परिभाषा: कार्तीय तल दो लंबवत रेखाओं, \( x \)-अक्ष (क्षैतिज) और \( y \)-अक्ष (लंबवत), से बना एक समतल है, जो बिंदुओं को निर्देशांकों के रूप में दर्शाता है।
घटक:
- \( x \)-अक्ष: क्षैतिज रेखा, जिस पर \( y = 0 \।
- \( y \)-अक्ष: लंबवत रेखा, जिस पर \( x = 0 \।
- मूल बिंदु (Origin): वह बिंदु जहाँ \( x \)-अक्ष और \( y \)-अक्ष मिलते हैं, निर्देशांक \( (0, 0) \।
- चतुर्थांश (Quadrants): कार्तीय तल चार चतुर्थांशों में विभाजित होता है:
1. प्रथम चतुर्थांश: \( x > 0, y > 0 \)
2. द्वितीय चतुर्थांश: \( x < 0, y > 0 \)
3. तृतीय चतुर्थांश: \( x < 0, y < 0 \)
4. चतुर्थ चतुर्थांश: \( x > 0, y < 0 \)
आसान भाषा में: कार्तीय तल एक ग्राफ है जिसमें दो रेखाएँ (\( x \)-अक्ष और \( y \)-अक्ष) बिंदुओं को उनकी स्थिति के आधार पर दर्शाती हैं।
उदाहरण 1:
बिंदु \( (3, 4) \) किस चतुर्थांश में स्थित है?
हल:
यहाँ \( x = 3 \) (धनात्मक) और \( y = 4 \) (धनात्मक) है।
इसलिए, बिंदु प्रथम चतुर्थांश में है।
जवाब: प्रथम चतुर्थांश
उदाहरण 2:
मूल बिंदु के निर्देशांक क्या हैं?
हल:
मूल बिंदु वह है जहाँ \( x \)-अक्ष और \( y \)-अक्ष मिलते हैं।
जवाब: \( (0, 0) \)
बिंदुओं का निरूपण
बिंदु के निर्देशांक: किसी बिंदु की स्थिति को \( (x, y) \) के रूप में दर्शाया जाता है, जहाँ \( x \) क्षैतिज दूरी और \( y \) लंबवत दूरी दर्शाता है।
चतुर्थांश पहचानना: बिंदु के \( x \) और \( y \) के चिह्नों के आधार पर चतुर्थांश निर्धारित होता है।
आसान भाषा में: प्रत्येक बिंदु को \( (x, y) \) से दर्शाते हैं और इसके चिह्नों से पता चलता है कि वह किस चतुर्थांश में है।
उदाहरण 1:
बिंदु \( (-2, 5) \) किस चतुर्थांश में है?
हल:
यहाँ \( x = -2 \) (ऋणात्मक) और \( y = 5 \) (धनात्मक) है।
इसलिए, बिंदु द्वितीय चतुर्थांश में है।
जवाब: द्वितीय चतुर्थांश
उदाहरण 2:
बिंदु \( (4, -3) \) किस चतुर्थांश में है?
हल:
यहाँ \( x = 4 \) (धनात्मक) और \( y = -3 \) (ऋणात्मक) है।
इसलिए, बिंदु चतुर्थ चतुर्थांश में है।
जवाब: चतुर्थ चतुर्थांश
दूरी सूत्र
परिभाषा: दो बिंदुओं \( (x_1, y_1) \) और \( (x_2, y_2) \) के बीच की दूरी निम्न सूत्र से निकाली जाती है:
\[
\text{दूरी} = \sqrt{(x_2 - x_1)^2 + (y_2 - y_1)^2}
\]
आसान भाषा में: दो बिंदुओं के बीच की दूरी निकालने के लिए उनके \( x \) और \( y \) निर्देशांकों के अंतर का उपयोग करते हैं।
उदाहरण 1:
बिंदु \( (1, 2) \) और \( (4, 6) \) के बीच की दूरी निकालें।
परिभाषा: दो बिंदुओं \( (x_1, y_1) \) और \( (x_2, y_2) \) के बीच मध्यबिंदु के निर्देशांक निम्न सूत्र से निकाले जाते हैं:
\[
\text{मध्यबिंदु} = \left( \frac{x_1 + x_2}{2}, \frac{y_1 + y_2}{2} \right)
\]
आसान भाषा में: मध्यबिंदु दो बिंदुओं के \( x \) और \( y \) निर्देशांकों का औसत होता है।
उदाहरण 1:
बिंदु \( (2, 4) \) और \( (6, 8) \) के मध्यबिंदु के निर्देशांक निकालें।
परिभाषा: यदि एक रेखा खंड को बिंदु \( (x_1, y_1) \) और \( (x_2, y_2) \) के बीच अनुपात \( m:n \) में विभाजित किया जाता है, तो विभाजन बिंदु के निर्देशांक निम्न सूत्र से निकाले जाते हैं:
\[
\left( \frac{m x_2 + n x_1}{m + n}, \frac{m y_2 + n y_1}{m + n} \right)
\]
आसान भाषा में: यह सूत्र किसी रेखा को एक निश्चित अनुपात में बाँटने वाले बिंदु को ढूंढने में मदद करता है।
उदाहरण 1:
बिंदु \( (1, 2) \) और \( (5, 8) \) को अनुपात \( 1:3 \) में विभाजित करने वाले बिंदु के निर्देशांक निकालें।