यह अध्याय प्राकृतिक और पूर्ण संख्याओं की मूलभूत अवधारणाओं पर केंद्रित है। हम संख्याओं और संख्यांकों के अंतर,
अंकों के उपयोग, स्थानीय मान पद्धति, प्राकृतिक संख्याओं, संख्या रेखा, पूर्ववर्ती और उत्तरवर्ती संख्याओं,
पूर्ण संख्याओं की आवश्यकता, और पूर्ण संख्याओं को संख्या रेखा पर दर्शाने पर चर्चा करेंगे।
1. संख्या और संख्यांक में अंतर
संख्या: संख्या एक मात्रा या गणना को दर्शाती है, जैसे 5 सेब, 10 किताबें। यह एक अमूर्त अवधारणा
है।
संख्यांक: संख्यांक वह प्रतीक या चिह्न है जिसे हम संख्या को लिखने के लिए उपयोग करते हैं, जैसे
5, 10।
उदाहरण 1:
7 सेबों को संख्या और संख्यांक के रूप में व्यक्त करें।
उदाहरण 2:
12 मीटर को संख्या और संख्यांक के रूप में व्यक्त करें।
संख्या: 12 मीटर (मात्रा) संख्यांक: 12 (प्रतीक) उत्तर: संख्या = 12 मीटर, संख्यांक = 12
2. अंकों का प्रयोग और स्थानीय मान पद्धति
हम 0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 अंकों का उपयोग करके संख्याएँ बनाते हैं। स्थानीय मान पद्धति में, प्रत्येक अंक
का मान उसकी स्थिति (इकाई, दहाई, सैकड़ा आदि) पर निर्भर करता है।
उदाहरण: 345 में, 3 का स्थानीय मान = \(3 \times 100 = 300\), 4 का = \(4 \times 10 = 40\), 5 का = \(5 \times 1
= 5\)
उदाहरण 1:
56 के प्रत्येक अंक का स्थानीय मान लिखें।
5 (दहाई) = \(5 \times 10 = 50\)
6 (इकाई) = \(6 \times 1 = 6\) उत्तर: 5 का स्थानीय मान = 50, 6 का = 6
उदाहरण 2:
789 के प्रत्येक अंक का स्थानीय मान लिखें।
7 (सैकड़ा) = \(7 \times 100 = 700\)
8 (दहाई) = \(8 \times 10 = 80\)
9 (इकाई) = \(9 \times 1 = 9\) उत्तर: 7 का स्थानीय मान = 700, 8 का = 80, 9 का = 9
3. प्राकृतिक संख्याएँ
प्राकृतिक संख्याएँ गिनती की संख्याएँ हैं: 1, 2, 3, 4, ...। ये धनात्मक पूर्णांक हैं और शून्य (0) शामिल नहीं
होता।
उदाहरण 1:
निम्नलिखित में से प्राकृतिक संख्याएँ पहचानें: 0, 3, -2, 5।
प्राकृतिक संख्याएँ: 3, 5
0 पूर्ण संख्या है, प्राकृतिक नहीं। -2 ऋणात्मक है, प्राकृतिक नहीं। उत्तर: 3, 5
उदाहरण 2:
निम्नलिखित में से प्राकृतिक संख्याएँ पहचानें: 7, 0, 9, -1।
प्राकृतिक संख्याएँ: 7, 9
0 पूर्ण संख्या है, प्राकृतिक नहीं। -1 ऋणात्मक है, प्राकृतिक नहीं। उत्तर: 7, 9
4. संख्या रेखा और प्राकृतिक संख्याओं का प्रदर्शन
संख्या रेखा एक सीधी रेखा है जिस पर संख्याएँ समान अंतराल पर अंकित होती हैं। प्राकृतिक संख्याएँ (1, 2, 3, ...)
दायीं ओर धनात्मक दिशा में दर्शायी जाती हैं।
चित्र 1: प्राकृतिक संख्याओं (3, 5, 7) को संख्या रेखा पर दर्शाना
उदाहरण 1:
संख्या रेखा पर 3 और 5 को दर्शाएँ।
संख्या रेखा: 0 से शुरू करें, दायीं ओर 1, 2, 3, 4, 5 अंकित करें।
3 तीसरे स्थान पर और 5 पाँचवें स्थान पर होगा। उत्तर: 3 और 5 दायीं ओर 0 से क्रमशः 3 और 5 इकाई पर।
चित्र 2: प्राकृतिक संख्याओं (3, 5) को संख्या रेखा पर दर्शाना
उदाहरण 2:
संख्या रेखा पर 7 को दर्शाएँ।
संख्या रेखा: 0 से शुरू करें, दायीं ओर 1, 2, ..., 7 अंकित करें।
7 सातवें स्थान पर होगा। उत्तर: 7 दायीं ओर 0 से 7 इकाई पर।
चित्र 3: प्राकृतिक संख्याओं 7 को संख्या रेखा पर दर्शाना
5. पूर्ववर्ती और उत्तरवर्ती संख्याएँ
पूर्ववर्ती: किसी संख्या से ठीक पहले की संख्या (\(n - 1\))। उत्तरवर्ती: किसी संख्या के ठीक बाद की संख्या (\(n + 1\))।
उदाहरण 1:
15 का पूर्ववर्ती और उत्तरवर्ती ज्ञात करें।
प्राकृतिक संख्याएँ (1, 2, 3, ...) गिनती के लिए उपयोगी हैं, लेकिन शून्य (0) को शामिल करने की आवश्यकता होती है,
जैसे "कोई नहीं" या "शून्य मात्रा" दर्शाने के लिए। पूर्ण संख्याएँ: 0, 1, 2, 3, ...। क्रम: पूर्ण संख्याएँ 0 से शुरू होकर बढ़ती हैं: \(0 < 1 < 2 < 3 < ...\)।
उदाहरण 1:
पूर्ण संख्याओं का उपयोग करके "कोई किताब नहीं" को दर्शाएँ।
उदाहरण 2:
पूर्ण संख्याओं 0, 2, 4 को क्रम में व्यवस्थित करें।
क्रम: \(0 < 2 < 4\) उत्तर: 0, 2, 4
7. संख्या रेखा पर पूर्ण संख्याओं को दर्शाना
पूर्ण संख्याएँ (0, 1, 2, 3, ...) संख्या रेखा पर 0 से शुरू होकर दायीं ओर अंकित की जाती हैं।
उदाहरण 1:
संख्या रेखा पर 0 और 4 को दर्शाएँ।
संख्या रेखा: 0 से शुरू करें, दायीं ओर 0, 1, 2, 3, 4 अंकित करें।
0 प्रारंभिक बिंदु पर और 4 चौथे स्थान पर होगा। उत्तर: 0 और 4 दायीं ओर 0 से क्रमशः 0 और 4 इकाई पर।
चित्र 4: पूर्ण संख्याओं (0,4) को संख्या रेखा पर दर्शाना
उदाहरण 2:
संख्या रेखा पर 2 को दर्शाएँ।
संख्या रेखा: 0 से शुरू करें, दायीं ओर 0, 1, 2 अंकित करें।
2 दूसरे स्थान पर होगा। उत्तर: 2 दायीं ओर 0 से 2 इकाई पर।
चित्र 5: पूर्ण संख्याओं 2 को संख्या रेखा पर दर्शाना
8. पूर्ण संख्याएँ (Whole Numbers)
प्राकृतिक संख्याओं में शून्य (0) को शामिल करने पर पूर्ण संख्याएँ बनती हैं।
पूर्ण संख्याएँ: 0, 1, 2, 3, 4, …
उदाहरण:
"कोई किताब नहीं" को पूर्ण संख्याओं से व्यक्त कीजिए।
"कोई किताब नहीं" = 0 उत्तर: 0 किताबें
9. सम व विषम संख्याएँ (Even & Odd Numbers)
सम संख्याएँ: वे संख्याएँ जो 2 से विभाजित होने पर शेषफल 0 देती हैं। विषम संख्याएँ: वे संख्याएँ जो 2 से विभाजित होने पर शेषफल 1 देती हैं।
उदाहरण 1:
8 सम संख्या है या विषम?
8 ÷ 2 = 4, शेषफल = 0 उत्तर: 8 सम संख्या है।
उदाहरण 2:
9 सम संख्या है या विषम?
9 ÷ 2 = 4 शेष 1 उत्तर: 9 विषम संख्या है।
10. अभाज्य संख्याएँ (Prime Numbers)
कोई संख्या तभी अभाज्य होती है जब वह केवल 1 और स्वयं संख्या से विभाजित हो।
उदाहरण: 2, 3, 5, 7, 11 …
उदाहरण:
13 अभाज्य है या नहीं?
13 केवल 1 और 13 से विभाजित है। उत्तर: हाँ, 13 अभाज्य संख्या है।
11. भाज्य संख्याएँ (Composite Numbers)
कोई संख्या भाज्य होती है यदि वह 1 और स्वयं संख्या के अतिरिक्त अन्य संख्याओं से भी
विभाजित हो।
उदाहरण: 4, 6, 8, 9, 10 …
उदाहरण:
12 भाज्य संख्या है या नहीं?
12 = 1 × 12, 2 × 6, 3 × 4 उत्तर: हाँ, 12 भाज्य संख्या है।
12. सहअभाज्य संख्याएँ (Co-prime Numbers)
दो संख्याएँ सहअभाज्य होती हैं यदि उनका HCF = 1 हो।
उदाहरण: 3 और 4 सहअभाज्य हैं क्योंकि gcd(3,4) = 1।
उदाहरण:
8 और 9 सहअभाज्य हैं या नहीं?
gcd(8,9) = 1 उत्तर: हाँ, 8 और 9 सहअभाज्य हैं।
13. सम्पूर्ण संख्याएँ (Perfect Numbers)
कोई संख्या सम्पूर्ण संख्या होती है यदि वह अपने सभी वास्तविक भाजकों (स्वयं को
छोड़कर)
के योग के बराबर हो।
उदाहरण: 6, 28
उदाहरण 1:
6 परफेक्ट संख्या है या नहीं?
भाजक: 1, 2, 3
योग = 1 + 2 + 3 = 6 उत्तर: हाँ, 6 परफेक्ट संख्या है।