महेन्द्र लाल सरकार
विवरण: भारतीय वैज्ञानिक और सामाजिक सुधारक।
विशेषताएँ:
- 1869 में इंडियन एसोसिएशन फॉर साइंस की स्थापना।
- वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा।
- प्रतियोगी तथ्य: विज्ञान के क्षेत्र में भारतीयों की भागीदारी को प्रोत्साहित किया।
11. सी.वी. रमन
विवरण: प्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी, नोबेल पुरस्कार विजेता।
विशेषताएँ:
- 1930 में भौतिकी में नोबेल पुरस्कार (रमन प्रभाव)।
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बैंगलोर में कार्य।
- प्रतियोगी तथ्य: पहला भारतीय वैज्ञानिक नोबेल विजेता।
12. श्रीनिवास रामानुजन
विवरण: गणितज्ञ, जिन्हें नोबेल पुरस्कार नहीं मिला, लेकिन वैश्विक ख्याति प्राप्त।
विशेषताएँ:
- संख्या सिद्धांत और गणित में योगदान।
- कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में जी.एच. हार्डी के साथ कार्य।
- प्रतियोगी तथ्य: 1918 में रॉयल सोसाइटी का फेलो बने।
13. विश्वेश्वरैया
विवरण: भारत के महान इंजीनियर और प्रशासक।
विशेषताएँ:
- कृष्णराज सागर बांध का निर्माण।
- 1915 में नाइट कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द इंडियन एम्पायर।
- प्रतियोगी तथ्य: 1955 में भारत रत्न से सम्मानित।
14. जन सुविधा में वृद्धि
विवरण: ब्रिटिश शासन ने बुनियादी ढांचे का विकास किया।
विशेषताएँ:
- रेलवे की शुरुआत (1853): बम्बई से ठाणे।
- डाक और तार प्रणाली की स्थापना।
- प्रतियोगी तथ्य: रेलवे ने व्यापार और प्रशासन को सुगम बनाया।