कंप्यूटर नेटवर्क: परिचय
कंप्यूटर नेटवर्क: दो या दो से अधिक परस्पर जुड़े हुए कंप्यूटर या अन्य डिजिटल युक्तियों और उन्हें जोड़ने वाली व्यवस्था को कंप्यूटर नेटवर्क कहते हैं। यह संसाधनों और सूचनाओं की साझेदारी के लिए उपयोगी है।
एल्गोरिदम: निर्देशों का एक सेट, जो किसी समस्या को हल करने की पूरी प्रक्रिया को परिभाषित करता है। इसका लक्ष्य अपेक्षित परिणाम प्राप्त करना है, जिसमें कई निरंतर चरण होते हैं।
फ्लोचार्ट: एक चित्रात्मक आरेख, जो कंप्यूटर प्रोग्राम को दृश्य रूप में प्रदर्शित करता है। यह एल्गोरिदम को समझने और प्रोग्राम लिखने में सहायक है।
नेटवर्किंग: कंप्यूटरों का केबल या वायरलेस माध्यम से जाल की तरह जुड़ना, जिसमें प्रेषक, ग्राही, और माध्यम शामिल हैं।
नेटवर्किंग से डेटा और सूचनाएँ एक कंप्यूटर से दूसरे में तेजी से पहुँचती हैं।
नेटवर्क के प्रकार
कंप्यूटर नेटवर्क को दूरी और कवरेज के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है:
- लोकल एरिया नेटवर्क (LAN): छोटे क्षेत्र (जैसे स्कूल, कार्यालय) में कंप्यूटर ट्विस्टेड केबल या अन्य केबलों से जुड़े होते हैं। यह तेज डेटा स्थानांतरण और कम लागत प्रदान करता है।
- मेट्रोपॉलिटन एरिया नेटवर्क (MAN): एक शहर या बड़े क्षेत्र में नेटवर्क, जो कई LAN को जोड़ता है। उदाहरण: केबल टीवी नेटवर्क।
- वाइड एरिया नेटवर्क (WAN): बड़े भौगोलिक क्षेत्र (जैसे देश, महाद्वीप) में कंप्यूटर सैटेलाइट या वायरलेस माध्यम से जुड़े होते हैं। उदाहरण: इंटरनेट।
इंटरनेट: विश्व का सबसे बड़ा नेटवर्क, जो राउटर और सर्वर के माध्यम से दुनिया के कंप्यूटरों को जोड़ता है।
वर्ल्ड वाइड वेब (WWW): हाइपरटेक्स्ट के माध्यम से जुड़े सर्वरों का समूह, जो वेबसाइट्स और वेब पेज प्रदान करता है।
हाइपरटेक्स्ट: शब्दों या वाक्यांशों को हाइपरलिंक के माध्यम से जोड़ने का तरीका, जो एक पेज से दूसरे पेज पर नेविगेशन की अनुमति देता है।
वेबसाइट: किसी व्यक्ति या संगठन के वेब पेजों का संग्रह।
वेब पेज: टेक्स्ट, चित्र, और मल्टीमीडिया युक्त दस्तावेज।
वेब ब्राउजर: प्रोग्राम जो उपयोगकर्ता और वेब सर्वर के बीच संबंध स्थापित करता है। उदाहरण: क्रोम, इंटरनेट एक्सप्लोरर।
URL: यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर, वेबसाइट का पता (जैसे, https://www.sksmartclasses.com/)।
HTTPS: हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल सिक्योर, सुरक्षित डेटा स्थानांतरण के लिए।
वाई-फाई: रेडियो तरंगों के माध्यम से वायरलेस इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करने वाली तकनीक।
ब्लूटूथ: रेडियो तरंगों से उपकरणों (मोबाइल, लैपटॉप) को जोड़कर डेटा आदान-प्रदान की सुविधा।
क्लाउड कम्प्यूटिंग
क्लाउड कम्प्यूटिंग: इंटरनेट के माध्यम से डेटा स्टोरेज, प्रोसेसिंग, और सॉफ्टवेयर सेवाएँ प्रदान करने की तकनीक।
- उपयोग: डेटा बैकअप, ऑनलाइन सॉफ्टवेयर (जैसे Google Drive, Dropbox), स्केलेबल कम्प्यूटिंग संसाधन।
- लाभ: लागत में कमी, लचीलापन, कहीं से भी पहुँच।
- प्रकार: पब्लिक क्लाउड, प्राइवेट क्लाउड, हाइब्रिड क्लाउड।
साइबर सुरक्षा
साइबर सुरक्षा: कंप्यूटर, नेटवर्क, और डेटा को अनधिकृत पहुँच, हमले, या हानि से बचाने की प्रक्रिया।
प्रकार:
- नेटवर्क सुरक्षा: नेटवर्क को हैकिंग और वायरस से बचाना। उदाहरण: फ़ायरवॉल, एंटीवायरस।
- एप्लिकेशन सुरक्षा: सॉफ्टवेयर को सुरक्षित करना, जैसे पासवर्ड और एन्क्रिप्शन।
- डेटा सुरक्षा: संवेदनशील जानकारी (जैसे पासवर्ड, बैंक विवरण) की गोपनीयता।
- उपयोगकर्ता सुरक्षा: उपयोगकर्ताओं को फिशिंग और मैलवेयर से बचाने के लिए जागरूकता।
विशेषताएँ:
- गोपनीयता: डेटा को अनधिकृत व्यक्तियों से सुरक्षित रखना।
- अखंडता: डेटा में अनधिकृत परिवर्तन रोकना।
- उपलब्धता: अधिकृत उपयोगकर्ताओं के लिए डेटा और संसाधनों की पहुँच सुनिश्चित करना।
- प्रमाणीकरण: उपयोगकर्ता की पहचान सत्यापित करना।
साइबर नैतिकता
साइबर नैतिकता: इंटरनेट और डिजिटल तकनीकों का नैतिक और जिम्मेदार उपयोग।
- नियम: दूसरों की गोपनीयता का सम्मान, अनधिकृत डेटा चोरी न करना, कॉपीराइट का पालन।
- उदाहरण: हैकिंग, पायरेसी, साइबरबुलिंग से बचना; पासवर्ड साझा न करना।
- महत्व: सुरक्षित और सम्मानजनक डिजिटल वातावरण बनाना।
शैक्षिक एप्स
शैक्षिक एप: तकनीक के माध्यम से शिक्षण-अधिगम को सरल बनाने वाले साधन।
- ई-पाठशाला: CIET और NCERT द्वारा विकसित, शिक्षकों और छात्रों के लिए सामग्री (हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू)।
- दीक्षा: स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय डिजिटल मंच, पाठ्यक्रम से संबंधित सामग्री प्रदान करता है।
- QR कोड: पाठ्यपुस्तकों में दिए गए कोड स्कैन कर अतिरिक्त सामग्री प्राप्त की जा सकती है।