परिचय
19वीं सदी में भारत में नवजागरण ने धार्मिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक सुधारों को बढ़ावा दिया, जिसने राष्ट्रीय चेतना को जन्म दिया।
महत्व: इसने सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने और आधुनिक विचारों को प्रोत्साहित किया।
प्रतियोगी तथ्य: नवजागरण ने भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की नींव रखी।
1. धार्मिक एवं सामाजिक सुधार
विवरण: पाश्चात्य शिक्षा और विचारों ने भारतीय समाज में कुरीतियों के खिलाफ आंदोलन शुरू किए।
विशेषताएँ:
- सती प्रथा, बाल विवाह, और बहुपत्नी प्रथा का विरोध।
- महिलाओं की शिक्षा और विधवा पुनर्विवाह को बढ़ावा।
- जातिवाद और छुआछूत के खिलाफ आंदोलन।
- प्रतियोगी तथ्य: पाश्चात्य शिक्षा ने सुधारकों को तर्कसंगत दृष्टिकोण दिया।
2. आर्य समाज
विवरण: स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा 1875 में स्थापित।
विशेषताएँ:
- वेदों की प्रामाणिकता पर जोर।
- मूर्तिपूजा और रूढ़ियों का विरोध।
- शुद्धि आंदोलन: धर्म परिवर्तन कर चुके लोगों को हिंदू धर्म में वापस लाना।
- प्रतियोगी तथ्य: दयानंद अंग्रेजी शिक्षा के समर्थक थे।
3. रामकृष्ण मिशन
विवरण: स्वामी विवेकानंद द्वारा 1897 में स्थापित।
विशेषताएँ:
- सेवा और शिक्षा पर जोर।
- सभी धर्मों की एकता का प्रचार।
- प्रतियोगी तथ्य: 1893 में शिकागो धर्म संसद में विवेकानंद का भाषण।
4. देवबन्द आंदोलन
विवरण: 1866 में मौलाना हुसैन अहमद और रशीद अहमद गंगोही द्वारा शुरू।
विशेषताएँ:
- इस्लाम की शुद्धता और शिक्षा पर जोर।
- पाश्चात्य प्रभाव का विरोध।
- प्रतियोगी तथ्य: दारुल उलूम देवबंद की स्थापना 1866 में हुई।
5. राजा राममोहन राय
विवरण: ब्रह्म समाज के संस्थापक और आधुनिक भारत के जनक।
विशेषताएँ:
- 1828 में ब्रह्म समाज की स्थापना।
- सती प्रथा पर प्रतिबंध (1829) में योगदान।
- प्रतियोगी तथ्य: एकेश्वरवाद और तर्कवाद के समर्थक।
6. ईश्वर चन्द्र विद्यासागर
विवरण: बंगाल में सामाजिक सुधारक और शिक्षाविद।
विशेषताएँ:
- 1856 में विधवा पुनर्विवाह अधिनियम पारित।
- महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा।
- प्रतियोगी तथ्य: संस्कृत कॉलेज में प्राचार्य रहे।
7. दयानंद सरस्वती
विवरण: आर्य समाज के संस्थापक और वैदिक धर्म के प्रचारक।
विशेषताएँ:
- ‘सत्यार्थ प्रकाश’ की रचना।
- जातिवाद और मूर्तिपूजा का विरोध।
- प्रतियोगी तथ्य: 1875 में बम्बई में आर्य समाज की स्थापना।
8. महादेव गोविंद रानाडे
विवरण: सामाजिक सुधारक और प्रार्थना समाज के संस्थापक।
विशेषताएँ:
- 1867 में प्रार्थना समाज की स्थापना।
- महिलाओं की शिक्षा और विधवा पुनर्विवाह का समर्थन।
- प्रतियोगी तथ्य: पुणे में डेक्कन एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना।
9. रामकृष्ण परमहंस
विवरण: आध्यात्मिक गुरु और स्वामी विवेकानंद के गुरु।
विशेषताएँ:
- सभी धर्मों की एकता पर जोर।
- दक्षिणेश्वर मंदिर में भक्ति।
- प्रतियोगी तथ्य: विवेकानंद को आध्यात्मिक प्रेरणा दी।
10. स्वामी विवेकानंद
विवरण: रामकृष्ण मिशन के संस्थापक और वैश्विक हिंदू दर्शन के प्रचारक।
विशेषताएँ:
- 1893 में शिकागो में विश्व धर्म संसद में भाषण।
- रामकृष्ण मिशन की स्थापना 1897 में।
- प्रतियोगी तथ्य: ‘वेदांत दर्शन’ का विश्व में प्रचार।
11. साइंटिफिक सोसायटी
विवरण: सर सैयद अहमद खान द्वारा 1864 में स्थापित।
विशेषताएँ:
- वैज्ञानिक और आधुनिक शिक्षा का प्रचार।
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की नींव।
- प्रतियोगी तथ्य: मुस्लिम समुदाय में शिक्षा सुधार।
12. दादाभाई नौरोजी
विवरण: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापक और आर्थिक सुधारक।
विशेषताएँ:
- ‘Drain of Wealth’ सिद्धांत दिया।
- 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना में योगदान।
- प्रतियोगी तथ्य: ब्रिटिश संसद में चुने गए पहले भारतीय।
13. ज्योतिबा फुले
विवरण: सामाजिक सुधारक और दलित उत्थान के प्रणेता।
विशेषताएँ:
- 1873 में सत्यशोधक समाज की स्थापना।
- जातिवाद और छुआछूत का विरोध।
- प्रतियोगी तथ्य: ‘गुलामगिरी’ पुस्तक की रचना।
14. सावित्रीबाई फुले
विवरण: भारत की पहली महिला शिक्षिका और सामाजिक सुधारक।
विशेषताएँ:
- 1848 में पुणे में पहला बालिका विद्यालय।
- महिलाओं और दलितों की शिक्षा को बढ़ावा।
- प्रतियोगी तथ्य: ज्योतिबा फुले के साथ सत्यशोधक समाज में योगदान।
15. एनी बेसेंट
विवरण: थियोसोफिकल सोसाइटी की नेता और स्वराज आंदोलन की समर्थक।
विशेषताएँ:
- 1916 में होम रूल लीग की स्थापना।
- भारतीय संस्कृति और शिक्षा का प्रचार।
- प्रतियोगी तथ्य: 1917 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष।
16. पंडिता रमाबाई सरस्वती
विवरण: महिलाओं के अधिकारों और शिक्षा की समर्थक।
विशेषताएँ:
- 1889 में शारदा सदन की स्थापना।
- विधवाओं और महिलाओं की शिक्षा पर जोर।
- प्रतियोगी तथ्य: संस्कृत विद्वान और सामाजिक सुधारक।
17. भगत कँवर राम
विवरण: सिंधी संत और सामाजिक सुधारक।
विशेषताएँ:
- सिंधी समाज में भक्ति और सामाजिक एकता का प्रचार।
- जातिवाद और रूढ़ियों का विरोध।
- प्रतियोगी तथ्य: 1937 में उनकी हत्या हुई।
18. सरवी बाबा आसूदाराम साहिब
विवरण: सिंधी संत और धार्मिक सुधारक।
विशेषताएँ:
- सिंधी समुदाय में आध्यात्मिक और सामाजिक सुधार।
- सामाजिक समानता का प्रचार।
- प्रतियोगी तथ्य: उनके अनुयायी सामाजिक सुधारों में सक्रिय।